कु, घ, ड, छ आर्द्रा-4
के, हो, ह पुनर्वसु-3
16 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक
16, 17 को ज्ञानवर्धक समय है। योजनापूर्वक कार्य करने से सफलता की प्राप्ति होगी। आय में आशातीत वृद्धि होगी। आपके राजनीतिक सम्पर्क बढ़ेगे। 18, 19 को समय शानदार व्यतीत होगा। भाई-बहिनों में प्रेमभाव बढ़ेगा। आप एक दूसरे के सुख-दु:ख के साथी बनेंगे। साझेदारी में फायदा होगा। परिश्रम से कारोबार में बढ़ोतरी होगी। शैक्षिक सफलता मिलेगी। साथी सहयोग देंगे। समय अनुकूल है। शनि का कुम्भ राशि में भाग्य भाव में प्रवेश हो रहा है, अतः भाग्य में वृद्धि होगी। आप जरूरतमंदों की मदद करेंगे। 20, 21 को शांतिदायक समय है। सभा व गोष्ठियों में शामिल होने का अवसर प्राप्त होगा। यात्रा हो सकती है। आपके जीवन में बदलाव आएगा। 22, 23 को समय खराब आएगा। आपके मित्र आपको गलत सलाह दे सकते हैं। अतः धन सम्बन्धी मामलों में भरोसेमंद व्यक्ति से सलाह लें।
ग्रह स्थिति
मासारंभ में शुक्र कर्क राशि का द्वितीय भाव में, बुध सिंह राशि का तृतीय भाव में, सूर्य+मंगल कन्या राशि का चतुर्थ भाव में, केतु तुला राशि का पंचम भाव में, शनि कुंभ राशि का नवम भाव में, राहु-बृहस्पति+चन्द्रमा मेष राशि का ग्यारहवें भाव में चलायमान है।
मिथुन राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें
| 2023 | शुभ तारीख़ें | सावधानी रखने योग्य अशुभ तारीख़ें |
| जनवरी | 1, 5, 6, 7, 10, 11, 12, 27, 28, 29 | 3, 4, 13, 14, 21, 22, 23, 30, 31 |
| फरवरी | 2, 3, 7, 8, 24, 25 | 9, 10, 11, 18, 19, 27 |
| मार्च | 1, 2, 3, 6, 7, 23, 24, 28, 29, 30 | 9, 10, 17, 18, 19, 26, 27 |
| अप्रैल | 2, 3, 20, 21, 25, 26, 29, 30 | 5, 6, 13, 14, 15, 22, 23 |
| मई | 1, 17, 18, 22, 23, 27, 28 | 2, 3, 11, 12, 20, 21, 30, 31 |
| जून | 13, 14, 18, 19, 20, 23, 24 | 7, 8, 16, 17, 26, 27 |
| जुलाई | 10, 11, 12, 16, 17, 20, 21, 22 | 4, 5, 6, 13, 14, 23, 24, 25 |
| अगस्त | 7, 8, 12, 13, 16, 17, 18 | 1, 2, 9, 10, 19, 20, 21, 28, 29, 30 |
| सितम्बर | 3, 4, 8, 9, 10, 13, 14 | 6, 7, 16, 17, 24, 25, 26 |
| अक्टूबर | 1, 2, 5, 6, 7, 10, 11, 28, 29 | 3, 4, 13, 14, 22, 23, 31 |
| नवम्बर | 2, 3, 6, 7, 8, 24, 25, 29, 30 | 9, 10, 11, 18, 19, 20, 27, 28 |
| दिसम्बर | 9, 10, 11, 18, 19, 20, 27, 28 | 7, 8, 15, 16, 17, 24, 25 |
मिथुन राशि का वार्षिक भविष्यफल

वर्षारंभ जरूर शनि की ढैय्या से होगा. लेकिन जनवरी से ही ढैय्या का प्रभाव
समाप्त हो जाएगा। फलतः यह 7 वर्ष मिथन राशि के जातकों के लिए शानदार वर्ष रहेगा। वर्षारंभ में बृहस्पति भी दशम स्थान में स्थित है, अतः आजीविका व रोजगार में भी विस्तार की योजना बनेगी। नौकरी में महत्त्वपूर्ण पदभार मिल सकता है। प्रमोशन के योग बने हुए हैं, हालांकि शुरुआत में जरूर कुछ दिक्कतें व परेशानियां |
आएंगी। आप हर दिक्कत, मुसीबत का सामना बड़ी ही निडरता से करेंगे। चंद्रमा+राहु की युति वर्षारंभ में लाभ स्थान में है। चंद्रमा मन का कारक है, मन में कई विषयों को लेकर असमंजस रखेगा। मन में तरह-तरह की शंकाएं व आशंकाएं व्याप्त होंगी। भाग्योन्नति में अवरोध व रुकावटें तो आएंगी, परन्तु आप हर मुसीबत व हर अवरोध का डटकर मुकाबला करेंगे। वर्षारंभ में बुध सातवें स्थान में है, अतः परिवार आपकी प्राथमिकता पर रहेगा। कभी-कभार क्रोध व गलतफहमियों के कारण परिवार के सदस्यों में तालमेल गड़बड़ाएगा, लेकिन धीमे-धीमे हालात व परिस्थितियां सामान्य हो जाएंगी। आपको इस वर्ष पारिवारिक विषयों में विशेष धैर्य का परिचय देना
चाहिए। क्रोध व आवेश से बात बिगड़ सकती है।
व्यापारिक लाभ की दृष्टि से यह साल उपलब्धियों से परिपूर्ण रहेगा। कुछ नये कार्यों की प्रवृति बनेगी। व्यापार में विस्तार की योजना पर काम शुरू होगा। परन्तु आपको व्यापार में गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए। कहीं ज्यादा मुनाफा पाने के चक्कर में आप गुणवता के साथ कोई समझौता नहीं कर दें। सम्पर्कों का दायरा काफी विस्तृत होगा। नए-नए लोगों से सम्पर्क बनेंगे। भाइयों से सम्पति व बटवारे सम्बन्धी विवाद किसी की मध्यस्ता से हल हो जाएगा। इस साल आय के स्रोत व साधन अच्छे रहेंगे, जिससे मन में जोश व ऊर्जा का संचार होगा। चल-अचल सम्पति में वृद्धि होगी। भूमि, भवन वाहनादि
की खरीद के योग हैं। वाहनादि पर खर्च की सम्भावना है।
पंचम भाव पर केतु की स्थिति 30 अक्तूबर तक रहेगी। अतः संतान की शिक्षा, विवाह आदि से संबन्धित महत्त्वपूर्ण निर्णय की स्थिति रह सकती है। परंतु प्रेम सम्बन्ध परेशानी का कारण बन सकते हैं। बदनामी व अपयश के योग हैं। मंगल वर्षारंभ में बारहवें स्थान में स्थित है। अतः शत्रु षड्यंत्र से सावधान रहें। रुपयों-पैसों के मामले में किसी पर भी भरोसा नहीं करें। अगर आप राजकीय सेवा में हैं तो आपको बहुत ही सावधानी से कार्य करने की आवश्यकता है। अपरिचित व अजनबी व्यक्तियों पर रुपयों-पैसों के मामले में भरोसा नहीं करें। आप ट्रैप हो सकते हैं। उच्चाधिकारी जरूर आपके काम
से खुश होंगे। पारिवारिक जीवन अच्छा ही रहेगा। पति-पत्नी में कभी हल्के-फुल्के वैचारिक मतभेद रह सकते हैं। लाभ का मार्ग प्रशस्त होगा। जिस अनुपात में पैसा आएगा उसी अनुपात में खर्च भी होगा। यात्राओं पर जोर रहेगा। किसी जरूरतमंद मित्र की तरफ मदद का हाथ बढ़ाएंगे। ससुराल वालों से
हल्की-फुल्की नोंक-झोंक हो सकती है।
मिथुन राशि–कैसी रहेगी 2023 में आपकी सेहत?
मिथुन राशि–व्यापार, व्यवसाय व धनके लिए कैसा रहेगा आने वाला साल 2023 ?
जानिए कैसा रहेगा 2023 में आपका घर-परिवार, संतान व रिश्तेदार के साथ सम्बन्ध ?
जानिए कैसा रहेगा 2023 में आपका विद्याध्ययन, पढ़ाई व करियर ?
जानिए कैसा रहेंगे 2023 में आपके प्रेम-प्रसंग व मित्रता सम्बन्घ ?
जानिए कैसा रहेंगे 2023 में आपकेवाहन, खर्च व शुभ कार्य?
मिथुनराशि वाले कैसे बचेहानि, कर्ज व अनहोनी से?
जानिए कैसा रहेंगे 2023 मेंआपका यात्रा योग?
कैसे बनाये मिथुन राशि वाले 2023 को लाभकारी ?
