पूरे चार साल बाद विपुल आ रहा था। लगता है जैसे कल की ही बात हो जब केवल हमारा परिवार ही नहीं पूरी कालोनी खुशी से झूम उठी थी, जब उन सबकी गोद में खेला, शर्मिला-सा विपुल आई.आई.टी. की परीक्षा में सफल हो गया था। मुझे तो उसी दिन पहली बार पता चला था, कि […]
Author Archives: नीलम राकेश
Posted inहिंदी कहानियाँ
पतंग का कमाल – 21 श्रेष्ठ बालमन की कहानियां उत्तर प्रदेश
घर में कोहराम मचा हुआ था। निलय स्कूल से वापस नही आया था। उसकी साईकिल घर के पास वाले मोड पर खडी हुई मिली थी। पुलिस को अपहरण की संभावना अधिक लग रही थी। निलय की माँ का रो-रो कर बुरा हाल था। उसके पिता इधर से उधर परेशान हाल टहल रहे थे कि अपहरणकर्ता […]
