Parenting tips - बच्चों में न हो ओवर ईटिंग की आदत

Parenting tips : कभी-कभी आपको भी लगता होगा कि हमारा बच्चा जरूरत से ज्यादा खाना खा रहा है, लेकिन क्या यह कोई चिंता का विषय है या यह बच्चों के लिए आम बात है?

कई बार ऐसा होता होगा कि बच्चों का मुंह सारा दिन चलता रहता है और हम चिंतित हो जाते हैं कि क्या ओवर ईटिंग करने से बच्चे की सेहत पर तो कोई बुरा असर नहीं पड़ेगा? या इसके क्या- क्या नुकसान हो सकते हैं? आमतौर पर बच्चे जब खाली होते हैं तो वे अधिक खाना खाते रहते हैं।

आपको कैसे पता चलेगा कि ऐसा व्यवहार कोई चिंता का विषय है या यह सामान्य है? और अपने बच्चे को हेल्दी रखने के लिए या उसका वजन सामान्य रखने के लिए आप क्या कर सकते हैं? आइए जानते हैं इन्हीं कुछ सवालों से जुड़े जवाब।

कैसे सुधारें बच्चों की ओवरईटिंग की आदत

अपने बच्चों के लिए एक अच्छा आदर्श बन कर दिखाएं। अगर आप खुद पौष्टिक और सीमित मात्रा में खाएंगे तो आपके बच्चे आपसे सीख कर यही करने की कोशिश करेंगे।

घर में स्नैक्स रखने की बजाय बच्चों के मनपसंद फल आदि रखें ताकि बच्चे पौष्टिक चीजें ही खाएं। अपने बच्चों को अधिक से अधिक हेल्दी खाना ऑफर करें क्योंकि अगर आप उन्हें हर रोज हेल्दी खाना देते रहेंगे तो एक दिन यह उनकी आदत बन जाएगी।

उन्हें फास्ट फूड से दूर रखें। अगर आप रात में कहीं बाहर खाना खाने जा रहे हैं तो भी सबसे हेल्दी मील का ही चुनाव करें।

शुगर ड्रिंक्स या कोल्ड ड्रिंक और सोडा जैसी चीजें पीने से बच्चों को रोकें और अगर वह जूस भी पी रहे हैं तो उसकी मात्रा भी एक दिन में एक गिलास ही रखें।

बच्चों को पूरी ह्रश्वलेट खत्म करने को मजबूर न करें, जब उनका पेट भर जाता है तभी उनको
रोकने के लिए बोलें।

कोई अच्छा काम करने पर किसी फन ऐक्टिविटी करवाने का वादा अपने बच्चों से
करें न कि उन्हें आइसक्रीम या चॉकलेट दिलाने को बोलें।

बच्चों को फिजिकल ऐक्टिविटी कराने के लाभ

अपने बच्चों को अधिक से अधिक फिजिकल ऐक्टिविटी करने को बोलें और उन्हें इसके लाभों के बारे में भी बताएं। अगर आपके बच्चे अधिक ऐक्टिविटी करते हैं तो उन्हें निम्न लाभ मिलते हैं-

01. शरीर में कैलोरीज फैट के रूप में इकट्ठी होने की बजाए बर्न होती हैं। ब्लड शुगर लेवल को संतुलित रखने में मदद करती हैं।

02. ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल का लेवल भी सामान्य रहता है।

03. हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत रखने में मदद करती हैं।

04. मजबूती और सहनशक्ति बढ़ाने में लाभदायक होती हैं।

05. तनाव कम करने में और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करती हैं।

06. नींद अच्छी आती है।

06. बच्चे खुद ही धीरे-धीरे इनका महत्त्व समझने लगेंगे जब खुद को फिट देखेंगेउन सभी गंभीर बीमारियों को रोक सकती है जो मोटापे के साथ जुड़ी हुई हैं।

कैसे बनाएं अपने बच्चे को अधिक ऐक्टिव

बच्चों का स्क्रीन टाइम जिसमें गेम, फोन, टीवी आदि शामिल होते हैं उन्हें एक दिन में दो
घंटे तक ही सीमित कर दें।

जिस ऐक्टिविटी में आपके बच्चे की अधिक रुचि हो उसे खोजने में मदद करें, जैसे- अगर किसी बच्चे का डांस में मन लगता है तो उसे डांस क्लास ज्वाइन करवा सकते हैं।

फिजिकल ऐक्टिविटीज को अपने परिवार का ही एक हिस्सा बना लें। जैसे- यह निर्णय लें कि सारे परिवार के सदस्य हर रोज आधे घंटे तक एक साथ वॉकिंग करेंगे या कोई खेल खेलेंगे।

ये तो हुई बच्चों की ओवरईटिंग से बचाने की बात, लेकिन कई बार आपके बच्चे अगर सामान्य से अधिक खा लेते हैं तो यह सामान्य होता है क्योंकि जैसे-जैसे उनका विकास होता जाता है, इस दौरान का सारा वजन कम होता जाता है और कई बार बच्चे ऐसा किसी ईटिंग डिसऑर्डर के कारण भी करते हैं जैसे इमोशनल ईटिंग आदि। इसके बारे में आप अपने डॉक्टर से भी राय ले सकते हैं।

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