मिथुन राशि की चारित्रिक विशेषताएं
मिथुन राशि का स्वामी बुध है, अतः मिथुन राशि के जातक (व्यक्ति) विनम्र, उदार व हास्यप्रिय प्रवृत्ति के होते हैं। बुध के प्रभाव के कारण ऐसा जातक बुद्धिमान होता है। इनमें स्वाभिमान का भाव भी परिलक्षित होता है। मिथुन राशि का चिह्न स्त्री-पुरुष का जोड़ा है। अतः इस राशि के लोग विपरीत लिंगी के प्रति सहज ही आकर्षित होते हैं। ऐसा व्यक्ति शास्त्र कर्म को जानने वाला, संदेश, वचन में निपुण, बातचीत में होशियार, चतुर बुद्धि, हास्य करने वाला विनोदी व दूसरे के भावों को आसानी से समझने वाला मनुष्य होता है। सारावली तो मिथुन राशि के जातक के बारे में यहां तक कहती है-
मिथुनादिमे दृगाणे पृथत्तमाडो धनान्वितः प्रांशुः।
कितवो गुणी विलासी, नृपाप्तमानो वचस्वी स्यात्।।
अर्थात् मिथुन राशि का व्यक्ति मोटे मस्तक वाला, धनी, ऊंचा, वाचाल, धूर्त, गुणी, विलासी, राजा से सम्मान प्राप्त करने वाला और बेहतरीन वक्ता होता है।
मिथुन राशि में उत्पन्न जातक विनम्र, उदार एवं हास्य प्रवृत्ति के होते हैं तथा बुद्धिमता के भाव उनके चेहरे से परिलक्षित होते हैं। इनमें स्वाभिमान का भाव विद्यमान रहता है तथा वे भौतिक सुख-साधनों एवं धनैश्वर्य से सम्पन्न रहते हैं। वे कार्यों को अत्यन्त ही सोच-समझकर सम्पन्न करते हैं, सरकार या उच्चाधिकारी वर्ग से उनका सम्पर्क बना रहता है, संगीत एवं कला के प्रति इनकी रुचि रहती है तथा नवीन सिद्धांतों या मूल्यों का प्रतिपादन करने में समर्थ रहते हैं। इसके अतिरिक्त गणित, लेखन या संपादन के क्षेत्र में इनको सफलता प्राप्त होती है। अतः इसके प्रभाव से आपका शारीरिक स्वास्थ्य उत्तम रहेगा तथा मानसिक संतुष्टि भी बनी रहेगी। अपने समस्त सांसारिक महत्त्व के कार्यों को आप बुद्धिमतापूर्वक सम्पन्न करेंगे। साथ ही जीवन में स्वपरिश्रम एवं योग्यता से आपको भौतिक सुख-संसाधनों की प्राप्ति होगी तथा धनैश्वर्य से सुसम्पन्न होकर अपना जीवन व्यतीत करेंगे।
यह द्विस्वभाव राशि है, अतः इस राशि वाले व्यक्ति प्रत्येक वस्तु के दोनों पहलुओं पर बहुत अच्छी तरह सोच-विचार कर फिर निर्णायात्मक कदम उठाते हैं। यह राशि दिवाबली मध्यम संतति और शिथिल शरीर का प्रतिनिधित्व करती है। इस राशि के व्यक्तियों को क्रोध कम आता है, प्रायः ये शान्त व गम्भीर स्वभाव के होते हैं। यदि ये क्रोधित हो जाएं, तो क्रोध शान्त होने पर पश्चाताप प्रकट करते हैं। इस राशि का चिह्न ‘गदा व वीणा सहित पुरुष-स्त्री की जोड़ी’ है। अतः इस राशि वाले व्यक्ति संगीत-वाद्य आदि कलाओं में रुचि रखते हैं।
मिथुन राशि के लोग यदि अच्छे की सोहबत में रहते हैं, तो अच्छे परिणाम देते हैं, वहीं ख़राब की सोहबत में ऐसे लोग ख़राब हो जाते हैं। नपुंसक बुध के प्रभाव से मिथुन राशि के लोगों पर संगत का असर ज़्यादा होता है। ये लोग शीघ्र ही दूसरे लोगों के प्रभाव व आकर्षण केन्द्र में आ जाते हैं, जो इनकी सबसे बड़ी कमज़ोरी है।
मित्रों के प्रति आपके मन में पूर्ण निष्ठा रहेगी तथा सरकारी कार्यों में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से अपना सहयोग प्रदान करेंगे। आपका व्यक्तित्व आकर्षक होगा तथा वाणी में भी मधुरता रहेगी। साथ ही शांत, विनम्र एवं हास्य प्रवृत्ति के कारण अन्य जनों को प्रभावित तथा आकर्षित करने में समर्थ रहेंगे। कला एवं संगीत के प्रति आप रुचिशील रहेंगे। प्रयत्न के इस क्षेत्र में मान-प्रतिष्ठा भी प्राप्त हो सकती है। लेखन, गणित, सम्पादन या व्यापार संबंधी कार्यों में आप उन्नति प्राप्त करके समाज में प्रतिष्ठित व्यक्ति के रूप में स्वयं को स्थापित करने में समर्थ रहेंगे।
यदि आपका जन्म मिथुन राशि में ‘मृगशिरा नक्षत्र’ के 3, 4 चरण (का, की) अक्षरों में है, तो आपका जन्म 7 वर्ष की मंगल की महादशा में हुआ है। आपकी योनि‒सर्प, गण‒देव, वर्ण‒शूद्र, युज्जा‒पूर्व, हंसक‒वायु, नाड़ी‒मध्य, पाया‒सोना और वर्ग‒बिलाव है। इस नक्षत्र का प्राकृतिक स्वभाव विद्याध्ययनी और शिल्पी है। इस राशि वाले बालक बहुत ही चतुर व सुन्दर होते हैं। प्रायः ये मध्यम कद के छरहरे बदन के होते हैं। आर्थिक दृष्टिकोण से मितव्ययी एवं सोच-विचारकर खर्च करने वाले होते हैं। इनकी प्रगति में निरन्तर बाधाएं आती रहती हैं तथा इनका जीवन परिवर्तनमय रहता है। ‘Change is Charm of Life’ के सिद्धांत का प्रतिपादन करने वाले ये व्यक्ति प्रायः एक धंधे को छोड़कर दूसरे धंधे में हाथ डालते हुए देखे गए हैं।
यदि आपका जन्म मिथुन राशि में ‘आर्द्रा नक्षत्र’ के (कु, घ, ड, छ) अक्षरों में है, तो आपका जन्म 18 वर्ष की राहु की महादशा में हुआ है। आपकी योनि‒श्वान, गण‒मनुष्य, वर्ण‒शूद्र, युज्जा‒मध्य, हंसक‒वायु, नाड़ी‒आद्य, पाया‒चांदी का एवं प्रथम तीन चरण-बिलाव एवं अंतिम चरण-सिंह वर्ग का है। आर्द्रा नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्ति क्रय-विक्रय में निपुण होते हैं। आर्द्रा नक्षत्र का स्वामी रुद्र होने से इनमें संहारक शक्ति विशेष होती है।
यदि आपका जन्म मिथुन राशि के ‘पुनर्वसु नक्षत्र’ के प्रथम तीन चरणों (के, को, हा) में हुआ है, तो आपका जन्म 16 वर्ष की बृहस्पति की महादशा में हुआ है। आपकी योनि‒ मार्जार, गण‒देव, वर्ण‒शूद्र, युज्जा‒मध्य, हंसक‒वायु, नाड़ी‒आद्य, पाया‒चांदी, प्रथम दो चरण-बिलाव एवं तृतीय चरण-हिरण वर्ण का है। पुनर्वसु नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्ति धन एकत्रित करने में निपुण होते हैं। अपनी इन्द्रियों व इच्छाओं पर इनका विशेष नियंत्रण होता है।
आपका व्यक्तित्व भी आकर्षक होगा। फलतः अन्य लोग आपसे प्रभावित तथा आकर्षित रहेंगे। जीवन में समस्त सांसारिक सुखों का उपयोग करने में आप सफल होंगे तथा धनैश्वर्य एवं वैभव से भी सुसम्पन्न रहेंगे। आप एक विद्वान पुरुष होंगे, फलतः अपनी विद्वता से समाज में मान-सम्मान एवं प्रतिष्ठा अर्जित करेंगे।
धर्म के प्रति भी आपके मन में श्रद्धा का भाव विशेष होगा, निष्ठापूर्वक आप धार्मिक कार्यकलापों को सम्पन्न करेंगे। साथ ही अवसरानुकूल सामाजिक जनों के मध्य उदारता तथा दानशीलता के भाव का भी प्रदर्शन करेंगे, फलतः सामाजिक प्रभाव तथा प्रतिष्ठा में सतत वृद्धि होती रहेगी। मर्म के आप ज्ञाता होंगे तथा गूढ़-से-गूढ़ विषय को हल करने में समर्थ होंगे।
व्यापार के प्रति आपकी विशेष रुचि होगी, इनके द्वारा आप धनवान एवं विख्यात होंगे। संगीत एवं कला में भी आप समयानुसार अपनी रुचि का प्रदर्शन करते रहेंगे। आप सांसारिक ऐश्वर्य से युक्त होंगे तथा सामान्यतया आपका जीवन सुख एवं प्रसन्नता से युक्त ही रहेगा। इस प्रकार आप शांत, उदार, हास्य प्रवृत्ति युक्त एवं विद्वान पुरुष होंगे तथा जीवन में समस्त सुखों को अर्जित करके प्रसन्नतापूर्वक उनका उपयोग करेंगे।
