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अनंत क्षितिज के पार-गृहलक्ष्मी की कहानियां

Short Kahani: कहते हैं ” जिसके पाँव ना फटे बिबाई l सो क्या जाने पीर पराई l ” लेकिन , ये पीर (दर्द ) दरअसल निमाई बाबू की खुद की अपनी थी l और पाँव भी उनका खुद का ही था l दरअसल ,कौशल्या देवी के मायके से उनको बुलावा आया था l वहाँ , […]

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