स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
मोटापे, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के मरीजों को स्किम्ड मिल्क पीना चाहिए। पैंतीस साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए स्किम्ड मिल्क बहुत ही फायदेमंद है, साथ ही उन पतियों के लिए भी जो हृदय और कोलेस्ट्रॉल की समस्या से निजात पाना चाहते हैं।
क्रीम और वसा निकाल लेने के बाद जो दूध बचता है उसे स्किम्ड दूध कहते हैं जबकि कम वसा वाला दूध डबल टोंड होता है। लोगों को अपने शरीर के अनुरूप दूध का चुनाव करना चाहिए।
डबल टोंड और स्किम्ड दूध में अंतर
अकसर लोग डबल टोंड दूध और स्किम्ड दूध को एक ही समझते हैं लेकिन उनकी यह धारणा गलत है। इन दोनों में सबसे बड़ा अंतर है वसा की मात्रा का। स्किम्ड दूध में 0.3त्न वसा होता है जबकि डबल टोंड दूध में 1.5त्न वसा होता है। यानी स्किम्ड दूध फैट फ्री होता है और डबल टोंड दूध कम वसा वाला होता है। डबल टोंड दूध बनाने की प्रक्रिया में वसा को दो बार निकाला जाता है। इसके अलावा स्किम्ड दूध में जहां प्रोटीन 10 ग्राम और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा 10 ग्राम पाई जाती है। वहीं डबल टोंड दूध में प्रोटीन की मात्रा 7 ग्राम औड्डर कार्बोहाइड्रेट की मात्रा 12 ग्राम होती है। इसीलिए स्वास्थ्य की दृष्टि से भी स्किम्ड दूध आपके लिए ज्यादा प्रभावकारी है। अगर आप स्किम्ड मिल्क स्वाद के लिए पी रहे हैं तो आप निराश होंगे क्योंकि इसका स्वाद क्रीमी दूध से बिल्कुल अलग होता है। लेकिन धीरे-धीरे आप इसके आदी हो जाएंगे।
स्किम्ड दूध से वजन घटाएं
अगर आप वजन घटाने का प्रयास कर रहे हैं तो आपको स्किम्ड दूध पीना चाहिए। वसा मुक्त होने की वजह से स्वाद में यह पानी की तरह होता है। साथ ही पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण स्वास्थ्य की दृष्टि से लाभदायक भी होता है। वसा न होने की वजह से शरीर में चर्बी भी नहीं जमती है। स्किम्ड दूध का दही और उसकी छाछ बनाकर भी पी सकती हैं। यह स्वास्थ्य के लिए प्रभावकारी होता है। स्किम्ड दूध का छाछ पीने से भी वजन घटता है। स्किम्ड दूध का सेवन दिनभर में दो गिलास जरूर करना चाहिए।
स्किम्ड दूध में मौजूद कैल्शियम व प्रोटीन की मात्रा से दांत भी मजबूत होते हैं। इसी के साथ आपकी त्वचा को आवश्यक पोषण प्राप्त होता है, जिससे त्वचा में चमक आती है।
डबल टोंड दूध
जिन्हें वजन नहीं घटाना है और केवल फिट रहना है, उन लोगों को डबल टोंड दूध पीना चाहिए। इसमें वसा की मात्रा कम होने की वजह से शरीर को कोई नुकसान भी नहीं है। यूएस के एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के शोध के अनुसार स्किम्ड दूध पीने से काॢडयोवास्कुलर बीमारियों के होने का खतरा कम होता है, साथ ही कोलेस्ट्रॉल भी नियंत्रित रहता है।
