गृहलक्ष्मी दोपहर जैसे इवेंट के ज़रिये हम देते हैं, लेडिज़ को ऐसे कुछ पल, जिनमें होती है अनलिमिटेड मस्ती, धमाल, नॉलेज और फ़न। हम हैरान हैं इससे जुड़ने वाले क्लब्स का उत्साह देखकर, जो दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है। इस बार गृहलक्ष्मी दोपहर की धुन पर थिरके ‘संस्कृति क्लब’, गुड़गांव के कदम।
