पौधे के सही और समुचित विकास के लिए सबसे ज़रूरी चीज़ है फर्टिलाइजर
किचन गार्डन का चलन बढ़ा है और लोग अपने घर की बालकनी और टेरस पर भी सब्जियां उगा रहे हैं। इन सब्जियां का ग्रोथ सही हो इसके लिए ज़रूरी है फर्टिलाइजर, वह भी ऐसा वैसा फर्टिलाइजर नहीं बल्कि ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर।
Fertilizers for Vegetable Garden: किसी भी पौधे के सही और समुचित विकास के लिए सबसे ज़रूरी चीज़ है फर्टिलाइजर। यह एक पोषक तत्व का काम करता है और हर चरण में पौधे के विकास के लिए ज़रूरी होता है। लेकिन यह फर्टिलाइजर भी कई तरह के होते हैं इसलिए इस बात को समझना मुश्किल हो जाता है कि किस तरह के पौधे के लिए किस तरह का फर्टिलाइजर उपयोग किया जाना चाहिए। इसी क्रम में आज हम आज हम आपको यह बताने का प्रयास करेंगे कि सब्जियां उगाने के लिए किस तरह के फर्टिलाइजर का उपयोग किया जाना चाहिए। वर्तमान के समय में गांव हो या शहर सब्ज़ियाँ हर जगह उगाई जा रही हैं।
किचन गार्डन का चलन बढ़ा है और लोग अपने घर की बालकनी और टेरस पर भी सब्जियां उगा रहे हैं। इन सब्जियां का ग्रोथ सही हो इसके लिए ज़रूरी है फर्टिलाइजर, वह भी ऐसा वैसा फर्टिलाइजर नहीं बल्कि ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर, जिसके उपयोग से न केवल अच्छी सब्ज़ियाँ मिलती हैं बल्कि इससे मिट्टी की उर्रवता भी बढ़ती है। इसलिए आपके लिए यह जानना बेहद आवश्यक हो जाता है कि कौन सी सब्ज़ी के लिए कौन सा उर्वरक चाहिए और इनके उपयोग के फ़ायदे और नुक़सान क्या हैं?
सब्जियों के लिए सबसे अच्छा जैविक उर्वरक ?
जैविक स्रोत से बनायी जाने वाली खाद को हम सब ओर्गानिक फर्टिलाइजर अथवा जैविक खाद के नाम से जानते हैं। जैविक खाद के अंतर्गत आने वाली खादों में जो उर्वरक सबसे पहले आते हैं उनमें सबसे पहले कॉम्पोस्ट, वर्मी कॉम्पोस्ट, लीफ कॉम्पोस्ट, नीम तेल, नीम खाद, सरसों खली, सरसों तेल, बोनमिल आदि का नाम आता है। यह सभी जैविक खादें हैं और किसी न किसी जैविक स्त्रोत से प्राप्त की जाती हैं। इन खादों की सबसे ख़ास बात यह कि यह ये पोशाक तत्वों से भरपूर होती हैं और इनका कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं होता। आइए हम गमले अथवा ग्रो बाग़ में लगी सब्जियों के लिए उपयोगी कुछ जैवि खादों के बारे में जानते हैं।
बोन मील – Bone Meal

बोन मील पोषक तत्वों से भरपूर किसी भी पौधे के लिए बहुत ही उपयोगी जैविक खाद है। इस खाद को जानवरों की हड्डियों को पीसकर बनाया जाता है। जिसमें कैल्शियम, फास्फोरस, नाइट्रोजन, पोटेशियम फास्फोरस जैसे तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जिसकी वजह से बोन मील पौधे की जड़ों को मजबूत बनाने के साथ साथ उत्पादन में भी सहायक होता है। पौधों में बोन मील का उपयोग बहुत ही आसान होता है किसी भी पौधे को लगाने के लिए जब मिट्टी तैयार की जाती है तो उसमें बोन मील को अच्छी तरह मिला लिया जाता है। इससे पौधे तेज़ी से बढ़ते हैं और उनकी उत्पादन क्षमता में भी वृद्धि होती है।
कम्पोस्ट खाद – Organic Compost

