अमरकंटक की ख़ास बात
यह एक ख़ूबसूरत और पौराणिक शहर है जिसे एक प्रसिद्ध तीर्थस्थल के रूप में भी जाना जाता है। कुछ लोग अमरकंटक तीर्थराज के नाम से भी जानते हैं जिसका अर्थ है तीर्थ स्थलों का राजा।
Amarkantak Tourism: विंध्य और सतपुड़ा पर्वतमाला के मध्य स्थित अमरकंटक मध्य प्रदेश राज्य का एक शानदार और लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। इस जगह को नर्मदा और सोन नदी के उद्गम की वजह से पवित्र माना जाता है। यह एक ख़ूबसूरत और पौराणिक शहर है जिसे एक प्रसिद्ध तीर्थस्थल के रूप में भी जाना जाता है। कुछ लोग अमरकंटक तीर्थराज के नाम से भी जानते हैं जिसका अर्थ है तीर्थ स्थलों का राजा। इस जगह पर आकर आप नर्मदा नदी के सौंदर्य को बहुत ही नज़दीक से देख सकते हैं। यह मध्य प्रदेश पर्यटन की सफलता में भी बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
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अमरकंटक का पौराणिक महत्व

अमरकंटक का पौराणिक महत्व बहुत ज़्यादा है। इस जगह से कई कहानियाँ जुड़ी हुईं हैं। जिसकी वजह से इस जगह का महत्व और भी ज़्यादा बढ़ जाता है। इस जगह पर बहुत सारे मंदिर हैं जो विभिन्न युग का वर्णन करते जान पड़ते हैं। कहा जाता है कि जब भगवान शिव ने अग्नि से त्रिपुरा को नष्ट कर दिया, तो राख अमरकंटक पर गिर गई, जो हजारों शिवलिंग में बदल गई। यह माना जाता है कि जो कोई भी इस स्थान पर मरता है उसे स्वर्ग मिलता है।
नदी नर्मदा का उद्गम स्थल

संस्कृत में अमरकंटक का अर्थ होता है शाश्वत स्रोत, जोकि पवित्र नदी नर्मदा से जुड़ा हुआ है। नर्मदा हमारे देश की सबसे पवित्र और अनोखी नदियों में से एक है। जिसकी वजह से इस स्थान पर बड़ी संख्या में लोग आते हैं, अपनी धार्मिक आस्था को प्रकट करते हैं। इन सैलानियों में कुछ लोग प्रकृति प्रेमी भी होते हैं जो इस जगह के प्राकृतिक वातावरण और मौसम को एंजोय करते हैं।
अमरकंटक की खूबसूरती

मध्य प्रदेश की यह खूबसूरत जगह पूरी तरह से शांत और सकून से भारी हुई है। अमरकंटक का मौसम और हरियाली ऐसी है कि किसी का भी मन मोह ले। ख़ूबसूरत पहाड़ियों से घिरी यह जगह हर मौसम में ख़ास नज़र आती है। इस जगह पर आप कई ख़ूबसूरत झरने देख सकते हैं। यह जगह अपने ख़ूबसूरत तालाबों, सुंदर धाराओं और घने जंगलों के लिए जानी जाती है। नर्मदाकुंड और कलचुरी काल के प्राचीन मंदिर अमरकंटक के कुछ प्रमुख आकर्षण हैं। नर्मदाकुंड के मंदिर परिसर में कुल 16 छोटे मंदिर हैं।
अमरकंटक में त्यौहार

हर साल जनवरी में मकर संक्रांति के आसपास ‘नर्मदा जयंती’ मनाई जाती है। इस दौरान पूरे नर्मदा परिसर को फूलों और रोशनी से सजाया जाता है। नर्मदा नदी के तट पर भव्य आरती की जाती है। इस दिन को एक बड़े उत्सव के साथ मनाने के लिए बड़ी संख्या में तीर्थयात्री एकत्रित होते हैं। दीपावली और होली भी अमरकंटक में बड़े उत्साह और जोश के साथ मनाई जाती है।
अमरकंटक कैसे पहुंचे

हवाई मार्ग से- अमरकंटक के लिए सबसे नजदीकी हवाई अड्डा जबलपुर है। यह अमरकंटक से लगभग 254 किमी दूर स्थित है। जबलपुर पहुंचने के बाद आप बस या फिर टैक्सी से पहुंच सकते हैं।
रेल द्वारा- निकटतम रेलवे स्टेशन पेंड्रा रोड है जो अमरकंटक को देश के अन्य भागों से जोड़ता है। यह शहर से लगभग 17 किमी की दूरी पर है। यहाँ से टैक्सी या बस द्वारा अमरकंटक पहुंचा जा सकता है।
सड़क मार्ग से- पेंड्रा रोड, शहडोल और बिलासपुर से अमरकंटक के लिए सरकारी बसें ली जा सकती हैं। यह बसों के माध्यम से देश के अन्य हिस्सों से भी जुड़ा हुआ है।
