जन्माष्टमी का त्यौहार हमारे देश में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। कृष्ण जन्माष्टमी भगवान श्री कृष्ण का जनमोत्स्व है। श्री कृष्ण बहुत से लोगों के आराध्य देव हैं ऐसा माना जाता है कि श्री कृष्ण के अनेक रूप हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं श्री कृष्ण से जुड़े कुछ रोचक तथ्य जैसे कृष्ण के पास ऐसे कौन से उपहार थे जो हमेशा उनके साथ रहते थे। आइए जानें –
मुरली या बांसुरी
मुरली कृष्ण के अति विशिष्ट उपहारों में से एक है, जिसकी गूंज पूरे ब्रह्माण्ड में गूंजकर सबको सम्मोहित करती थी। मुरली श्री कृष्ण को नंदबाबा ने गोकुल में 3 -4 साल की उम्र में उपहार स्वरूप दी थी और ये उनका सबसे प्यारा खिलौना होने के साथ-साथ उनकी जीवन संगिनी बन गयी।
वैजयंती माला
कहा जाता है कि जब श्री कृष्ण ने पहली बार रासलीला खेली थी और उनकी उम्र 8-10 साल थी। तब राधा रानी ने उन्हें वैजयंती माला यानि कि विजय दिलाने वाली माला पहनाई थी।
मोरपंख
ऐसी मान्यता है कि जब श्री कृष्ण 8-10 साल के थे तो रासलीला के लिए वृंदावन गए थे, वहीं पहली बार राधा ने उनके मुकुट पर मोरपंख लगाया था। उस मोरपंख को कृष्ण अपने मस्तक पर हमेशा सजाए रहते थे।
अजितंजय धनुष
जब श्री कृष्ण 11-12 साल के थे तब वो उज्जैन में गुरु सांदीपनि के आश्रम में पढ़ रहे थे तब शंखासुर नाम के राक्षस ने गुरु पुत्र दत्त का अपहरण कर लिया। कृष्ण गुरु पुत्र को बचाकर ले आए और उनके गुरु ने प्रसन्न होकर उन्हें अजितंजय धनुष भेंट किया।
पांचजन्य शंख
शंखासुर राक्षस का वध करके कृष्ण को शंख मिला, जिसे उनके गुरु सांदीपनि ने पांचजन्य नाम दिया।
सुदर्शन चक्र
कहा जाता है कि कृष्ण जब 12-13 साल के थे, तब परशुराम से मिलने उनकी जन्मस्थली जानापाव गए थे। वहां परशुराम ने कृष्ण को उपहार में सुदर्शन चक्र दिया था। यह चक्र हमेशा उनके पास ही रहता था। शिव ने यह चक्र त्रिपुरासुर वध के लिए बनाया था और विष्णु को दे दिया था।
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