कम्पोस्ट जैविक स्त्रोतों से बनाई जाने वाली एक ऐसी खाद है, जिसको बहुत ही आसानी से आप अपने घर पर ही बना सकते हैं। इस खाद को जैविक पदार्थों जैसे पत्तियों, सब्जियों के छिलके, गोबर आदि को एक जगह पर डालकर अपघटन विधि से बनाया जाता है। इस तरह की खाद में में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व पाये जाते हैं। जिसकी वजह से पौधों की ग्रोथ अच्छी होती है और उनकी उत्पादन क्षमता बढ़ती है। जैविक कम्पोस्ट मिट्टी में ह्यूमस को बढाने में सहायक होता है जिसकी वजह से मिट्टी की जल धारण क्षमता बढ़ती है।
वर्मी कम्पोस्ट – Vermicompost

मिट्टी में मौजूद केंचुआ को किसानों का सबसे बड़ा मित्र माना गया है। इन केंचुओ के द्वारा अपघटन विधि से जिस खाद को बनाया जाता है उसे ही वर्मीकम्पोस्ट कहते हैं। वर्मी कम्पोस्ट का जैविक उर्वरक के रूप में इस्तेमाल कई मायने में लाभप्रद होता है। इससे एक तरह जहां पौधों को सही पोषक मिलता है वहीं गमले में लगे पौधे की मिट्टी भी भुरभुरी हो जाती है। जिससे मिट्टी की जल धारण क्षमता बढती और हवा का आवागमन सुगमता से होता है, जो कि किसी भी पौधे के विकास के लिए सहायक होता है। वर्मीकम्पोस्ट का उपयोग खाद के तौर पर कर सकते हैं, नहीं तो पौधे की मिट्टी तैयार करते वक़्त मिट्टी में मिला सकते हैं।
फिश इमल्शन – Fish Emulsion

फिश इमल्शन कैल्शियम, सल्फर व मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर सब्जियों के लिए एक अच्छा लिक्विड जैविक फर्टिलाइजर है। यह मछली के तरह तरह के अंगो व तेल से बनाया जाता है जिसकी वजह से इसमें न्यूट्रिएंट्स काफी अधिक मात्रा में मौजूद होते हैं। यह पोषक तत्व पौधों में क्लोरोफिल के निर्माण में अच्छी तरह से सहायता करते हैं जिसकी वजह से पौधों की पत्तियाँ सुन्दर व हरी होती हैं, तथा पौधा तेजी से विकास करता है। अच्छी सब्जी उगाने के लिए फिश इमल्शन का उपयोग करना बहुत ही आसान है, इस जैव उर्वरक को पानी में मिलाकर आप पौधों पर छिडकाव करते हैं।
नीम केक – Neem Cake

नीम केक एक ऐसा ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर है जिसे नीम की गुठली से बनाया जाता है। नीम केक में नाइट्रोजन, फास्फोरस व पोटेशियम भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो कि पौधे के विकास के लिए बहुत ही उपयोगी होते हैं। इसे बनाना भी बहुत ही आसान होता है, इसको बनाने के लिए सबसे पहले नीम की निवोंली से तेल को निकाल लिया जाता है और बचे हुए ठोस अपशिष्ट को नीम केक या फिर हम नीम खली कहते हैं का इस्तेमाल खेतों और गमलों में किया जाता है। नीम केक को सभी प्रकार की फसलों या पौधों के लिए उपयोग में लाया जा सकता है। नीम केक का उपयोग छोटे-छोटे टुकडो में तोड़कर पौधे की मिट्टी में मिलाया जाता है।
गोबर खाद – Cow Manure

गोबर खाद को सबसे आसानी से उपलब्ध होने वाली सबसे अच्छी जैविक खाद माना जाता है। इस जैव उर्वरक में पोटेशियम, सल्फर, मैग्नीशियम, नाइट्रोजन, कैल्शियम, फास्फोरस जैसे कई माइक्रो न्यूट्रिएंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। जिनकी किसी भी पौधे के लिए अपनी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका है। जैसे कि सल्फर पौधों में प्रोटीन व विटामिन बढ़ाता है, मैग्नेशियम फोटो सिंथेसिस प्रक्रिया में मदद करता है। जिसकी वजह से पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए गोबर की खाद अच्छी मानी जाती है। गोबर खाद का उपयोग सब्जी लगे गमले की मिट्टी में सीधे तौर पर कर सकते हैं और आसानी से सब्जियों की पैदावार बढ़ा सकते हैं।