बुध हरित वर्ण का है, यह हल्के रंग की किरण फेंकता है। आपका शुभ रत्न ‘पन्ना’ है तथा बुधवार आपके लिए अनुकूल परिस्थितियों का परिचायक है। बुध की और अधिक शुभता प्राप्त करने के लिए आप रत्नजड़ित बुध यंत्र भी गले में धारण करें।
मिथुन राशि वालों के लिए उपाय
मिथुन राशि में उत्पन्न व्यक्तियों को विष्णु पूजन, यज्ञ व विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना चाहिए। बुध का रत्न ‘पन्ना’ या ‘ओनेक्स’ धारण करें। मूंग की दाल का अत्यधिक सेवन करें। जबरजद या मरगज भी धारण किया जा सकता है। बुधवार का व्रत करना भी मिथुन राशि के लोगों के लिए लाभप्रद रहता है।
मिथुन राशि की प्रमुख विशेषताएं
- राशि ‒ मिथुन
- राशि चिह्न ‒ स्त्री-पुरुष का जोड़ा, गदा व वीणा हाथ में
- राशि स्वामी ‒ बुध
- राशि तत्त्व ‒ वायु तत्त्व
- राशि स्वरूप ‒ द्विस्वभाव
- राशि दिशा ‒ पश्चिम
- राशि लिंग व गुण ‒ पुरुष (कुमार)
- राशि जाति ‒ शूद्र
- राशि प्रकृति व स्वभाव ‒ क्रूर स्वभाव, त्रिधातु प्रकृति
- राशि का अंग ‒ कन्धा
- अनुकूल रत्न ‒ पन्ना
- अनुकूल रंग ‒ हरा
- शुभ दिवस ‒ बुधवार
- अनुकूल देवता ‒ गणपति
- व्रत, उपवास ‒ बुधवार
- अनुकूल अंक ‒ 5
- अनुकूल तारीख़ें ‒ 5/14/23
- मित्र राशियां ‒ मेष, तुला, कुंभ, सिंह, कन्या
- शत्रु राशियां ‒ कर्क
- व्यक्तित्व ‒ चतुर, निडर, बुद्धिमान
- सकारात्मक तथ्य ‒ कुशल व्यापारी-व्यवसायी, वाक्पटु
- नकारात्मक तथ्य ‒ निर्मोही, आत्मकेन्द्रित, निष्ठुर
ही पुनर्वसु-1
हू, हे, हो, डा पुष्य-4
डी, डू, डे, डो आश्लेषा-4
1 जनवरी से 7 जनवरी तक
वर्ष 2024 की शुरूआत आपके लिए शुभ रहेगी। सामान्य से अच्छे फलों की प्राप्ति होगी। आप 1, 2 को अपनों के साथ समय बिताएंगे। जीवन में कुछ अच्छे की चाह रखेंगे और अच्छा कर भी पाएंगे। आपको शुभ समाचारों की प्राप्ति होगी। आपमें पूरा जोश व उत्साह होगा। 3, 4 को कैरियर की गाड़ी आगे बढ़ेगी साथ ही आप पढ़ाई या कुछ नई चीज को सीखने में अव्वल रहेंगे। आप प्रसन्नचित्त रहेंगे। घर-परिवार का साथ रहेगा। आपके अपने लोग ही आपसे ईर्ष्या भाव रखेंगे। लेकिन इन सब चीजों से आपको कोई फर्क नहीं पड़ेगा, आप अपनी मस्ती में मस्त रहेंगे। 5 से 7 के मध्य कष्टकारी समय है। आप में सहनशक्ति की कमी रहेगी। क्रोधित जल्दी होंगे। वाणी पर संयम रखें।
ग्रह स्थिति
मासारम्भ में चंद्रमा सिंह राशि का द्वितीय भाव में, केतु कन्या राशि का तृतीय भाव में, शुक्र+बुध वृश्चिक राशि का पंचम भाव में, सूर्य+मंगल धनु राशि षष्टम भाव में, शनि कुंभ राशि का अष्टम भाव में, राहु मीन राशि का नवम भाव में, बृहस्पति मेष राशि का दशम भाव में चलायमान है।
कर्क राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें
| 2023 | शुभ तारीख़ें | सावधानी रखने योग्य अशुभ तारीख़ें |
| जनवरी | 2, 3, 4, 20, 21, 25, 26, 27, 30, 31 | 5, 6, 7, 14, 15, 23, 24 |
| फरवरी | 16, 17, 21, 22, 23, 26, 27, 28 | 2, 3, 10, 11, 12, 19, 20, 29 |
| मार्च | 15, 16, 20, 21, 24, 25, 26 | 1, 9, 10, 17, 18, 27, 28, 29 |
| अप्रैल | 11, 12, 16, 17, 21, 22 | 5, 6, 14, 24, 25 |
| मई | 8, 9, 10, 13, 14, 15, 18, 19 | 2, 3, 4, 11, 12, 21, 22, 29, 30, 31 |
| जून | 5, 6, 10, 11, 14, 15, 16 | 7, 8, 17, 18, 19, 26, 27 |
| जुलाई | 2, 3, 7, 8, 11, 12, 13, 29, 30, 31 | 5, 6, 14, 15, 16, 23, 24, 25 |
| अगस्त | 3, 4, 5, 8, 9, 26, 27, 31 | 1, 2, 11, 12, 19, 20, 21, 28, 29 |
| सितम्बर | 1, 4, 5, 6, 22, 23, 27, 28 | 7, 8, 9, 16, 17, 25 |
| अक्टूबर | 1, 2, 3, 19, 20, 24, 25, 26, 29, 30 | 4, 5, 6, 13, 14, 15, 22, 23 |
| नवम्बर | 16, 17, 21, 22, 25, 26 | 1, 2, 10, 11, 18, 19, 28, 29 |
| दिसम्बर | 13, 14, 18, 19, 22, 23, 24 | 7, 8, 9, 16, 25, 26, 27 |
कर्क राशि का वार्षिक भविष्यफल

साल 2024 आपके लिए चुनौतियों से परिपूर्ण रहेगा, बृहस्पति दशम स्थान में तथा एकादश स्थान में चलायमान रहेंगे, वही शनि महाराज वर्ष पर्यन्त आठवें स्थान में चलायमान रहेंगे। अतः शनि की ढैÕया का भोग रहेगा, स्वास्थ्य के प्रति की गई लापरवाही के परिणाम घातक रह सकते हैं। स्वास्थ्य में नियमित जांच व परिक्षण करवाते रहें। इस वर्ष सिरदर्द, पेट से संबंधित व्याधि पाचनतंत्र के रोग, पैराें की तकलीफ रहेगी। ब्लड प्रेशर व सुगर जैसी दीर्घकालिक बीमारियों, हार्ट डिजीज वगैरा में समय समय पर दवाई लेते रहें। जहाँ तक धन की बात है, रुपयों की आई चलाई रहेगी। पैसा जितनी तीव्रता से तेजी से आयेगा उनकी ही तेजी से खर्च भी हो जायेगा। हालांकि व्यापार में आप किसी नवीन तकनीक व हुनर का उपयोग करेंगे, आपको उसमें अच्छी संभावनाऐं नजर आयेंगी। लेकिन जब आप उसे कार्यरूप में परिणित करने बैठेंगे तो बाधाऐं व अड़चने आयेंगी। नौकरी शुदा जातकों को पदोन्नति या महत्वपूर्ण पोसि्ंटग प्राप्त हो सकती है। सहकर्मी व बॉस से संबंध अच्छे रहेगें, परंतु गुप्त षडयंत्र सक्रिय रहेंगे। और वो आपकी शिकायत कहीं कर सकते है। आपको किसी गुप्त योजना या षडयंत्र में उलझा सकते हैं।
इस वर्ष कर्क राशि के लोगों पर शनि की ढैय्या का प्रभाव रहेगा। अतः एक-एक कदम फूंक-फूंक कर रखने की आवश्यकता है। कई बार काम बनता-बनता रूक व अटक जायेगा। इस वर्ष पारिवारिक दृष्टि से भी काफी उठापटक रहेगी। हालाकि जीवन साथी का आपको भरपूर साथ व सहयोग मिलेगा। व्यापार में विस्तार की
योजना लम्बित होंगी, कहीं पर कोई व्यापारिक आर्डर या पैसा भी फंस सकता है। आपको काम-काज में, कार्यक्षेत्र में गुणवत्ता पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है। क्वांटीटी के चक्कर में क्वालिटी के साथ कोई समझौता नहीं करे। सार्वजनिक महत्व के कार्यों व समाजसेवा के कार्यों में पारदर्शिता रखें, कोई आरोप या झूूठा कलंक आप पर लग सकता है, पति-पत्नी में यदा-कदा वैचारिक मतभेद भी उत्पन्न हो सकते हैं। प्रेम प्रसंगों में सावधानी रखें, अपयश व हानि का कारण बन सकते हैं। माता-पिता व बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद प्राप्त होगा, उस आशीर्वाद के सहारे आप बडे से बड़ा संकट पार कर लेंगे। किसी दिव्य व प्रेरणास्पद व्यक्ति से मुलाकात आपके भाग्य के
द्वार खोल देगा। मंगल-सूर्य की युति वर्षारंभ में है, तथा 30 जून से 15 नवम्बर तक शनि का वक्र परिभ्रमण कोर्ट केस व किसी कानूनी अड़चन की स्थिति को रखेगा। सम्पति व बटवारे संबंधी विवाद तो उलझेगा ही परंतु साथ ही काम-काज से जुड़ा हुआ कोई मुकदमा भी समस्या पैदा कर सकता है। आपको इस साल वाणी व क्रोध पर नियंत्रण रखना चाहिए। आप कर्क राशि के जातक हैं, कर्क राशि के जातक थोड़े भावुक प्रवृत्ति के होते हैं, भावकुता में कई आप निर्णय गलत ले लेंगे।
शारीरिक सुख एवं स्वास्थ्यः- यह साल आपके लिए थोड़ा सा स्वास्थ्य की दृष्टि से ढीला रह सकता है। काम-
