Gods Vehicle Dream: हिंदू धर्म ग्रंथों में 33 कोटी के देवी देवताओं का विस्तार से वर्णन मिलता है। इन सभी देवी देवताओं ने धरती के कई पशु पक्षियों को किसी वरदान से या श्राप से अपना वाहन बनाया। जैसे कि भोलेनाथ का वाहन नंदी, गणेश जी का वाहन मूषक, मां दुर्गा का वाहन शेर, विष्णु जी का वाहन गरुड़ और लक्ष्मी जी का वाहन उल्लू है। आज के युग में हम सभी देवी देवताओं के इन वाहनों को भगवान का ही एक रूप समझकर पूजा करते हैं। इनमें से देवी देवताओं के कुछ वाहनों का सपने या असल में दिखाई देने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है तो कुछ वाहनों को देखने से हमें अशुभ फल भी मिलते हैं। जैसे कि सरस्वती मां के वाहन हंस को देखने से हमे तरक्की का संकेत मिलता है। लेकिन, यमराज के वाहन भैंसे का दिख जाना किसी खतरे का संकेत होता है। आज इस लेख से हम देवी देवताओं के उन वाहनों के बारे में जानेंगे जो जिनके दिखाई देने से हमें अशुभ और बुरे संकेत मिलते हैं।
Gods Vehicle Dream: गरुड़, उल्लू और कौवे का दिखना

पक्षीराज गरुड़ (गिद्ध) भगवान विष्णु जी का वाहन है। गरुड़ को सभी पक्षियों में सबसे ज्यादा चतुर और तेज माना जाता है। मांसाहारी जीव होने के कारण घर के आस पास गरुड़ का दिखाई देना घर में आने वाली परेशानियों का संकेत देता है। सपने में गरुड़ का दिखना धन से जुड़ी समस्या का संकेत है। गिद्ध की तरह मां लक्ष्मी का वाहन उल्लू भी चालक और समझदार जीव होता है। धार्मिक मान्यता है कि उल्लू को तंत्र विद्या के लिए उपयोग में लाया जाता है। तांत्रिक लोग तंत्र सिद्धि के लिए उल्लू की बलि देते हैं। इसलिए घर के पास किसी उल्लू के दिखने से उस घर के ऊपर तंत्र विद्या का असर समझा जाता है। न्याय के देवता शनिदेव के वाहन कौवे का श्राद्ध पक्ष के अलावा अन्य दिनों में घर के आस पास दिखाई देना घर के लोगों में किसी मानसिक और शारीरिक बीमारी का संकेत करता है। घर में या घर के पास कौवे का मुंह खोलकर बैठना आर्थिक तंगी का सूचक है।
भैंसे और श्वान का दिखाई देना

भैंसा, मृत्यु के देवता यमराज का वाहन है। माना जाता है कि यमराज भैंसे पर सवार होकर धरती पर लोगों के प्राण लेने आते हैं। ऐसे में भैंसे का घर के आस पास या सपने में दिखाई देने का अर्थ है कि घर में कोई गंभीर समस्या आने वाली है या कोई प्रियजन किसी लंबी बीमारी से पीड़ित हो सकता है। हिंदू देवता काल भैरव का सेवक श्वान भी अनिष्ट का संकेत है। माना जाता है श्वानों को यमराज के आने का पहले से ही पता चल जाता है। ऐसे में यदि किसी घर के बाहर कुत्ते रो रहे हो या भौंक रहे हो तो इसे बहुत अशुभ समझा जाता है। किसी घर के बाहर श्वानों का बार बार दिखना किसी बड़ी आकस्मिक समस्या का इशारा करता है।
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