बच्चे पेरेंट्स से उम्मीद रखते हैं ये 5 चीजें
पेरेंट्स को इस बात पर भी ध्यान देना चाहिए कि आखिर उनके बच्चे उनसे क्या चाहते हैं और बच्चों की असली खुशी किस चीज़ में है।
Parenting Advice: पेरेंट्स अपने बच्चों की अच्छी परवरिश में कई बार यह भूल जाते हैं कि उन्हें अपने बच्चों के साथ ज्यादा सख्ती से पेश नहीं आना चाहिए। कई बार सख्ती के कारण पेरेंट्स अपने बच्चों की खुशियों की तरफ ध्यान नहीं दे पाते हैं, जिसकी वजह से उनका बच्चा उदास रहता है और खुलकर पेरेंट्स के साथ अपनी बातें शेयर नहीं करता है। अच्छी पेरेंटिंग के अलावा पेरेंट्स को इस बात पर भी ध्यान देना चाहिए कि आखिर उनके बच्चे उनसे क्या चाहते हैं और बच्चों की असली खुशी किस चीज़ में है, ताकि पेरेंट्स और बच्चों के बीच का रिश्ता मजबूत हो।
पेरेंट्स से प्यार और दुलार

बच्चे अपने पेरेंट्स से प्यार और दुलार बहुत ज्यादा चाहते हैं। जब पेरेंट्स बच्चों को डाँटते हैं तो उन्हें एकदम अच्छा नहीं लगता है, इसलिए कोशिश करें कि बच्चों को ज्यादा डांटने से बचें और उन्हें खुलकर प्यार करें। ऐसा करने से बच्चे इमोशनल रूप से पेरेंट्स के साथ जुड़ते हैं और उनकी बात भी सुनना पसंद करते हैं। पेरेंट्स के ऐसा करने से बच्चे आसानी से अपनी सारी बातें पेरेंट्स से शेयर करते हैं।
पेरेंट्स के साथ प्यार भरा समय

हर बच्चे को अपने पेरेंट्स के साथ प्यार भरा समय बिताना अच्छा लगता है, उन्हें अपने पेरेंट्स के साथ खेलना, उनसे बातें करना, उनके साथ बाहर घूमने जाना काफी ज्यादा अच्छा लगता है। इसलिए हर समय बच्चे को केवल पढ़ाने के बजाए अपने बच्चों के साथ बात करें, उनके साथ खेलें और अपनी बॉन्डिंग को मजबूत बनाने की कोशिश करें।
पेरेंट्स से अपने लिए तारीफ सुनना

ऐसे बहुत ही कम मौके आते हैं जब पेरेंट्स अपने बच्चों की तारीफ करते हैं। पेरेंट्स हमेशा बच्चों को प्रात्साहित करने के लिए उनकी तुलना दूसरे बच्चों के साथ करते हैं ताकि उनके बच्चे भी दूसरे बच्चों की तरह अच्छा करें और जीवन में आगे बढ़ें, लेकिन पेरेंट्स के ऐसा करने से बच्चे प्रोत्साहित नहीं होते हैं बल्कि उनके अंदर एक तरह की हीनभावना आ जाती है और वे पेरेंट्स को दुश्मन समझने लगते हैं। वे तुलना के बजाए पेरेंट्स से तारीफ पाना चाहते हैं। उनका मन करता है कि पेरेंट्स प्यार से उनकी तारीफ करें, उनके बारे में अच्छी-अच्छी बातें कहें ताकि उन्हें अच्छा महसूस हो और वे और भी अच्छा करने का प्रयास करें।
घर का सकारात्मक माहौल
बच्चों को घर में खुशनुमा माहौल बहुत पसंद आता है। खुशनुमा माहौल में वे भी खुश रहना पसंद करते हैं। उन्हें बिलकुल भी अच्छा नहीं लगता है कि घर में सब आपस में लड़ाई-झगड़ा करें, इसलिए आप अपनी तरफ से घर का माहौल अच्छा रखने की पूरी कोशिश करें।
पेरेंट्स से पसंदीदा उपहार मिलना

बच्चों को उनका पसंदीदा उपहार मिल जाए उन्हें इससे ज्यादा और क्या चाहिए। वे पेरेंट्स से भी ऐसी उम्मीद करते हैं कि उनके पेरेंट्स उन्हें खास अवसरों पर उनका पसंदीदा उपहार दें। इसलिए आप अपने बच्चों के और भी करीब जाने के लिए समय-समय पर उनका पसंदीदा उपहार जरूर दें।