काज की व्यस्तताओं के चलते आपका स्वास्थ्य प्रभावित होगा। अपनी दिनचर्या व खान-पान को व्यवस्थित व सुनियोजित रखें, इस समय मौसमी बीमारियों की स्थिति तो रहेगी ही साथ ही किसी गंभीर बीमारी की भी संभावना है। 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि के वक्र काल में कोई दुर्घटना या
एक्सीडेंट हो सकता है, वाहन सावधानी पूर्वक चलावें। घर के वरिष्ठ व्यक्ति व बुजुर्ग व्यक्ति का स्वास्थ्य डावाडोल हो सकता है। जिस कारण आपको अस्पताल की यात्र करनी पड़ेगी।
व्यापार, व्यावसाय व धनः- काम-काज को पटरी पर लाने के लिए आप भरसक प्रयास करेंगे, काम में अवरोध व
रूकावटें आयेंगी। काम-काज में व्यवस्याआें को दूरस्त करने के लिए आपको ऋण लेना पड़ सकता है। व्यावसायिक प्रतिद्वन्दी व प्रतिस्पर्धी इस साल आपको कड़ी चुनौती देंगे। चंद्रमा वर्षारंग में दूसरे स्थान धन भाव का आया है, पैसा आने से पहले जाने का भी रास्ता तैयार रहेगा। धन संचय वाला मामला कमजोर रहेगा। नौकरी में कार्यक्षेत्र में एक के बाद एक समस्याऐं मुंह फाड़े खड़ी रहेंगी। एक तरफ बॉस व अधिकारी को संतुष्ट करना मुसीबत का कारण बन सकता है। आपके अधीनस्थ व्यक्ति आपके साथ कोई विश्वासघात कर सकते हैं। भागीदार की गतिविधियों पर व आर्थिक कार्यकलापों पर नजर रखें। कार्यक्षमता व कार्यकुशलता में बढ़ोतरी तो होगी परंतु कहीं न कहीं परिणाम व प्रतिफल कमजोर रहेंगे। आप पूरी ऊर्जा पूरे जोश से काम के प्रति समर्पित रहेगें। कर्मचारी या भागीदार व्यापार संबंधी गोपनीयता का सौदा कर सकते हैं। भूमि, भूखण्ड, प्लाट आदि खरीदने से पहले अच्छी तरह जांच पड़ताल कर लेवें। कागजाद को आप स्वयं चैक करने के साथ- साथ किसी विशेषज्ञ वकील आदि से भी परामर्श करें। आप नई तकनीक का प्रयोग व्यापार में करेंगे, जो बेशक फिलहाल लाभ नही देगा, परंतु आगे चलकर उससे लाभ प्राप्त होगा। 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि वक्र स्थिति में चलायमान रहेंगे। अतः इस दरम्यान धन हानि के पूरे-पूरे योग बन रहे हैं। शेयर्स, लॉटरी, जुआ सट्टे से उचित दूरी बनाकर रखें। कोई बड़ा आर्डर या डील कैंसिल हो सकती है। पैसा
अटक जायेगा। रिश्तेदारों पर रुपयों-पैसों के मामले में भरोसा नहीं करें।
घर परिवार संतान व रिश्तेदारः- व्यावसायिक व काम-काज की उठापठक के बीच आप परिवार के लिए बिल्कुल समय नहीं निकाल पायेंगे। भाईयों से कभी कभार मतभेद व विवाद हो सकता है। इस समय मूलमंत्र एक ही रहेगा कि कई मामलों में चुप ही रहे। सम्पति संबंधी विवाद व बटवारे के विवाद से तनाव उत्पन्न हो सकता है। पति-पत्नी दोनों एक दूसरे की भावनाऐं तथा परिस्थितियां समझकर ही आचरण करेगें। आप देखेगें कि इस मुश्किल समय जीवन साथी आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर आपके साथ खड़ा है। घर के वरिष्ठ लोगों का आशीर्वाद प्राप्त होगा। रिश्तेदारों से ज्यादा सहयोग की उम्मीद नहीं की जा सकती। विवाह योग्य जातकों के विवाह की बात तो आगे बढ़ेगी लेकिन बात किसी मुकाम पर नहीं पहुँच जायेगी। 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि के वक्रस्थ परिभ्रमण के कारण संतान को लेकर मन में चिंता रहेगी। संतान की गतिविधि हरकत व कार्यकलाप पर नजर रखें। संतान के कैरियर को लेकर भी मन में कुछ चिंता आशंकाऐं रहेंगी। शनि की शांति के लिए काले घोड़े की नाल की शनि मुद्रिका मध्य अगूंली में धारण करें।
विद्याध्यन, पढ़ाई व कैरियरः- कर्क राशि के जातक इस साल अध्ययन में रहेगें। खूब जमकर मेहनत करेगें, हालांकि परिणाम जरूर कुछ कमजोर रहेगें। पढ़ाई से ध्यान भटकेगा। कैरियर में नौकरी में लक्ष्यों को पूरा करने का दवाब रहेगा। अधिकारी बॉस आपके काम से ज्यादा संतुष्ट नहीं रहेगे। किसी न किसी कारण से कारण से कार्यक्षमता व कार्यक्षमता में कमी देखी जायेगी। आपको सतत परिश्रम नहीं छोड़ना चाहिए। 1 मई 2024 के पश्चात् गुरू लाभ स्थान में आकर विभागीय परीक्षा, नौकरी से संबंधित परीक्षा, जॉब इंटरव्यू आदि में सफलता दिला सकते हैं। मैनैजमेंट के क्षेत्र में तथा इंजीनयरींग के क्षेत्र में प्रयासरत विद्यार्थीयों को आंशिक सफलता मिल सकती है। प्रेम-प्रसंगों, सोशल मीडिया से उचित दूरी बनाकर रखें। 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य स्वास्थ्य कारणों से शिक्षा प्रभावित होगी।
प्रेम-प्रसंग व मित्रः- पंचमेश मंगल वर्षारंभ में खड़डे
में पड़ा है तथा शुक्र पंचम स्थान में है। अतः प्रेम-प्रसंगों व संबंधों को मामले में सावधानी रखें कोई षडयंत्र या विश्वास
घात हो सकता है। हनी ट्रैपिंग हो सकती है। हालांकि पचंम में शुक्र के कारण प्रेम प्रस्ताव जरूर प्राप्त होंगे। लेकिन प्रेम संबंध नुकसान का कारण बन सकते हैं। मित्रें की संख्या बढ़ेगी तथा आप यह महसूस करेगें कि मित्र हर स्थिति परिस्थिति में आपके साथ खड़ा है। मित्र वक्त बेवक्त आपके आपके काम आयेगें। आप भी मित्र की हर संभव सहायता करने को तत्पर रहेंगे।
वाहन, खर्च व शुभकार्यः- इस वर्ष वाहन कष्ट होगा, वाहन बार-बार खराब होगा तथा वाहन के रख रखाव व मैनैटेनेंस पर इस वर्ष खर्च भी होगा। वाहन सावधानी पूर्वक चलावें, शराब पीकर वाहन चलाना या लापरवाही सीधे खतरे को निमंत्रण है। क्योंकि राशि शनि की
ढैय्या के प्रभाव में है। उसमें भी 30 जून से 15 नवम्बर के बीच ज्यादा सावधानी की आवश्यकता रहेगी। बेतहाशा खर्चों में वृद्धि होगी। फिजुलखर्ची पर नियंत्रण रखें। घर के रखरखाव पर भी धन राशि व्यय होगी जहाँ तक शुभ कार्य व मागंलिक कार्य की बात है। इस वर्ष संभावना थोड़ी कम ही है। हानि, कर्ज व अनहोनीः-शेयर बाजार, सट्टा लाटरी आदि से बचकर रहें। धन हानि की प्रबल संभावनाऐं हैं, इस साल भाग्य आपका साथ नहीं दे रहा है। आर्थिक मामलों में आपका हाथ इतना तंग रहेगा कि रोजमर्रा के खर्चों के लिए भी आपको लोन लेना पड़ सकता है। जहाँ तक अनहोनी का प्रश्न है घर किसी वरिष्ठ सदस्य के साथ कोई अनहोनी हो सकती
है। सावधान व सतर्क रहें।
यात्रएंः- इस वर्ष बाहरी यात्रऐं होंगी। लम्बी दूरी की
यात्रओं की संभावनाऐें हैं। यात्रओं में कष्ट के योग है। खान-पान का ध्यान रखें, ज्यादा तला गला फास्ट फूड व जंक फूड खाने से बचें।
आप कर्क राशि के जातक हैं और कर्क राशि के व्यक्ति व जातक घोर महत्त्वाकांक्षी होता है । मन में विचार द्वन्द्व सदैव चलता रहेगा।
कर्क राशि की चारित्रिक विशेषताएं
कर्क राशि का स्वामी चंद्रमा है। कर्क लग्न के जातक चंद्रमा से प्रभावित होते हैं। चंद्रमा स्वयं चंचल है। अतः ऐसा व्यक्ति चंचल स्वभाव का होता है। सहनशीलता की कुछ कमी रहेगी। भीतर से कुछ और तथा बाहर से कुछ और होता है। ऐसा व्यक्ति पूर्ण स्थायी होता है। आत्मप्रशंसा अर्थात् खुद की प्रशंसा सुनना पसंद करता है।
