Posted inलाइफस्टाइल, वेडिंग

क्यों शादी में दूल्हा ही घोड़े पर बैठता है? जानिए कारण: Hindu Marriage Rituals

Hindu Marriage Rituals: हिंदू धर्म में शादी में तरह-तरह के रीति रिवाज होते हैं और सबका अपना विशेष महत्व होता। विवाह किसी भी व्यक्ति के जीवन का वह अहम पल होता है, जिसका उसे बेसब्री से इंतजार रहता है। शादी एक पवित्र बंधन होता है। जिस बंधन को कई रिश्तों की डोर पकड़नी पड़ती हैं। […]

Posted inलाइफस्टाइल, वेडिंग

8 अलग-अलग तरह की शादियाँ जिनके बारे में शायद ही आपने कभी सुना हो: Hindu Wedding Ritual

Hindu Wedding Ritual: हिन्दू शास्त्रों में विवाह को दो आत्माओं का मिलन कहा गया है जो मंडप की पवित्र अग्नि के चारों तरफ फेरे लेने के बाद पूरा माना जाता है। हर जाति और समुदाय के अलग अलग रीति-रिवाज़ होते हैं,जिनके हिसाब से विवाह की रस्में संपन्न होती हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि […]

Posted inधर्म, लाइफस्टाइल

हिन्दू विवाह के 8 प्रकार, जानिए धर्मशास्त्रों में किसे मिली उच्च मान्यता: Hindu Wedding Types

Hindu Wedding Types: विवाह यानी शादी का हर धर्म में बहुत बड़ा महत्त्व होता है। शादी के बाद दो व्यक्ति एक नए रिश्ते और जिममेदारी से जुड़ जाते हैं। बात करें शादी के प्रकार कि तो हमने अक्सर ही अरेंज मैरिज और लव मैरिज के बारे में ही सुना है। लेकिन हिन्दू शास्त्रों के अनुसार […]

Posted inवेडिंग

Kanyadan: जानें आखिर क्यों किया जाता है कन्यादान

हिंदू धर्म में शादी में होने वाली हर रस्म और रीति रिवाज का काफी महत्व होता है। शादी में होने वाली रस्मों का कहीं न कहीं भावनात्मक जुड़ाव होता है। शादी में जहां दो
अलग-अलग परिवार एक-एक बंधन में बंधते हैं। वहीं दो आत्माओं का भी मिलन होता है। लेकिन शादी की रस्मों के दौरान एक ऐसी रस्म है, जो बेहद ही खास और
इमोशनल होती है और ये रस्म है कन्यादान।

Posted inवेडिंग

आखिर क्यों करना पड़ता है एक पिता को अपने कलेजे के टुकड़े का कन्यादान

हिंदू धर्म में शादी में होने वाली हर रस्म और रीति रिवाज का काफी महत्व होता है। शादी में होने वाली रस्मों का कहीं न कहीं भावात्मक जुड़ाव होता है। शादी में जहां दो अलग-अलग परिवार एक एक बंधन में बंधते हैं। वहीं दो आत्माओं का भी मिलन होता है। लेकिन शादी की रस्मों के दौरान एक ऐसी रस्म है जो बेहद ही खास और इमोश्नल होती है और ये रस्म है कन्यादान। ये एक पिता और पुत्री के बीच के भावात्मक रिश्ते को दर्शाता है। इस रस्म को निभाना न सिर्फ पिता बल्कि एक पुत्री के लिए भी काफी कष्टकारी होता है। क्योंकि एक पिता अपने कलेजे के टुकड़े यानी अपनी बेटी को किसी ताउम्र किसी और को सौंपता है। अपने शरीर के हिस्से को किसी को और सौंपना आसान नहीं होता है। आइए जानते हैं कन्‍यादान का महत्‍व और कैसे निभाई जाती है यह रस्‍म…

Gift this article