Ice Apple Benefits: ताड़कौआ, ताड़गोला या आइस एप्पल के नाम से जाना जाने वाला यह फल गर्मी और सम्बद्ध समस्याओं को मात देने में रामबाण है। बनावट से लीची जैसा और स्वाद में नारियल पानी जैसा इस फल की खेती मूलतः तमिलनाडु, महाराष्ट्र और भारत के दक्षिण-पूर्व में की जाती है। नारियल के पेड़ के समकक्ष पाम के ऊंचे-ऊंचे पेड़ों पर लगने वाला ताड़गोले का यह फल आमतौर पर देश के तटीय क्षेत्रों में उगाया जाता है।
कम कैलोरी के बावजूद ताड़गोला कैल्शियम, फाइटोन्यूट्रिएंट्स और विटामिन से भरपूर होता है, जो उन्हें पौष्टिक बनाता है। हाइड्रेशन का एक बेहतरीन स्रोत होने के कारण ताड़गोला प्यास बुझाने वाले गुणों के अलावा कई स्वास्थ्य लाभों के लिए जाने जाते हैं। आइये हम भी इसके सेवन से मिलने वाले स्वास्थ्य लाभों के बारे में जानें-
शानदार शीत का करे काम

ताड़गोला में ठंडक देने वाले गुण होते हैं जो गर्मी के मौसम में आपके शरीर के तापमान को मेंटेन करके रखते हैं और कूल रखने में मदद करते हैं। यह प्यास बुझाता है, शरीर में पानी के स्तर को बनाए रखने और डिहाइड्रेशन से बचाने में मदद करता है। फल में मौजूद खनिज शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं।
हीट स्ट्रोक के खतरे से बचाए

इस फल में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स उच्च मात्रा में मौजूद होते हैं। जो शरीर को हाइड्रेटेड रखने और हीट स्ट्रोक की संभावना को टालने में मदद करते हैं।
इम्यून सिस्टम को करे बूस्ट
हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को अच्छा स्वास्थ्य बनाए रखने और बीमारियों से दूर रहने के लिए विटामिन और खनिजों की आवश्यकता होती है। इसलिए आइस एप्पल एक बढ़िया विकल्प है क्योंकि यह विटामिन और खनिजों से भरा होता है जो एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए आवश्यक हैं।
पाचन संबंधी समस्याओं को करे दूर

फल पेट और पाचन संबंधी समस्याओं को ठीक कर सकता है। यह कब्ज से राहत दिलाने में मदद करता है और मल त्याग में सुधार करता है। यह एसिडिटी में भी मदद कर सकता है। ताड़ का फल पेट के अल्सर, एसिडिटी, ब्लोटिंग और कई अन्य बीमारियों के लिए एक प्रभावी प्राकृतिक उपचार है।
महिलाओं के लिए लाभकारी
गर्भावस्था के दौरान जी मिचलाना, उलटी आना, मॉर्निंग सिकनेस, पेट दर्द और ऐंठन जैसी पाचन संबंधी समस्याएं दूर करने में मदद करता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व दूध पिलाने में स्तन के दूध की गुणवत्ता में सुधार करते हैं।
गंभीर रोगों से बचाने में समर्थ
इसमें मौजूद फाइटोकेमिकल्स जैसे एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हृदय रोग और कैंसर को रोकने में भी मदद करते हैं। मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद है। मीठा होने के बावजूद इसमें मौजूद इलेक्ट्रोलाइट तत्वों की वजह से व्यक्ति को लंबे समय तक पेट भरे होने का अहसास रहता है जिससे कैलोरी का इंटेक कम हो जाता है और ब्लड शूगर कंट्रोल में रहता है।
लिवर को रखे स्वस्थ

पोटेशियम से भरपूर ताड़गोले का सेवन लिवर से जुड़ी अनियमितताओं के इलाज में मदद करता है। लिवर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है और इसे साफ करता है। लिवर के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का बेहतरीन विकल्प है।
थकान करे दूर
ताड़गोला में खनिज सोडियम, पोटेशियम जैसे माइक्रोन्यूट्रिएंट्स का अच्छा संतुलन होता है, जो शरीर में तरल पदार्थ और इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं। यह थकान दूर कर व्यक्ति को फ्रेश बनाने में मदद करता है।
वजन घटाने में सहायक

ताड़गोला फल कैलोरी में कम और फाइबर और विटामिन में उच्च होता है। धीमी गति से वजन कम करने की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए यह मददगार है। बिना कैलोरी काउंट बढ़ाए आपको आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है। पानी भरपूर मात्रा में होने के कारण इसे खाने के बाद काफी समय तक पेट भरा होने का अहसास रहता है। यह बार-बार होने वाली फूड क्रेविंग को कम करने और वजन नियंत्रित करने में मदद करता है।
बढ़ती उम्र के प्रभाव को करे कम
फल में फाइटोकेमिकल जैसे एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व पाए जाते हैं। ये तत्व उम्र बढ़ने के साथ झुर्रियां आना, बाल सफेद होना जैसे शरीर में होने वाले बदलावों की प्रक्रिया को धीमा करते हैं।
त्वचा को बनाए स्वस्थ
एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर ताड़गोले का सेवन बढ़ते तापमान की वजह से गर्मियों में अक्सर त्वचा के लिए उपयोगी है। गर्मी के कारण त्वचा पर रैशेज, चकत्ते, दाने, घमौरियां जैसी समस्या हो सकती है। शीतलनकारी गुण वाले ताड़गोले का फेस-पैक प्रभावित जगह पर लगाने से ठंडक मिलती है, खुजली-जलन और त्वचा संबंधी समस्याएं दूर होती हैं। साथ ही गर्मियों में पसीना आने से त्वचा के डिहाइड्रेशन की संभावना बनी रहती है। ताड़गोले को त्वचा पर लगाने या रगड़ने से त्वचा नमी बनी रहती है।
बालों में नमी को रखे कायम

गर्मियों में तापमान बढ़ने से पसीना आता है जिससे बालो का रूखा-बेजान होना और झड़ने जैसी समस्याएं काफी बढ़ जाती हैं। ताड़गोला बालों के लिए एक प्राकृतिक कंडीशनर के रूप में कार्य करता है और बालों को मजबूत बनाता है। इसके पिसे पल्प का लेप दोमुंहे बाल, जल्दी सफेद होना, सूरज की क्षति और समय से पहले गंजापन जैसी समस्याओं को दूर करने में प्रभावी है।
रखें ध्यान
ज्यादा पके ताड़गोले को खाने से पेट में दर्द की शिकायत हो सकती है। कम शेल्फ-लाइफ और जल्दी खराब होने वाली प्रकृति के कारण, ताड़गोले का सेवन एक दिन के भीतर किया जाना चाहिए।
(डॉ रचना कटारिया, आहार विशेषज्ञ, कटारिया डाइट क्लीनिक, दिल्ली)