चंद्रमा एक शीतल, सौम्य एवं शुभ ग्रह है। चंद्रमा का सबसे ज़्यादा असर मनःस्थिति पर देखा गया है। अतः इस राशि वाले स्त्री-पुरुष प्रायः अत्यधिक भावुक व भावनाप्रद विचारों से ओत-प्रोत पाए जाते हैं। लंबा कद, दूसरों के प्रति दया व प्रेम की विशेष भावना एवं जीवन में निरन्तर आगे बढ़ने की तीव्र लालसा इनकी निजी विशेषता है।
सामान्यतया कर्क राशि में उत्पन्न जातक शांत प्रवृत्ति के होते हैं तथा अपने कार्यकलापों को वे दृढ़तापूर्वक संपन्न करते हैं। इनमें भावुकता का भाव भी विद्यमान रहता है तथा प्रेम एवं स्नेह के क्षेत्र में ये निश्छलता का प्रदर्शन करते हैं। जीवन में भौतिक सुख-संसाधनों को ये स्वपरिश्रम तथा पराक्रम से अर्जित करने में समर्थ रहते हैं तथा सुखपूर्वक इनका उपभोग करते हैं। साथ ही इनमें समाज सेवा या देश सेवा की भी भावना रहती है। अन्य जनों की आंतरिक भावनाओं को समझने में ये दक्ष होते हैं तथा राजनीतिक या सरकारी क्षेत्र में किसी सम्मानित पद को प्राप्त करके मान-प्रतिष्ठा एवं प्रसिद्धि अर्जित करते हैं।
अतः इसके प्रभाव से आप एक बुद्धिमान पुरुष होंगे तथा अपने सांसारिक शुभ एवं महत्त्वपूर्ण कार्यों को बुद्धिमता एवं परिश्रम से संपन्न करेंगे तथा इनमें आपको प्रायः सफलता प्राप्त होगी, जिससे आपका उन्नति मार्ग प्रशस्त रहेगा। साथ ही समाज में यथोचित आदर एवं सम्मान प्राप्त करेंगे। आर्थिक रूप से आप सुदृढ़ रहेंगे तथा प्रचुर मात्रा में धनार्जन होता रहेगा।
जीवन में आपको उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ेगा, परन्तु समस्त समस्याओं का सामना तथा समाधान आप दृढ़तापूर्वक करेंगे तथा विषम परिस्थितियों में भी साहस नहीं छोड़ेंगे। इसके अतिरिक्त समाज में आपका प्रभाव रहेगा तथा अनुकूल प्रतिष्ठा अर्जित करने में समर्थ होंगे। आपका व्यक्तित्व आकर्षक होगा, फलतः अन्य जन आपसे प्रभावित होंगे। श्रेष्ठ एवं उत्कृष्ट कार्यों को करने में आपकी रुचि रहेगी तथा प्रयत्नपूर्वक इनको करने के लिए तत्पर रहेंगे।
आप में कर्तव्यपरायणता का भाव भी विद्यमान रहेगा तथा समाज एवं देश के प्रति अपने कर्त्तव्यों का ईमानदारी से पालन करेंगे। सरकारी क्षेत्र या राजनीति में आपको सफलता मिलेगी तथा किसी उच्च पद को प्राप्त करने में समर्थ होंगे।
धर्म के प्रति आपकी श्रद्धा रहेगी, परन्तु धार्मिक कार्य-कलाप या अनुष्ठान अल्प मात्रा में ही संपन्न करेंगे। प्रकृति के प्रति आकर्षण रहेगा तथा समय-समय पर आप इन स्थानों पर भ्रमण करने जाते रहेंगे। संगीत एवं कला के प्रति भी आपका आकर्षण रहेगा तथा इस क्षेत्र में आपका योगदान भी रहेगा। मित्रों के मध्य आप सम्मानीय रहेंगे तथा उनसे आपको इच्छित सुख एवं सहयोग की प्राप्ति होगी, साथ ही वे गुणवान तथा शिक्षित भी होंगे। इस प्रकार आप कर्त्तव्यपरायण, दृढ़प्रतिज्ञ, मित्र-प्रेमी तथा पराक्रमी पुरुष होंगे एवं जीवन में परिश्रमपूर्वक धनैश्वर्य एवं वैभव अर्जित करके प्रसन्नतापूर्वक अपना समय व्यतीत करेंगे।
कर्क राशि ‘जल तत्त्व’ प्रधान है। इसलिए ऐसा व्यक्ति घूमने व तैरने का शौकीन होता है। चंद्रमा की चांदनी इनको बहुत पसंद होती है और इनकी कल्पना शक्ति बहुत तीव्र होती है। ये अच्छे लेखक, सुन्दर कवि, दार्शनिक तथा उच्चकोटि के साहित्यकार व भविष्यवक्ता हो सकते हैं।
चंद्रमा की धवल कांतिमय किरणों का रंग ‘मोतियों’ सदृश आंका गया है। अतः उसका रत्न ‘मोती’ आपके लिए अत्यधिक अनुकूल माना गया है। ‘श्वेत रंग’ प्रिय होने से ऐसे व्यक्ति, सीमेंट कारखाने तथा भवन निर्माण इत्यादि कार्यों व कपड़ा संबंधी व्यापार में सफल होते देखे गए हैं।
यह एक जलीय राशि है, इसलिए इस राशि वाले व्यक्ति खेती के कार्य (।हतपबनसजनतम) व यांत्रिक मशीनरी वस्तुओं में रुचि लेते हुए पाए गए हैं। सरकारी अधिष्ठानों में ऐसे व्यक्ति जल-संबंधी कार्यों में दक्ष पाए गए हैं।
यह स्त्री संज्ञक राशि है, इसलिए इसकी प्रकृति और मानसिक अवस्था में इतनी चंचलता रहती है कि ये सबसे एक-सा व्यवहार नहीं कर पाते, इनमें धार्मिक प्रवृत्तियां भी पाई जाती हैं। अगर जरा-सा भी विपरीत कार्य हो जाए या कुछ संकट आ जाए, तो ये विचलित हो उठते हैं। स्त्रियों के समान बातचीत के शौकीन होते हुए आप शीघ्र आवेश में आ जाते हैं, परन्तु शांत भी शीघ्र हो जाते हैं। अपने मृदुल स्वभाव के कारण मित्रों से नुकसान में रहते हैं। अत्यधिक भावुकता आपके लिए घातक है।
कर्क राशि वाले प्रायः गोरे वर्ण व धवल कांति वाले होते हैं। यदि आपका जन्म कर्क राशि के अन्तर्गत ‘पुनर्वसु नक्षत्र’ के चतुर्थ चरण (ही अक्षर) में हुआ है, तो आपका जन्म 16 वर्ष की बृहस्पति की महादशा के अन्तर्गत हुआ है। आपकी योनि-मार्जर, गण-देव, वर्ग-विप्र, हंसक-जल, नाड़ी-आद्य, पाया-चांदी, एवं वर्ग-मेढ़ा है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाला व्यक्ति क्रय-विक्रय से बहुत धन कमाता है तथा इनके दांत बहुत ही मज़बूत व सुन्दर होते हैं।
यदि आपका जन्म कर्क राशि के अन्तर्गत ‘पुष्य नक्षत्र’ (हू, हे, हो, डा) में हुआ है, तो आपका जन्म 19 वर्ष की शनि की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-मेढ़ा, गण-देव, वर्ण-विप्र, हंसक-जल, नाड़ी-मध्य, पाया-चांदी है। इस नक्षत्र के प्रारम्भिक तीन चरण का वर्ग और अंतिम चरण का वर्ग-श्वान है। पुष्य नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति धर्म ध्वज, विविध कलाओं के ज्ञाता, दयालु, परोपकारी एवं समाज के अग्रणीय व्यक्ति होते हैं।
यदि आपका जन्म कर्क राशि के अन्तर्गत ‘आश्लेषा नक्षत्र’ (डी, डू, डे, डो) में हुआ है, तो आपका जन्म 17 वर्ष की बुध की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-मार्जर, गण-राक्षस, वर्ण-विप्र, हंसक-जल, नाड़ी-आद्य, पाया-चांदी एवं वर्ग-श्वान है। इस नक्षत्र का अधिदेवता सर्प है। ऐसे व्यक्ति शीघ्र क्रोधित व उत्तेजित हो जाते हैं।
आपका राशि चिह्न ‘केकड़ा’ स्वजाति का शत्रु होता है तथा इसकी पकड़ बहुत मज़बूत होती है, तो आपके कुटुम्ब वाले व्यक्तियों में आपकी इतनी प्रतिष्ठा नहीं रहेगी, जितनी अन्य जाति, सामाजिक संगठनों व मित्रों में होगी।
कर्क राशि वालों के लिए उपाय
आपका राशि स्वामी चंद्रमा है। अतः ‘चंद्र यंत्र’ में मोती या चंद्रकांत मणि जड़वा कर प्राण-प्रतिष्ठित व अभिमंत्रित कर गले में धारण करें। सोमवार का व्रत करें। शिव चालीसा का पाठ करें। रोज़ाना किसी शिवलिंग को जल चढ़ाकर उसका ‘निर्माल्य’ अपने शरीर पर छींटे। सोमवार के दिन चीनी या चावल 1 मुट्ठी भर 11 सोमवार तक नियमित रूप से दें। यदि बार-बार काम में रुकावट या बाधा आ रही है, लाख प्रयास करने पर भी परिणाम नकारात्मक हैं, तो 5 1/4 रत्ती का ‘मोती’ +5 1/4 रत्ती का ‘चंद्रकांत मणि’ ‘बीसा यंत्र’ में जड़वाकर अभिमंत्रित कर गले में धारण करें। सोमवार का व्रत करना भी लाभप्रद है।
कर्क राशि की प्रमुख विशेषताएं
- राशि ‒ कर्क
- राशि चिह्न ‒ केकड़ा
- राशि स्वामी ‒ चंद्रमा
- राशि तत्त्व ‒ जल तत्त्व
- राशि स्वरूप ‒ चर
- राशि दिशा ‒ उत्तर
