गृहलक्ष्मी की कहानियां – हफ्ते भर की मेहनत के बाद पूरा घर सेट हुआ था, बिजेन्द्र के आॅफिस जाते ही मैंने सोचा आज अदरक वाली गरमागरम चाय पीते हुए अपनी मनपसंद पत्रिकाएं पढूंगी, जो पिछले कई दिनों से नहीं पढ़ पा रही थी। तभी डोरबेल की आवाज सुनकर दरवाजा खोला तो सामने 4-5 महिलाएं खड़ी […]
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गृहलक्ष्मी की कहानियां : सिमटते दायरे
क्या सोच रखा है मैंने गुड़िया के बारे में कि उसे उन्मुकतता से जीना सिखाऊंगी, उसे बांधूगी नहीं, कभी। लड़कों की तरह तो नहीं पर लड़कों से अलग ही बनाऊंगी, क्योंकि मैंने इस समाज को देखा था, सोचा था और समझा भी था, जहां पर कभी लड़के-लडकियां समान नहीं हो सकते थे…
जानिए कैसे करें हरतालिका तीज का व्रत Hartalika teej vrat katha
संकल्प शक्ति का प्रतीक और अखंड सौभाग्य की कामना का परम पावन व्रत हरतालिका तीज हिन्दू पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को किया जाता है। हरतालिका तीज को तीजा भी कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन जो महिलाएं विधि-विधानपूर्वक और पूर्ण निष्ठा से इस व्रत को करती […]
अखंड सौभाग्य चाहिए तो करें ‘वट सावित्री’ की पूजा
हिन्दू धर्म में वट सावित्री व्रत को भी करवा चौथ की तरह ही माना जाता है। अपने अचल सुहाग की कामना के लिए महिलाएँ बरगद के पेड़ की परिक्रमा कर सावित्री के पतिव्रत धर्म को स्मरण करती हैं। कहते हैं कि वट वृक्ष की जड़ों में ब्रह्मा, तने में भगवान विष्णु व डालियों में […]
राधा और माधव की कहानी
रजनी ने अपनी घनेरी काली लटें बिखेरीं ही थी। कि चमकता हुआ चांद उसके जूड़े में गजरा बनकर लिपट गया। यह देखकर तारे शरमा गये। गर्मी की ऋतु थी नीले आकाश में चांदनी चारो ओर बिखर गई थी, मानो आज किसी की बारात आने वाली हो। हां हां बारात ही तो आने वाली थी राधा […]
दुनिया की सबसे हसीन औरत
‘‘खुर्शीद” नाम तो बहुत खूबसूरत है, सादिक के चेहरे पर नाम सुनते ही जैसे मुस्कराहट नाच गई। ‘‘वह भी कम खूबसूरत नहीं होगी” सलमा भाभी की आवाज में शोखी घुल गई। कई बार सादिक ने सोचा भी कि किसी बहाने खुद जाकर एक बार देख आए, आखिर पूरी जिन्दगी की बात है। लेकिन फिर जैसे […]
दीवाली कथा एवं पूजन-विधि
दीपावली खुशियों व रोशनी का पर्व है तथा हम इसे बड़ी धूमधाम से भी मनाते हैं पर क्या आप जानते हैं कि इस त्योहार पर विधिपूर्वक लक्ष्मी पूजन करके आप अपनी खुशियां चौगुनी कर सकते हैं। आइए हम सभी लक्ष्मी पूजन की सही विधि जानते हैं, जिससे दीपावली के अवसर पर जगमगाती रोशनी के साथ-साथ […]
”मुक्ता” -गृहलक्ष्मी की कहानियां
गृहलक्ष्मी की कहानियां –मुक्ता गुस्से में थी। पति सलिल घटिया किताबों, पुरूषत्व की ताल ठोंकने वाले मित्रों की मनगढ़न्त झूठी बातों को सच मानकर मुक्ता की देह पर जिस तरह टूटता, मुक्ता को ऐसा लगता जैसे उसके शरीर का अपमान किया जा रहा है। वह हर रात इसी अपमान के दौर से गुजरती। सलिल देशी-विदेशी […]
कहानी – लम्हे
पीढ़ियों के मिलन से परिवार बनता है, जो वसुधैव कुटुम्बकम् संस्कृति की नींव का पहला प्रस्तर है। यही जीवन का सर्वश्रेष्ठ लम्हा है…
गृहलक्ष्मी की कहानियां – गुलामी
जिंदगी भर हम औरतें तो गुलाम ही बनी रहती हैं, अपनी इच्छाओं को मारकर जीते हैं हम। हमारी कौन सुनता है, दिल में इतनी आग लगी थी बस सब कुछ जलाकर ही बुझेगी ये आग।
