मैं 40 वर्षीय टैक्सी ड्राइवर हूं। कई बार मुझे दिन में भी नींद महसूस होती है। कई बार मैं ट्रैफिक सिग्नल पर भी सो जाता हूं। मेरी पत्नी भी खर्राटों के बारे में शिकायत करती है। मैं सामान्य होने के लिए क्या कर सकता हूं?
— जोगिन्दर शर्मा, नई दिल्ली
ऐसे लक्षण सामान्य तौर पर ऐसे लोगों में देखने को मिलते हैं जिन्हें सोते वक्त सांस लेने में परेशानी होती है। इसे स्लीप डिसॉर्डर ब्रीदिंग के तौर पर जाना जाता है, यह एक ऐसी परिस्थिति है जहां ऊपरी हवा में रुकावट होती है और इसकी वजह से हवा आसानी से पास नहीं हो पाती है। जब हम सोते हैं तो हमारे शरीर का मसल टोन कम हो जाता है। एक शरीर के लिए उचित मात्रा में सांस लेने के लिए एयरवे को फिर से खोलना होता है। जैसे ही श्वसन प्रक्रिया रुकती है रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है। इससे मरीज जग जाता है और मस्तिष्क सांस लेने वाली मांसपेशियों को हवा के मार्ग को खोलने के लिए संदेश भेजना शुरू कर देता है। इस दशा में गहरी नींद लगभग असंभव हो जाती है और मरीज दिन भर नींद महसूस करता है। आपको स्लीप स्पेशलिस्ट से परीक्षण कराना चाहिए।
ये भी पढ़ें-