- राशि लिंग व गुण ‒ स्त्री सतोगुणी
- राशि जाति ‒ ब्राह्मण
- राशि प्रकृति व स्वभाव ‒ सौम्य स्वभाव, कफ प्रकृति
- राशि का अंग ‒ छाती, सीना
- राशि का रत्न ‒ मोती
- राशि का उपरत्न ‒ चंद्रकांत मणि
- अनुकूल रंग ‒ सफेद, क्रीम
- शुभ दिवस ‒ सोमवार
- अनुकूल देवता ‒ शिवजी
- व्रत, उपवास ‒ सोमवार
- अनुकूल अंक ‒ 2
- अनुकूल तारीख़ें ‒ 2/11/20/29
- मित्र राशियां ‒ वृश्चिक, मीन, तुला
- शत्रु राशियां ‒ मेष, सिंह, धनु, मिथुन, मकर, कुंभ
- व्यक्तित्व ‒ अध्ययनप्रिय, जलप्रिय, कुशल प्रबंधक, भावुक
- सकारात्मक तथ्य ‒ कल्पनाशील, योजनाएं बनाने वाला, वफ़ादार
- नकारात्मक तथ्य ‒ सदा बीमार, अक्षमाशील, द्वेषी
ही पुनर्वसु-1
हू, हे, हो, डा पुष्य-4
डी, डू, डे, डो आश्लेषा-4
1 जनवरी से 7 जनवरी तक
वर्ष 2024 की शुरूआत आपके लिए शुभ रहेगी। सामान्य से अच्छे फलों की प्राप्ति होगी। आप 1, 2 को अपनों के साथ समय बिताएंगे। जीवन में कुछ अच्छे की चाह रखेंगे और अच्छा कर भी पाएंगे। आपको शुभ समाचारों की प्राप्ति होगी। आपमें पूरा जोश व उत्साह होगा। 3, 4 को कैरियर की गाड़ी आगे बढ़ेगी साथ ही आप पढ़ाई या कुछ नई चीज को सीखने में अव्वल रहेंगे। आप प्रसन्नचित्त रहेंगे। घर-परिवार का साथ रहेगा। आपके अपने लोग ही आपसे ईर्ष्या भाव रखेंगे। लेकिन इन सब चीजों से आपको कोई फर्क नहीं पड़ेगा, आप अपनी मस्ती में मस्त रहेंगे। 5 से 7 के मध्य कष्टकारी समय है। आप में सहनशक्ति की कमी रहेगी। क्रोधित जल्दी होंगे। वाणी पर संयम रखें।
ग्रह स्थिति
मासारम्भ में चंद्रमा सिंह राशि का द्वितीय भाव में, केतु कन्या राशि का तृतीय भाव में, शुक्र+बुध वृश्चिक राशि का पंचम भाव में, सूर्य+मंगल धनु राशि षष्टम भाव में, शनि कुंभ राशि का अष्टम भाव में, राहु मीन राशि का नवम भाव में, बृहस्पति मेष राशि का दशम भाव में चलायमान है।
कर्क राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें
| 2023 | शुभ तारीख़ें | सावधानी रखने योग्य अशुभ तारीख़ें |
| जनवरी | 2, 3, 4, 20, 21, 25, 26, 27, 30, 31 | 5, 6, 7, 14, 15, 23, 24 |
| फरवरी | 16, 17, 21, 22, 23, 26, 27, 28 | 2, 3, 10, 11, 12, 19, 20, 29 |
| मार्च | 15, 16, 20, 21, 24, 25, 26 | 1, 9, 10, 17, 18, 27, 28, 29 |
| अप्रैल | 11, 12, 16, 17, 21, 22 | 5, 6, 14, 24, 25 |
| मई | 8, 9, 10, 13, 14, 15, 18, 19 | 2, 3, 4, 11, 12, 21, 22, 29, 30, 31 |
| जून | 5, 6, 10, 11, 14, 15, 16 | 7, 8, 17, 18, 19, 26, 27 |
| जुलाई | 2, 3, 7, 8, 11, 12, 13, 29, 30, 31 | 5, 6, 14, 15, 16, 23, 24, 25 |
| अगस्त | 3, 4, 5, 8, 9, 26, 27, 31 | 1, 2, 11, 12, 19, 20, 21, 28, 29 |
| सितम्बर | 1, 4, 5, 6, 22, 23, 27, 28 | 7, 8, 9, 16, 17, 25 |
| अक्टूबर | 1, 2, 3, 19, 20, 24, 25, 26, 29, 30 | 4, 5, 6, 13, 14, 15, 22, 23 |
| नवम्बर | 16, 17, 21, 22, 25, 26 | 1, 2, 10, 11, 18, 19, 28, 29 |
| दिसम्बर | 13, 14, 18, 19, 22, 23, 24 | 7, 8, 9, 16, 25, 26, 27 |
कर्क राशि का वार्षिक भविष्यफल

साल 2024 आपके लिए चुनौतियों से परिपूर्ण रहेगा, बृहस्पति दशम स्थान में तथा एकादश स्थान में चलायमान रहेंगे, वही शनि महाराज वर्ष पर्यन्त आठवें स्थान में चलायमान रहेंगे। अतः शनि की ढैÕया का भोग रहेगा, स्वास्थ्य के प्रति की गई लापरवाही के परिणाम घातक रह सकते हैं। स्वास्थ्य में नियमित जांच व परिक्षण करवाते रहें। इस वर्ष सिरदर्द, पेट से संबंधित व्याधि पाचनतंत्र के रोग, पैराें की तकलीफ रहेगी। ब्लड प्रेशर व सुगर जैसी दीर्घकालिक बीमारियों, हार्ट डिजीज वगैरा में समय समय पर दवाई लेते रहें। जहाँ तक धन की बात है, रुपयों की आई चलाई रहेगी। पैसा जितनी तीव्रता से तेजी से आयेगा उनकी ही तेजी से खर्च भी हो जायेगा। हालांकि व्यापार में आप किसी नवीन तकनीक व हुनर का उपयोग करेंगे, आपको उसमें अच्छी संभावनाऐं नजर आयेंगी। लेकिन जब आप उसे कार्यरूप में परिणित करने बैठेंगे तो बाधाऐं व अड़चने आयेंगी। नौकरी शुदा जातकों को पदोन्नति या महत्वपूर्ण पोसि्ंटग प्राप्त हो सकती है। सहकर्मी व बॉस से संबंध अच्छे रहेगें, परंतु गुप्त षडयंत्र सक्रिय रहेंगे। और वो आपकी शिकायत कहीं कर सकते है। आपको किसी गुप्त योजना या षडयंत्र में उलझा सकते हैं।
इस वर्ष कर्क राशि के लोगों पर शनि की ढैय्या का प्रभाव रहेगा। अतः एक-एक कदम फूंक-फूंक कर रखने की आवश्यकता है। कई बार काम बनता-बनता रूक व अटक जायेगा। इस वर्ष पारिवारिक दृष्टि से भी काफी उठापटक रहेगी। हालाकि जीवन साथी का आपको भरपूर साथ व सहयोग मिलेगा। व्यापार में विस्तार की
योजना लम्बित होंगी, कहीं पर कोई व्यापारिक आर्डर या पैसा भी फंस सकता है। आपको काम-काज में, कार्यक्षेत्र में गुणवत्ता पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है। क्वांटीटी के चक्कर में क्वालिटी के साथ कोई समझौता नहीं करे। सार्वजनिक महत्व के कार्यों व समाजसेवा के कार्यों में पारदर्शिता रखें, कोई आरोप या झूूठा कलंक आप पर लग सकता है, पति-पत्नी में यदा-कदा वैचारिक मतभेद भी उत्पन्न हो सकते हैं। प्रेम प्रसंगों में सावधानी रखें, अपयश व हानि का कारण बन सकते हैं। माता-पिता व बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद प्राप्त होगा, उस आशीर्वाद के सहारे आप बडे से बड़ा संकट पार कर लेंगे। किसी दिव्य व प्रेरणास्पद व्यक्ति से मुलाकात आपके भाग्य के
द्वार खोल देगा। मंगल-सूर्य की युति वर्षारंभ में है, तथा 30 जून से 15 नवम्बर तक शनि का वक्र परिभ्रमण कोर्ट केस व किसी कानूनी अड़चन की स्थिति को रखेगा। सम्पति व बटवारे संबंधी विवाद तो उलझेगा ही परंतु साथ ही काम-काज से जुड़ा हुआ कोई मुकदमा भी समस्या पैदा कर सकता है। आपको इस साल वाणी व क्रोध पर नियंत्रण रखना चाहिए। आप कर्क राशि के जातक हैं, कर्क राशि के जातक थोड़े भावुक प्रवृत्ति के होते हैं, भावकुता में कई आप निर्णय गलत ले लेंगे।
शारीरिक सुख एवं स्वास्थ्यः- यह साल आपके लिए थोड़ा सा स्वास्थ्य की दृष्टि से ढीला रह सकता है। काम-
काज की व्यस्तताओं के चलते आपका स्वास्थ्य प्रभावित होगा। अपनी दिनचर्या व खान-पान को व्यवस्थित व सुनियोजित रखें, इस समय मौसमी बीमारियों की स्थिति तो रहेगी ही साथ ही किसी गंभीर बीमारी की भी संभावना है। 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि के वक्र काल में कोई दुर्घटना या
एक्सीडेंट हो सकता है, वाहन सावधानी पूर्वक चलावें। घर के वरिष्ठ व्यक्ति व बुजुर्ग व्यक्ति का स्वास्थ्य डावाडोल हो सकता है। जिस कारण आपको अस्पताल की यात्र करनी पड़ेगी।
व्यापार, व्यावसाय व धनः- काम-काज को पटरी पर लाने के लिए आप भरसक प्रयास करेंगे, काम में अवरोध व
