मम्मी मुझे ये दिला दो… पापा मेरे लिए वो ला दो। अरे मैने तो आज अपनी सारी पॉकेट मनी खर्च कर दी। क्या आपको लगता है कि ये सारी आदतें आपके बच्चे के लिए सही है? क्या आपको नहीं लगता कि उसके खर्चों पर लगाम लगाने के साथ उसे सिखाना चाहिए कि उनके लिए बचत कितनी जरूरी है।
 
प्यार का मतलब फिजूल खर्ची नहीं
सभी अपने बच्चे से प्यार करते हैं। लेकिन इसका ये मतलब बिल्कुल भी नहीं बच्चे की हर जिद पूरी की जाए। मसलन बिना बात के उसके लिए ढ़ेर सारी चीजे लाई जाए या घुमाया जाए। बल्कि बच्चे को प्यार से समझाएं। उसके साथ वक्त बिताकर उसे पैसे की अहमियत समझाएं।
 
पिगी बैंक बनाएं
बच्चों के लिए आजकल खूबसूरत से पिगी बैंक आते हैं। आप अपने बच्चे को बोलें कि ये उनका बैंक है इसमें वो अपने पैसे जमा कर सकते हैं, और जरूरत पड़े तो निकाल सकते हैं। आप ये भी फील करा सकते हैं जैसे वो बड़े हैं। जैसे मम्मी पापा का बड़ा एकांउट होता है उसी तरह से ये उनका बैंक है।
 
निवेश के बारे में बताएं
आप सोच रहे होंगे कि आखिर बच्चों को निवेश के बारे में जानकारी देने का क्या फायदा। लेकिन सच तो यह है कि निवेश की समझ शुरुआत से होनी चाहिए। आप उसे समझाएं कि पैसे से ही पैसा बनता है और यही निवेश कहलाता है। इसके लिए बचत करके अच्छी जगह निवेश करें और यह निवेश आपको डबल पैसा देगा।
 
आप उनके लिए कितनी मेहनत करते हैं
अपने बच्चे को पैसे की अहमियत समझाने का इससे अच्छा तरीका और क्या हो सकता है कि आप दिन भर घर से बाहर रहते हैं। आप उनसे दूर रहते हैं ताकि उनकी हर जरूरत पूरी कर  सकें। जब आप बच्चे को ये समझाएंगे तो ऐसे में बच्चा जरूर समझेगा आपकी बात।
 
अपनी स्थिति समझाएं
अक्सर बच्चे आसपास के लोगों को देखकर खुद की तुलना करने लगते हैं और परेशान हो जाते हैं। ऐसे में आप उन्हें जितना जल्दी अपनी आर्थिक स्थिति बता देंगे, उतना ही आपके और बच्चे के लिए अच्छा होगा। जैसे कि अगर आपके पास सौ रुपये हैं तो आपको उसे कितने दिन चलाना है।
 
उसके बचाए पैसे से ही दें ट्रीट 
इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है कि बच्चे के पिगी बैंक से उधार लेकर आप उसी के लिए अच्छी सी ट्रीट दें। इससे उसे भी लगेगा ये तो उसके बचाए पैसे हैं। अगली बार वो और भी ज्यादा बचत करेगा। जैसे- जैसे आप उसे गिफ्ट देंगे, इससे उसमें बचत की भावना का विकास होता जाएगा।
 
बच्चों को ले जाएं बैंक
बच्चों को आर्थिक समझ देने के लिए यह भी बेहद जरूरी है कि आप उन्हें बैंकिंग संबंधी भी जानकारी दें। ये शुरुआत आप तब से ही कर सकते हैं जबसे आपने उसके लिए पिगी बैंक दिया है। उन्हें अपने बैंक और एटीएम ले जाएं। कभी कभी बच्चों को रिजर्व बैंक के मुद्रा संग्रहालय भी ले जाएं यहां पर कई जानकारियों से अवगत होगा आपका बच्चा।
 
फिजुलखर्ची के नुकसान जरूर बताएं
बच्चों को तो ये पता नहीं होता कि क्या फिजूल खर्च है। ऐसे में ये आपको ही बताना होगा कि आखिर क्या है फालतू खर्च। बाहर के खाने पीने और घूमने फिरने में बिना वजह होने वाले खर्चों के बारे में अच्छी तरह समझाएं जैसे कि अगर वो बाहर का खाएंगे तो मोटे, बीमार हो जाएंगे।
 
बच्चों को ये भी सिखाएं
  • बच्चे किस तरह पैसों की अहमियत समझें, उसके लिए जरूरी है कि उन्हें करेंसी के बारे में बताएं। जैसे ये इतने का नोट है। ये इतने का सिक्का है।
  • इसके बाद बारी आती है पैसे गिनने की। आप उन्हें पैसे गिनने की भी ट्रेनिंग दें। इसके लिए आप कुछ पैसे लेकर बैठें और गिनकर बच्चे को बताएं और उससे गिनवाएं।
  • जोड़ घटाव की जानकारी भी दें। आप उसे इस तरह समझाएं जैसे उसके पास कितने पैसे हैं, अगर इन पैसों में कुछ पैसे का उसने कुछ खरीद लिया तो कितने पैसे बचे। इससे उसे धीरे-धीरे समझ होती जाएगी।
  • उसे बजट बनाना सिखाएं, ठीक उसी तरह जैसे आप अपने घर का बजट बनाती हैं। उसे बताएं कि किस महीने क्या चीजें चाहिए और उनमें से क्या चीजें सबसे ज्यादा जरूरी हैं।
 
