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समझौता – 21 श्रेष्ठ नारीमन की कहानियां जम्मू

परमा हर दिन की तरह आज भी उषाकाल में जाग गया था। वह प्रातः ही स्नानादि से निवृत्त हो जाता था। लेकिन आज शीत लहर अधिक चल रही है। पिछले सप्ताह से ही बारिश हो रही है, जो थमने का नाम नहीं ले रही है। कहते भी हैं न- शनि की लागि शनि को ही […]

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