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मोहब्बत भी इबादत है-गृहलक्ष्मी की कविता

Poem in Hindi: मोहब्बत भी इबादत हैउसकी नजरों ने छू लियापहली दफा जब उसे देखा थावो ख्वाब है या हक़ीक़तउस रात इस उल्झन में डूबा था ,तकते रहे उसकी राहें ये पन्ने भीडलती हूई शामों को उससे मिलने का इंतज़ार थाहर मौसम ज़िन्दगी का सुहाना हो गयाइन रातों को भी उससे मिलने का खुमार था […]

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