देवताओं के समान ही पितरों की पूजा करते समय भी कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। अपनी पीढ़ी के सभी पूर्वजों की आत्मा की शांति और तृप्ति के लिए पितृ विसर्जन पर त्रिपिंडी श्राद्ध कर्म करें। पितरों के नाम से तर्पण कर गौ ग्रास दें और ब्राह्मण भोज करवाएं।