रूकावटें आयेंगी। काम-काज में व्यवस्याआें को दूरस्त करने के लिए आपको ऋण लेना पड़ सकता है। व्यावसायिक प्रतिद्वन्दी व प्रतिस्पर्धी इस साल आपको कड़ी चुनौती देंगे। चंद्रमा वर्षारंग में दूसरे स्थान धन भाव का आया है, पैसा आने से पहले जाने का भी रास्ता तैयार रहेगा। धन संचय वाला मामला कमजोर रहेगा। नौकरी में कार्यक्षेत्र में एक के बाद एक समस्याऐं मुंह फाड़े खड़ी रहेंगी। एक तरफ बॉस व अधिकारी को संतुष्ट करना मुसीबत का कारण बन सकता है। आपके अधीनस्थ व्यक्ति आपके साथ कोई विश्वासघात कर सकते हैं। भागीदार की गतिविधियों पर व आर्थिक कार्यकलापों पर नजर रखें। कार्यक्षमता व कार्यकुशलता में बढ़ोतरी तो होगी परंतु कहीं न कहीं परिणाम व प्रतिफल कमजोर रहेंगे। आप पूरी ऊर्जा पूरे जोश से काम के प्रति समर्पित रहेगें। कर्मचारी या भागीदार व्यापार संबंधी गोपनीयता का सौदा कर सकते हैं। भूमि, भूखण्ड, प्लाट आदि खरीदने से पहले अच्छी तरह जांच पड़ताल कर लेवें। कागजाद को आप स्वयं चैक करने के साथ- साथ किसी विशेषज्ञ वकील आदि से भी परामर्श करें। आप नई तकनीक का प्रयोग व्यापार में करेंगे, जो बेशक फिलहाल लाभ नही देगा, परंतु आगे चलकर उससे लाभ प्राप्त होगा। 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि वक्र स्थिति में चलायमान रहेंगे। अतः इस दरम्यान धन हानि के पूरे-पूरे योग बन रहे हैं। शेयर्स, लॉटरी, जुआ सट्टे से उचित दूरी बनाकर रखें। कोई बड़ा आर्डर या डील कैंसिल हो सकती है। पैसा
अटक जायेगा। रिश्तेदारों पर रुपयों-पैसों के मामले में भरोसा नहीं करें।
घर परिवार संतान व रिश्तेदारः- व्यावसायिक व काम-काज की उठापठक के बीच आप परिवार के लिए बिल्कुल समय नहीं निकाल पायेंगे। भाईयों से कभी कभार मतभेद व विवाद हो सकता है। इस समय मूलमंत्र एक ही रहेगा कि कई मामलों में चुप ही रहे। सम्पति संबंधी विवाद व बटवारे के विवाद से तनाव उत्पन्न हो सकता है। पति-पत्नी दोनों एक दूसरे की भावनाऐं तथा परिस्थितियां समझकर ही आचरण करेगें। आप देखेगें कि इस मुश्किल समय जीवन साथी आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर आपके साथ खड़ा है। घर के वरिष्ठ लोगों का आशीर्वाद प्राप्त होगा। रिश्तेदारों से ज्यादा सहयोग की उम्मीद नहीं की जा सकती। विवाह योग्य जातकों के विवाह की बात तो आगे बढ़ेगी लेकिन बात किसी मुकाम पर नहीं पहुँच जायेगी। 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि के वक्रस्थ परिभ्रमण के कारण संतान को लेकर मन में चिंता रहेगी। संतान की गतिविधि हरकत व कार्यकलाप पर नजर रखें। संतान के कैरियर को लेकर भी मन में कुछ चिंता आशंकाऐं रहेंगी। शनि की शांति के लिए काले घोड़े की नाल की शनि मुद्रिका मध्य अगूंली में धारण करें।
विद्याध्यन, पढ़ाई व कैरियरः- कर्क राशि के जातक इस साल अध्ययन में रहेगें। खूब जमकर मेहनत करेगें, हालांकि परिणाम जरूर कुछ कमजोर रहेगें। पढ़ाई से ध्यान भटकेगा। कैरियर में नौकरी में लक्ष्यों को पूरा करने का दवाब रहेगा। अधिकारी बॉस आपके काम से ज्यादा संतुष्ट नहीं रहेगे। किसी न किसी कारण से कारण से कार्यक्षमता व कार्यक्षमता में कमी देखी जायेगी। आपको सतत परिश्रम नहीं छोड़ना चाहिए। 1 मई 2024 के पश्चात् गुरू लाभ स्थान में आकर विभागीय परीक्षा, नौकरी से संबंधित परीक्षा, जॉब इंटरव्यू आदि में सफलता दिला सकते हैं। मैनैजमेंट के क्षेत्र में तथा इंजीनयरींग के क्षेत्र में प्रयासरत विद्यार्थीयों को आंशिक सफलता मिल सकती है। प्रेम-प्रसंगों, सोशल मीडिया से उचित दूरी बनाकर रखें। 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य स्वास्थ्य कारणों से शिक्षा प्रभावित होगी।
प्रेम-प्रसंग व मित्रः- पंचमेश मंगल वर्षारंभ में खड़डे
में पड़ा है तथा शुक्र पंचम स्थान में है। अतः प्रेम-प्रसंगों व संबंधों को मामले में सावधानी रखें कोई षडयंत्र या विश्वास
घात हो सकता है। हनी ट्रैपिंग हो सकती है। हालांकि पचंम में शुक्र के कारण प्रेम प्रस्ताव जरूर प्राप्त होंगे। लेकिन प्रेम संबंध नुकसान का कारण बन सकते हैं। मित्रें की संख्या बढ़ेगी तथा आप यह महसूस करेगें कि मित्र हर स्थिति परिस्थिति में आपके साथ खड़ा है। मित्र वक्त बेवक्त आपके आपके काम आयेगें। आप भी मित्र की हर संभव सहायता करने को तत्पर रहेंगे।
वाहन, खर्च व शुभकार्यः- इस वर्ष वाहन कष्ट होगा, वाहन बार-बार खराब होगा तथा वाहन के रख रखाव व मैनैटेनेंस पर इस वर्ष खर्च भी होगा। वाहन सावधानी पूर्वक चलावें, शराब पीकर वाहन चलाना या लापरवाही सीधे खतरे को निमंत्रण है। क्योंकि राशि शनि की
ढैय्या के प्रभाव में है। उसमें भी 30 जून से 15 नवम्बर के बीच ज्यादा सावधानी की आवश्यकता रहेगी। बेतहाशा खर्चों में वृद्धि होगी। फिजुलखर्ची पर नियंत्रण रखें। घर के रखरखाव पर भी धन राशि व्यय होगी जहाँ तक शुभ कार्य व मागंलिक कार्य की बात है। इस वर्ष संभावना थोड़ी कम ही है। हानि, कर्ज व अनहोनीः-शेयर बाजार, सट्टा लाटरी आदि से बचकर रहें। धन हानि की प्रबल संभावनाऐं हैं, इस साल भाग्य आपका साथ नहीं दे रहा है। आर्थिक मामलों में आपका हाथ इतना तंग रहेगा कि रोजमर्रा के खर्चों के लिए भी आपको लोन लेना पड़ सकता है। जहाँ तक अनहोनी का प्रश्न है घर किसी वरिष्ठ सदस्य के साथ कोई अनहोनी हो सकती
है। सावधान व सतर्क रहें।
यात्रएंः- इस वर्ष बाहरी यात्रऐं होंगी। लम्बी दूरी की
यात्रओं की संभावनाऐें हैं। यात्रओं में कष्ट के योग है। खान-पान का ध्यान रखें, ज्यादा तला गला फास्ट फूड व जंक फूड खाने से बचें।
आप कर्क राशि के जातक हैं और कर्क राशि के व्यक्ति व जातक घोर महत्त्वाकांक्षी होता है । मन में विचार द्वन्द्व सदैव चलता रहेगा।
कर्क राशि की चारित्रिक विशेषताएं
कर्क राशि का स्वामी चंद्रमा है। कर्क लग्न के जातक चंद्रमा से प्रभावित होते हैं। चंद्रमा स्वयं चंचल है। अतः ऐसा व्यक्ति चंचल स्वभाव का होता है। सहनशीलता की कुछ कमी रहेगी। भीतर से कुछ और तथा बाहर से कुछ और होता है। ऐसा व्यक्ति पूर्ण स्थायी होता है। आत्मप्रशंसा अर्थात् खुद की प्रशंसा सुनना पसंद करता है।
चंद्रमा एक शीतल, सौम्य एवं शुभ ग्रह है। चंद्रमा का सबसे ज़्यादा असर मनःस्थिति पर देखा गया है। अतः इस राशि वाले स्त्री-पुरुष प्रायः अत्यधिक भावुक व भावनाप्रद विचारों से ओत-प्रोत पाए जाते हैं। लंबा कद, दूसरों के प्रति दया व प्रेम की विशेष भावना एवं जीवन में निरन्तर आगे बढ़ने की तीव्र लालसा इनकी निजी विशेषता है।
सामान्यतया कर्क राशि में उत्पन्न जातक शांत प्रवृत्ति के होते हैं तथा अपने कार्यकलापों को वे दृढ़तापूर्वक संपन्न करते हैं। इनमें भावुकता का भाव भी विद्यमान रहता है तथा प्रेम एवं स्नेह के क्षेत्र में ये निश्छलता का प्रदर्शन करते हैं। जीवन में भौतिक सुख-संसाधनों को ये स्वपरिश्रम तथा पराक्रम से अर्जित करने में समर्थ रहते हैं तथा सुखपूर्वक इनका उपभोग करते हैं। साथ ही इनमें समाज सेवा या देश सेवा की भी भावना रहती है। अन्य जनों की आंतरिक भावनाओं को समझने में ये दक्ष होते हैं तथा राजनीतिक या सरकारी क्षेत्र में किसी सम्मानित पद को प्राप्त करके मान-प्रतिष्ठा एवं प्रसिद्धि अर्जित करते हैं।
