कभी न कभी यह होना ही था। लोगों ने आपस में तय किया और सारे आईने तोड़ डालें। ध्यान रहे, यह ऐसा समय है जो छोटी-छोटी बातों से बड़ी-बड़ी बातों की तरफ बढ़ रहा है। लेखकों को लघुकथा से दीर्घकथा की तरफ बढ़ना चाहिए। कवियों को टुकड़ा-टुकड़ा काव्य जोड़ने के बजाए खंडकाव्य लिखना चाहिए परंतु […]
