Summary:तिल, अखरोट और प्यार — बच्चों की बेडवेटिंग का सरल समाधान
बच्चों का सोते समय बिस्तर गीला कर देना (बेडवेटिंग) एक आम समस्या है, जो अक्सर गहरी नींद, छोटे ब्लैडर या तनाव के कारण होती है। सात साल की उम्र के बाद भी यह समस्या बनी रहे तो उपचार आवश्यक है।
Kids Bedwetting: बहुत बार बच्चों को यह समस्या होती है कि वह सोते समय बिस्तर को गीला कर देते हैं। सोते समय छोटे बच्चों का यूरिन हो जाना एक नॉर्मल बात है। बहुत बार गहरी नींद की वजह से, स्मॉल ब्लैडर कैपिसिटी या किसी स्ट्र्रेस की वजह से ऐसा होता है। लेकिन अगर सात साल की उम्र के बाद भी बच्चे को यह समस्या रहती है तो समय रहते इसका उपचार जरुरी है। यहां हम आपके साथ कुछ देसी उपाय साझा कर रहे हैं।
अगर आपका बच्चा भी इस समस्या का शिकार है तो आप इन उपायों को अपनाकर इस समस्या से निजात पा सकते हैं। यह समस्या केवल एक मेडिकल कंडीशन नहीं है। यह बच्चे का कॉन्फिडेंस भी खत्म करती है। एक अभिभावक के तौर पर इस प्रोसेस में आपको एक बात याद रखनी है कि आपको बच्चे को सपोर्ट करना है। डांटना मारना इस समस्या का ईलाज नहीं है। उसे आपके सपोर्ट और इंपैथी की जरुरत है।
तिल
तिल बहुत सी समस्याओं का एक रामबाण ईलाज है। इसमें बेड वैटिंग की समस्या भी शामिल है। अगर आपका बच्चा इस समस्या का शिंकार है तो आप उसे सफेद तिल गुड़ के साथ दें। बच्चे की ब्लेडर मसल स्ट्रॉन्ग नहीं होती। जिस कारण से वे बिस्तर को गीला करते हैं। सर्दियों में रोजाना सोने से पहले उसे तिल का एक लड्डु दें।
इसके अलावा आप सर्दियों में एक और उपाय भी कर सकती हैं। आप गुड़, अजवायन और काले तिल को बराबर मात्रा में लेकर मिश्रण बना लें। इस मिश्रण का 1 चम्मच बच्चे को सुबह एक कप दूध के साथ दें। एक दो महीने के अंदर आपको स्थिति में सुधार होता नजर आएगा।
अखरोट और किशमिश

अगर आप अपने बच्चों को अखरोट और किशमिश देते हैं तो यह समस्या काफी हद तक दूर हो सकती है। आपको करना यह है कि रात को नियमित तौर से बच्चों को सोने से पहले दो अखरोट की गिरी और उसके साथ तीन से चार किशमिश दें। आप देखेंगे कि ऐसा करने से 10 से 12 दिन में ही इस समस्या में आपको सुधार होता हुआ महसूस होगा।
अजवायन और सौंठ
अगर आपके बच्चे को कब्ज की शिकायत है तो आप इस नुस्खे को अपना सकती हैं। आप अजवायन और सौंठ का बराबर मात्रा में लेकर उसका पाउडर बना लें। आप इसमें थोड़ा सा काला नमक भी डाल सकती हैं। आप गुनगुने पानी में शाम के समय अपने बच्चों को दें। बच्चे का पाचन ठीक होगा और रात में यूरिन पास होेने की समस्या भी दूर होगी।
बात को समझें

हमारे बच्चे बहुत छोटे से और मासूम होते हैं। यह समस्या बहुत बार वंशानुगत होती है यानी कि अगर आपको भी यह समस्या रही है तो आपके बच्चों को होगी। इस बात का जिक्र कभी भी परिवार या दोस्तों के सामने ना करें। आप कुछ छोटी लेकिन जरुरी बातों पर ध्यान दें। जैसे कि रात के समय उन्हें पानी कम दें। सोने जाने से पहले उन्हें वॉशरुम जरुर जाने को कहें। सोते समय बीच में एक बार आप उन्हें वॉशरुम लेकर जाएं।
लेकिन ध्यान दें कि अगर इन घरेलू उपायों को करने के बाद भी अगर समस्या हल ना हो रही हो तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। क्योंकि यह मामला सेहत और आपके बच्चे के आत्मविश्वास का है।