अतः इसके प्रभाव से आप एक बुद्धिमान पुरुष होंगे तथा अपने सांसारिक शुभ एवं महत्त्वपूर्ण कार्यों को बुद्धिमता एवं परिश्रम से संपन्न करेंगे तथा इनमें आपको प्रायः सफलता प्राप्त होगी, जिससे आपका उन्नति मार्ग प्रशस्त रहेगा। साथ ही समाज में यथोचित आदर एवं सम्मान प्राप्त करेंगे। आर्थिक रूप से आप सुदृढ़ रहेंगे तथा प्रचुर मात्रा में धनार्जन होता रहेगा।
जीवन में आपको उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ेगा, परन्तु समस्त समस्याओं का सामना तथा समाधान आप दृढ़तापूर्वक करेंगे तथा विषम परिस्थितियों में भी साहस नहीं छोड़ेंगे। इसके अतिरिक्त समाज में आपका प्रभाव रहेगा तथा अनुकूल प्रतिष्ठा अर्जित करने में समर्थ होंगे। आपका व्यक्तित्व आकर्षक होगा, फलतः अन्य जन आपसे प्रभावित होंगे। श्रेष्ठ एवं उत्कृष्ट कार्यों को करने में आपकी रुचि रहेगी तथा प्रयत्नपूर्वक इनको करने के लिए तत्पर रहेंगे।
आप में कर्तव्यपरायणता का भाव भी विद्यमान रहेगा तथा समाज एवं देश के प्रति अपने कर्त्तव्यों का ईमानदारी से पालन करेंगे। सरकारी क्षेत्र या राजनीति में आपको सफलता मिलेगी तथा किसी उच्च पद को प्राप्त करने में समर्थ होंगे।
धर्म के प्रति आपकी श्रद्धा रहेगी, परन्तु धार्मिक कार्य-कलाप या अनुष्ठान अल्प मात्रा में ही संपन्न करेंगे। प्रकृति के प्रति आकर्षण रहेगा तथा समय-समय पर आप इन स्थानों पर भ्रमण करने जाते रहेंगे। संगीत एवं कला के प्रति भी आपका आकर्षण रहेगा तथा इस क्षेत्र में आपका योगदान भी रहेगा। मित्रों के मध्य आप सम्मानीय रहेंगे तथा उनसे आपको इच्छित सुख एवं सहयोग की प्राप्ति होगी, साथ ही वे गुणवान तथा शिक्षित भी होंगे। इस प्रकार आप कर्त्तव्यपरायण, दृढ़प्रतिज्ञ, मित्र-प्रेमी तथा पराक्रमी पुरुष होंगे एवं जीवन में परिश्रमपूर्वक धनैश्वर्य एवं वैभव अर्जित करके प्रसन्नतापूर्वक अपना समय व्यतीत करेंगे।
कर्क राशि ‘जल तत्त्व’ प्रधान है। इसलिए ऐसा व्यक्ति घूमने व तैरने का शौकीन होता है। चंद्रमा की चांदनी इनको बहुत पसंद होती है और इनकी कल्पना शक्ति बहुत तीव्र होती है। ये अच्छे लेखक, सुन्दर कवि, दार्शनिक तथा उच्चकोटि के साहित्यकार व भविष्यवक्ता हो सकते हैं।
चंद्रमा की धवल कांतिमय किरणों का रंग ‘मोतियों’ सदृश आंका गया है। अतः उसका रत्न ‘मोती’ आपके लिए अत्यधिक अनुकूल माना गया है। ‘श्वेत रंग’ प्रिय होने से ऐसे व्यक्ति, सीमेंट कारखाने तथा भवन निर्माण इत्यादि कार्यों व कपड़ा संबंधी व्यापार में सफल होते देखे गए हैं।
यह एक जलीय राशि है, इसलिए इस राशि वाले व्यक्ति खेती के कार्य (।हतपबनसजनतम) व यांत्रिक मशीनरी वस्तुओं में रुचि लेते हुए पाए गए हैं। सरकारी अधिष्ठानों में ऐसे व्यक्ति जल-संबंधी कार्यों में दक्ष पाए गए हैं।
यह स्त्री संज्ञक राशि है, इसलिए इसकी प्रकृति और मानसिक अवस्था में इतनी चंचलता रहती है कि ये सबसे एक-सा व्यवहार नहीं कर पाते, इनमें धार्मिक प्रवृत्तियां भी पाई जाती हैं। अगर जरा-सा भी विपरीत कार्य हो जाए या कुछ संकट आ जाए, तो ये विचलित हो उठते हैं। स्त्रियों के समान बातचीत के शौकीन होते हुए आप शीघ्र आवेश में आ जाते हैं, परन्तु शांत भी शीघ्र हो जाते हैं। अपने मृदुल स्वभाव के कारण मित्रों से नुकसान में रहते हैं। अत्यधिक भावुकता आपके लिए घातक है।
कर्क राशि वाले प्रायः गोरे वर्ण व धवल कांति वाले होते हैं। यदि आपका जन्म कर्क राशि के अन्तर्गत ‘पुनर्वसु नक्षत्र’ के चतुर्थ चरण (ही अक्षर) में हुआ है, तो आपका जन्म 16 वर्ष की बृहस्पति की महादशा के अन्तर्गत हुआ है। आपकी योनि-मार्जर, गण-देव, वर्ग-विप्र, हंसक-जल, नाड़ी-आद्य, पाया-चांदी, एवं वर्ग-मेढ़ा है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाला व्यक्ति क्रय-विक्रय से बहुत धन कमाता है तथा इनके दांत बहुत ही मज़बूत व सुन्दर होते हैं।
यदि आपका जन्म कर्क राशि के अन्तर्गत ‘पुष्य नक्षत्र’ (हू, हे, हो, डा) में हुआ है, तो आपका जन्म 19 वर्ष की शनि की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-मेढ़ा, गण-देव, वर्ण-विप्र, हंसक-जल, नाड़ी-मध्य, पाया-चांदी है। इस नक्षत्र के प्रारम्भिक तीन चरण का वर्ग और अंतिम चरण का वर्ग-श्वान है। पुष्य नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति धर्म ध्वज, विविध कलाओं के ज्ञाता, दयालु, परोपकारी एवं समाज के अग्रणीय व्यक्ति होते हैं।
यदि आपका जन्म कर्क राशि के अन्तर्गत ‘आश्लेषा नक्षत्र’ (डी, डू, डे, डो) में हुआ है, तो आपका जन्म 17 वर्ष की बुध की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-मार्जर, गण-राक्षस, वर्ण-विप्र, हंसक-जल, नाड़ी-आद्य, पाया-चांदी एवं वर्ग-श्वान है। इस नक्षत्र का अधिदेवता सर्प है। ऐसे व्यक्ति शीघ्र क्रोधित व उत्तेजित हो जाते हैं।
आपका राशि चिह्न ‘केकड़ा’ स्वजाति का शत्रु होता है तथा इसकी पकड़ बहुत मज़बूत होती है, तो आपके कुटुम्ब वाले व्यक्तियों में आपकी इतनी प्रतिष्ठा नहीं रहेगी, जितनी अन्य जाति, सामाजिक संगठनों व मित्रों में होगी।
कर्क राशि वालों के लिए उपाय
आपका राशि स्वामी चंद्रमा है। अतः ‘चंद्र यंत्र’ में मोती या चंद्रकांत मणि जड़वा कर प्राण-प्रतिष्ठित व अभिमंत्रित कर गले में धारण करें। सोमवार का व्रत करें। शिव चालीसा का पाठ करें। रोज़ाना किसी शिवलिंग को जल चढ़ाकर उसका ‘निर्माल्य’ अपने शरीर पर छींटे। सोमवार के दिन चीनी या चावल 1 मुट्ठी भर 11 सोमवार तक नियमित रूप से दें। यदि बार-बार काम में रुकावट या बाधा आ रही है, लाख प्रयास करने पर भी परिणाम नकारात्मक हैं, तो 5 1/4 रत्ती का ‘मोती’ +5 1/4 रत्ती का ‘चंद्रकांत मणि’ ‘बीसा यंत्र’ में जड़वाकर अभिमंत्रित कर गले में धारण करें। सोमवार का व्रत करना भी लाभप्रद है।
कर्क राशि की प्रमुख विशेषताएं
- राशि ‒ कर्क
- राशि चिह्न ‒ केकड़ा
- राशि स्वामी ‒ चंद्रमा
- राशि तत्त्व ‒ जल तत्त्व
- राशि स्वरूप ‒ चर
- राशि दिशा ‒ उत्तर
- राशि लिंग व गुण ‒ स्त्री सतोगुणी
- राशि जाति ‒ ब्राह्मण
- राशि प्रकृति व स्वभाव ‒ सौम्य स्वभाव, कफ प्रकृति
- राशि का अंग ‒ छाती, सीना
- राशि का रत्न ‒ मोती
- राशि का उपरत्न ‒ चंद्रकांत मणि
- अनुकूल रंग ‒ सफेद, क्रीम
- शुभ दिवस ‒ सोमवार
- अनुकूल देवता ‒ शिवजी
- व्रत, उपवास ‒ सोमवार
- अनुकूल अंक ‒ 2
- अनुकूल तारीख़ें ‒ 2/11/20/29
- मित्र राशियां ‒ वृश्चिक, मीन, तुला
- शत्रु राशियां ‒ मेष, सिंह, धनु, मिथुन, मकर, कुंभ
- व्यक्तित्व ‒ अध्ययनप्रिय, जलप्रिय, कुशल प्रबंधक, भावुक
- सकारात्मक तथ्य ‒ कल्पनाशील, योजनाएं बनाने वाला, वफ़ादार
- नकारात्मक तथ्य ‒ सदा बीमार, अक्षमाशील, द्वेषी