खरीदना हो तो काम की चीज़
अगर आप चाहते हैं कि बच्चे कम खर्चीले हों इसके लिए आप उन्हें उनके काम की चीज़ें ही दिलाएं, जैसे कोई किताब, कुछ ऐसी चीज़ें जिसका फायदा हो उन्हें। बच्चों के काम की चीज़ लॄनग गेम्स, साइकिल, वगैरह वगैरह। अगर कहीं घूमने का ह्रश्वलाना हो तो उन्हें ऐसी जगह ले जाएं, जहां से वो कुछ सीख सकें।
 
ना दें ज्यादा पॉकेटमनी
हर बच्चा चाहता है कि उसे अच्छी खासी पॉकेटमनी मिले। लेकिन कभी कभी यह पॉकेट मनी उसके लिए नुकसानदेह हो जाती है। पॉकेटमनी कम ही रखें या उतनी रखें जितनी उसे जरुरत है। इस पैसे को वो किस तरह से सेव करे इसकी जानकारी बच्चे को दें। इसके अलावा उससे हर महीने पॉकेटमनी का हिसाब जरूर लें।
 
 
 

 

शगुन के पैसे को सेव करें
बच्चों को अक्सर रिश्तेदार शगुन के तौर पर रुपये पैसे देते रहते हैं। आप बच्चों को समझाएं कि वो पैसे अच्छी तरह से रखें। या उनके पैसे को आप अपने पास रखने के लिए उन्हें तैयार करें।
 
जूनियर बचत खाता खुलवाएं
आजकल हर बैंक बच्चों के लिए खाता खोलते हैं। ऐसे में आप भी अपने जूनियर के लिए खाता खुलवाएं। उनके बचाए हुए पैसों से आप उसके अकाउंट खुलवाएं। ये उन्हें समझाएं कि वो यह उनके फ्यूचर के लिए कितना महत्वपूर्ण होगा। बच्चों के डॉक्यूमेंट्स बनावाएं और उसकी जानकारी दें। बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र के आधार पर उसकी आईडी बनवाकर उसके लिए खाता खुलवाएं।
 
खुद भी ना बनें खर्चीले
बच्चे हमेशा अपने मां बाप के नक्शेकदम पर चलते हैं ऐसे में आपको ये जानना जरूरी है कि आप बच्चों के सामने किस तरह की लाइफस्टाइल पेश कर रहे हैं। आप अपने खर्च पर भी लगाम लगाएंगे, तभी आपके बच्चे कम खर्चीले बनेंगे।
 
उदाहरण पेश करें
आप अपने बच्चों के लिए ऐसे उदाहरण पेश करें जिससे आपका बच्चा समझे कि आखिर जिंदगी में पैसे की कितनी अहमियत है। उसे समझाएं कि आज जो आपके बच्चे के पास है वो कभी उनके पास नहीं होता था। कैसे धीरे धीरे करके आपने अपने लिए चीजें खरीदी।
 
अलग अलग तरीकों से सिखाएं बचत
बदलते वक्त के इस दौर में आज सभी चीजों के ऑप्शन हैं, ऐसे में आप अपने बच्चों को गेम्स के जरिए भी बचत के फायदे बताकर उन्हें बचत करना सिखा सकती हैं। गेम ऑफ लाइफ से भी आप अपने बच्चे को मनी मैनेजमेंट के गुर सिखा सकते हैं।
 
ऐसे बनाएं मनी मैनेजर
बच्चे आर्थिक साक्षर हों इसके लिए आप समय समय पर उन्हें समझाते रहें आजकल काफी सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। खास बच्चों के लिए भारतीय रिजर्व बैंक की वेबसाइट पर वित्तीय शिक्षा से संबंधित कॉमिक्स, गेम्स व फिल्म्स वगैरह उपलब्ध हैं जिससे बच्चे आसानी से सीख पाते हैं।
 
समझाने के और भी तरीके हैं
बच्चों के लिए एनआईएसएम ने पॉकेट मनी के नाम से स्कूल स्तर पर वित्तीय शिक्षा कार्यक्रम की भी शुरुआत की है जिसकी जानकारी वेबसाइट पर मिलेगी। इसलिए इसके बारे में आपको भी जानकारी होनी जरूरी है।
 
इन छोटी बातों के जरिए आप बच्चों को
छोटी उम्र में पैसों की बचत करवाकर उनके सुनहरे भविष्य के रास्ते खोल सकने में कामयाब हो सकते हैं।