Chhath Puja Safety Precautions : लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा हर साल न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में बड़ी ही आस्था और धूमधाम के साथ पूरे 4 दिनों तक मनाया जाता है। इस वर्ष छठ की शुरुआत 5 नवंबर को नहाए खाए से शुरू हो चुकी है और अब ये पर्व 8 नवंबर को सूर्य अर्घ्य के साथ समाप्त होने वाला है। छठ पर्व को उत्तर भारत में खास तौर पर बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड में मनाया जाता है। जिसमें महिलाएं और वर्ती पूरे 36 घंटे तक निर्जल उपवास के साथ नदी और तालाब में नहाकर सूर्य भगवान और छठी मैया का पूजन करती हैं। लेकिन, आजकल घाटों पर बढ़ती भीड़भाड़ और नदियों के दूषित पानी से कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसीलिए आज हम आपके लिए छठ पर्व के दौरान होने वाले जोखिम और बचाव के उपाय लेकर आए हैं। आइए जानते हैं,
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छठ पर्व पर पूजा और व्रत के दौरान कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी हैं, जानिए : Chhath Puja Safety Precautions
छठ पूजन के समय घाट पर नहाते समय बरतनी चाहिए ये जरूरी सावधानियां

छठ पर्व पर पूजा के दौरान नदी और तालाब में व्रतियों का स्नान और पूजा अर्चना करना जरूरी होता है और इसका बड़ा महत्व माना जाता है। लेकिन, ऐसे में कई बार भीड़भाड़ के कारण बड़े हादसे हो सकते हैं। इसलिए आपको पानी में जाने से पहले कुछ जरूरी सावधानियां बरतनी चाहिए। इस समय पर प्रशासनिक इंतजाम जैसे सेफ्टी गाइडलाइंस और एम्बुलेंस आदि का भी ख्याल रखें।
- पूजा के समय तालाब या नदी में उतरते समय तालाब की गहराई और पानी के बहाव का विशेष ध्यान रखें।
- पूजा के समय बड़े तालाबों, घाटों और पक्के गड्ढों के किनारे पर जाने से बचें। और खासकर शरीर में कोई घाव हो तो पानी में न जाएं।
- छठ पूजा में समय भीड़ में प्रशासन द्वारा दी गई जरूरी गाइडलाइंस का विशेष ख्याल रखें और दूसरों को भी प्रेरित करें।
छठ पूजा के समय नदी या तालाब के घाट पर नहाने के बाद रखें इन बातों का ख्याल

छठ पूजन के दौरान नदी और तालाब में नहाने और सूर्य को अर्घ्य देने का विशेष महत्व होता है। जिसमें एक साथ हजारों लोग आस्था के डुबकी लगाते हैं। लेकिन आपको बता दें, आजकल अधिकतर नदियों और तालाबों का जल दूषित हो चुका है। जिसमें नहाने के बाद स्किन इन्फेक्शन का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार नहाते समय ध्यान रखें कि पानी मुंह आदि के द्वारा अंदर न जाए। इससे आप इन्फेक्शन के खतरे को कम कर सकते हैं।
- छठ पर्व पर नदी में स्नान करने के बाद साफ और गुनगुने पानी से नहाना न भूलें। इसके अलावा नदी में स्नान के बाद एंटीबैक्टीरियल साबुन का इस्तेमाल करें।
- छठ पूजन के दौरान नदी में नहाने के बाद ज्यादा समय तक गिले कपड़े पहनने से बचें। और स्नान के दौरान हल्के हवादार कपड़े पहने।
- नदी में स्नान करने के बाद साफ पानी से नहाएं शरीर और बालों को अच्छे से सुखाकर स्किन को मॉइश्चराइज करना ना भूलें।
छठ पर्व में व्रत के बाद व्रतियों को रखना चाहिए इन जरूरी बातों का ख्याल

छठ पर्व में महिलाएं और वर्ती पूरे 36 घंटे तक बिना कुछ खाए-पिए निर्जल उपवास करते हैं। जिससे शरीर में डिहाइड्रेशन और वीकनेस होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में छठ के लंबे उपवास के बाद भी हेल्दी और एक्टिव रहने के लिए उपवास के बाद खाने पीने का विशेष ध्यान रखें। व्रत के बाद कुछ दिनों तक लिक्विड जैसे नारियल पानी, नींबू पानी, जूस आदि लें। और तला भुना खाने के बजाय हेल्दी न्यूट्रिशियस फूड लें।
- व्रत पूरा होने के बाद ऑयली और मसालेदार खाना खाने से बचें और नारियल पानी, ग्रीन स्मूदी, फ्रूट्स और पौष्टिक भोजन ही लें।
- 36 घंटे के व्रत के बाद शरीर को वीकनेस और डिहाइड्रेशन से रिकवर होने का समय दें। और वार्ता के बाद कुछ दिन आराम करें।
- व्रत के बाद अपनी सेहत का खास ख्याल रखें, भारी वजन उठाने या कोई भी भारी काम करने से बचें। और कोई भी परेशानी महसूस होने पर लापरवाही न करें।
