गुरूओं के गुरू साईं बाबा ने अपना संपूर्ण जीवन सादगी व फकीराना अंदाज में बिता दिया। अपने जीवनकाल में लेकर आज तक वह अपने भक्तों पर कृपा दृष्टि कर रहे हैं। त्याग, करूणा, प्रेम और वात्सल्य जैसे गुणों ने साई बाबा को गुरूओं का भी गुरू बना दिया। जानिए करूणामयी साईं के आदर्शों के बारे में –
