Posted inहिंदी कहानियाँ

बिटिया! एक बार तो कहा होता

इश्तियाक साहब यकीन ही नहीं कर पा रहे थे कि जिस बेटी को उन्होंने इतने नाजों से पाला और जान से भी ज्यादा ह्रश्वयार किया, आज वही बेटी उन पर एतबार न कर सकी और बेटी के हाथों हीउन्हें इतना बड़ा धोखा मिला। और धोखा भी ऐसा कि बेटी ने भरीअदालत में उन्हें झूठा साबित […]

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