Manoj Pahwa and Seema Pahwa Love Story
Manoj Pahwa and Seema Pahwa Love Story

Manoj Pahwa and Seema Pahwa Love Story: हर प्यार की शुरुआत में कोई न कोई दिलचस्प कहानी छिपी होती है, लेकिन अगर बात करें दिग्गज कलाकार मनोज पाहवा और उनकी पत्नी सीमा पाहवा की, तो उनकी लव स्टोरी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं। एक नाटक, एक खूबसूरत फोटो और एक प्यारी-सी गलतफहमी से शुरू हुई उनकी मोहब्बत की दास्तान आज भी उतनी ही खास है।

यह कहानी तब शुरू हुई, जब 1984 में मनोज और सीमा ने नाटक ‘आधे अधूरे में साथ काम किया। उस नाटक में वे पति-पत्नी का किरदार निभा रहे थे। नाटक खत्म होने के बाद, उन्होंने परिवार के साथ एक तस्वीर खिंचवाई। यह तस्वीर इतनी खूबसूरत थी कि दोनों ने इसे अपने-अपने घर ले जाने का फैसला किया।

सीमा के परिवार में सभी को पता था कि यह तस्वीर नाटक की है, लेकिन मनोज के घर में यह बात नहीं थी। मनोज ने बिना कुछ बताए यह फोटो अपने कमरे में रख दी। जब उनके पिता ने वह तस्वीर देखी, तो उन्होंने मान लिया कि मनोज ने गुपचुप शादी कर ली है और उनके बच्चे भी हैं।

इस गलतफहमी से हालात तब और दिलचस्प हो गए, जब मनोज के पिता ने उनसे पत्नी और बच्चों को घर लाने की जिद की। मनोज को समझ ही नहीं आ रहा था कि उनके पिता किसकी बात कर रहे हैं। बाद में जब सच सामने आया, तो सब हंस पड़े।

इस बीच, मनोज की छोटी बहन ने यह तस्वीर अपने स्कूल में दोस्तों को दिखा दी और बताया कि सीमा (जो ‘हम लोग’ सीरियल में ‘बड़की’ का किरदार निभा रही थीं) उनकी भाभी हैं। धीरे-धीरे यह अफवाह फैलने लगी कि मनोज और सीमा वाकई शादीशुदा हैं।

कुछ समय बाद, जब सीमा मनोज के घर गईं और किचन में चाय बनाने लगीं, तो दोस्तों और परिवार वालों को लगा कि वह घर की बहू हैं। यह मजेदार गलतफहमी धीरे-धीरे मनोज और सीमा को करीब ले आई। दोनों ने बात करना शुरू किया और उनकी बातचीत प्यार में बदल गई।

Manoj Pahwa and Seema Pahwa Love Story
Love Story

इस तस्वीर ने दोनों के दिलों को जोड़ने का काम किया। तीन साल तक चली इस मोहब्बत ने आखिरकार 1988 में शादी का रूप ले लिया। आज, मनोज और सीमा की यह जोड़ी फिल्मी दुनिया में आदर्श मानी जाती है।

एक तस्वीर की गलतफहमी ने न सिर्फ एक खूबसूरत कहानी रची, बल्कि दो दिलों को हमेशा के लिए जोड़ दिया।

सोनल शर्मा एक अनुभवी कंटेंट राइटर और पत्रकार हैं, जिन्हें डिजिटल मीडिया, प्रिंट और पीआर में 20 वर्षों का अनुभव है। उन्होंने दैनिक भास्कर, पत्रिका, नईदुनिया-जागरण, टाइम्स ऑफ इंडिया और द हितवाद जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में काम किया...