मीना ने चारपाई के नीचे से घसीट कर बक्सा अपनी ओर खींच लिया है। छांट कर दो फ्रॉकें निकाल लीं। एक नारंगी और एक गुलाबी। गुलाबी रंग कित्ता तो फबता है उस पर। बाबू जी कहते हैं, मेरी गुलाबी गुड़िया। और बाहें फैला कर उनके सीने से जा लगती है वह- “बाबू जी, बाहर घुमा […]
