Rogan Work Fashion: रोगन वर्क कला की शुरुआत मुगल काल में हुई थी, और यह कला 400 साल पुरानी मानी जाती है। उस समय यह कला मुख्य रूप से शाही परिधानों और सजावट के लिए इस्तेमाल होती थी, जिसमें बारीकी और कारीगरी का अद्भुत संगम होता था, जो वस्तुओं को एक शाही लुक प्रदान करता था। इतिहासकारों के अनुसार, रोगन वर्क कला शाही दरबारों के कलाकारों द्वारा विकसित की गई थी। धीरे-धीरे यह कला आम जनमानस तक पहुंची और अपनी विशिष्टता के कारण आज भी प्रचलित है।
यहां से प्रसिद्ध हुई ये कला
गुजरात के कच्छ इलाके के छोटे से गांव नरौना में जन्मी रोगन वर्क कला न केवल खूबसूरत है, बल्कि इतनी अनोखी है कि जो इसे देखता है, उसका दिल इसके प्रति दीवाना हो जाता है। इस कला में रंगों की बारीकी से संजोई गई कारीगरी और हाथ से की गई पेंटिंग के अद्भुत मेल से वस्तुएं शाही और आकर्षक रूप में बदल जाती हैं। रोगन वर्क कला की विशिष्टता और सुंदरता ने इसे एक प्रसिद्ध कला रूप बना दिया है, जो आज भी अपनी अनूठी पहचान बनाए हुए है। इस आर्ट को हम कई तरीके से पहन सकते है। इस आर्ट को साड़ी लहंगे के साथ साथ कई अलग अलग तरीके से संजोया जा सकता है। चलिए जानते है इसे हम कैसे वियर करें।

इन चीजों पर भी हो सकता है रोगन वर्क आर्ट
“हम रोगन वर्क आर्ट को अब स्टोल, साड़ी, ड्रेसेज और बैग्स जैसी चीजों पर भी कर रहे हैं।” यह कला अब पारंपरिक वस्त्रों से बाहर निकलकर आधुनिक फैशन और दैनिक उपयोग की वस्तुओं पर भी अपनी खूबसूरती बिखेर रही है। रोगन वर्क की यह नई दिशा इसे और भी प्रचलित और आकर्षक बना रही है, जिससे युवा पीढ़ी में भी इसका रुझान बढ़ रहा है।
शादी के जोड़े पर भी करवा सकते है ये आर्ट
रोगन आर्ट वर्क अब शादी के जोड़े, पार्टी वियर, या रेड कारपेट लुक जैसी विभिन्न फैशन शैलियों में अपनी अनोखी छाप छोड़ रही है। इस कला की बारीकी और विशिष्टता ने इसे हर प्रकार के वस्त्रों पर खास और आकर्षक बना दिया है। चाहे वह पारंपरिक शादी का जोड़ा हो या मॉडर्न पार्टी ड्रेस, रोगन वर्क अपने डिजाइनों के माध्यम से हर जगह एक शाही और भव्य प्रभाव बना रहा है।

ऐसा लगता है इस वर्क से बनी हुई ड्रेसेस का लुक
रोगन आर्ट वर्क की ड्रेसेज का लुक बहुत ही आकर्षक और शाही होता है। इस कला में कपड़े पर हाथ से डिज़ाइन बनाई जाती है, जिससे हर ड्रेसेज में बारीकी और गहराई झलकती है। डिज़ाइन आमतौर पर बारीक और जटिल होती हैं, जो कपड़े की संरचना के साथ खूबसूरती से मेल खाती हैं। इन ड्रेसेज में रंगों की चमक और कला की सूक्ष्मता के कारण एक विशेष प्रकार का आकर्षण होता है। खासकर शादी के जोड़े और पार्टी वियर पर यह कला बहुत प्रभावी दिखाई देती है, जो एक राजसी और भव्य लुक देती है। इसमें हल्के या गहरे रंगों के जीवंत डिज़ाइन होते हैं, जैसे फूल, पेड़, और ज्यामितीय पैटर्न, जो कपड़े पर सजीवता और शाही आकर्षण लाते हैं। इसका लुक क्लासिक और मॉडर्न दोनों शैलियों का मिश्रण होता है, जो इसे किसी भी खास अवसर के लिए परफेक्ट बनाता है।
क्या है रोगन वर्क?
रोगन वर्क एक बेहद अनोखी और पारंपरिक कला है, जिसे कपड़ों पर किया जाता है। सुमार के अनुसार, इस कला के लिए कपड़े की वीविंग का फाइन होना बहुत जरूरी है, क्योंकि अगर वीविंग ठीक नहीं होगी, तो रंग कपड़े से बाहर निकल सकता है। रोगन बनाने का तरीका भी बहुत यूनिक है; इसे जंगल में उगने वाले अरंडी (कैस्टर ऑयल) से तैयार किया जाता है। दो दिन तक तेल को पकाने के बाद, जब वह गोंद जैसा गाढ़ा हो जाता है, तब उसमें वेजिटेबल ऑयल मिलाया जाता है। इसके बाद, कपड़े पर बिना छपाई किए ही डिजाइन बनाई जाती हैं। इस कला में ज्यादातर डिजाइंस गांव के जीवन से जुड़ी होती हैं, जैसे “ट्री ऑफ लाइफ” के डिजाइन, जिस पर आजकल ज्यादा फोकस किया जाता है। पहले यह कला केवल सिल्क या रेशमी कपड़ों पर की जाती थी, लेकिन अब यह हर तरह के कपड़ों पर की जा रही है। पहले इस कला में मोटे तार बनाए जाते थे, मगर अब डिजाइनों में बारीकी और सूक्ष्मता देखने को मिलती है, जो समय के साथ इस कला में आए बदलावों को दर्शाता है।
