योनि में संक्रमण यानी वैजाइनल इंफेक्शन महिलाओं में होने वाली एक आम समस्या है, इसे वैजाइनिटिस यानी योनिशोथ भी कहते हैं। इस समस्या में महिला की योनि के पास खुजली, अलग तरह की गंध, जलन, आदि की शिकायत होती है। साथ ही पेशाब के दौरान अधिक जलन होती है। योनि में संक्रमण के कारण महिलाओं को बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जिससे योनि स्राव, योनि में खुजली और तेज दर्द हो सकता है। इसका असर महिला के व्यवहार पर पड़ता है और वह चिड़चिड़ी भी हो जाती है। ज्यादातर मामलों में इसके लिए जिम्मेदार कारण संक्रमण होता है। सनराइज हास्पीटल, दिल्ली में स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. निकिता त्रेहन, बता रही हैं योनि संक्रमण के कारण और बचाव के उपायों के बारे में।
योनि में संक्रमण के कारण
गंदगी के कारण
योनि की सफाई यदि ठीक से न की जाये तो योनि में संक्रमण हो जाता है। इसलिए रोजाना योनि की सफाई करनी चाहिए। योनि की सफाई के दौरान यदि आप गंदे कपड़े का प्रयोग करती हैं तो यह भी योनि संक्रमण के लिए जिम्मेदार होता है। योनि के पास किसी भी प्रकार की एलर्जी और त्वचा रोग से भी योनि में संक्रमण हो सकता है। यदि आपके जननांगों के आसपास किसी भी प्रकार की एलर्जी या त्वचा का संक्रमण हुआ है तो इसे बिल्कुल नजरअंदाज न करें। सेक्स संबंध बनाने से यौन संबंध भी योनि में संक्रमण के लिए जिम्मेदार प्रमुख कारणों में से एक है। यदि आपने संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन संबंध बना लिए तो इसकी वजह से संक्रमण आपकी योनि में फैल जायेगा, जिसका परिणाम योनि में संक्रमण यानी योनिशोथ है। अप्राकृतिक रूप से यौन संबंध बनाने के कारण भी योनि संक्रमण हो सकता है।
शुगर का अधिक सेवन
चीनी और चीनी युक्त खाद्य पदार्थों के अधिक सेवन के कारण भी यह समस्या हो सकती है। यदि आपको मिठाई और मीठे व्यंजन अच्छे लगते हैं और आप इनका सेवन अधिक करती हैं तो इससे योनि संक्रमण होने की संभावना बढ़ जाती है।
बाजार के उत्पाद
बाजार में मौजूद विभिन्न प्रकार के उत्पाद भी योनि संक्रमण के लिए जिम्मेदार हैं। यहां तक कि आप सुगंधित बॉडी वॉश का प्रयोग करती हैं तो वह भी योनि के पीएच के स्तर को बिगाड़ सकता है।
कमजोर इम्यून सिस्टम
यदि आपकी प्रतिरोधी क्षमता कमजोर है तो योनि संक्रमण हो सकता है। कमजोर इम्यून सिस्टम के कारण इंफेक्शन और संक्रमण होने की संभावना अधिक होती है।
संक्रमण फैलाने वाले जीवाणु
योनि में संक्रमण फैलाने के लिए कुछ सूक्ष्म जीवाणु जिम्मेदार होते हैं। ये वायरस फैलाते हैं, इनमें क्लेमाइडिया सबसे आम है। यह जीवाणु लगभग हमेशा यौन रोग फैलाता है। जीवाणु संक्रमण सबसे सामान्य जीवाणु के कई अन्य प्रकारों द्वारा भी हो सकता है। कैंडिडिआसिस, कैंडीडा एल्बीकैंस नामक यीस्ट के कारण योनिशोथ यानी योनि में संक्रमण होता है।
अम्लता के कारण
यदि आपकी योनि में अम्लता अधिक है तो इससे संक्रमण के होने की आशंका कम होती है और यह इन जीवाणुओं का विरोध भी करते हैं और ये बैक्टीरिया भी पनपने नहीं देंगे। योनि में सूजन और गर्मी दोनों के लिए जीवाणु जिम्मेदार होता है।
प्रसव और मेनोपॉज के बाद
योनि में संक्रमण प्रसव के बाद अक्सर होता है क्योंकि बच्चे के जन्म के बाद योनि का आकार बदल जाता है जिससे योनि में संक्रमण हो सकता है। महिलाओं को अक्सर योनि की समस्या का सामना रजोनिवृत्ति यानी मेनोपॉज के बाद होता है।

योनि संक्रमण के लक्षण
- योनि संक्रमण की समस्या होने पर पेशाब के दौरान जलन और दर्द होता है।
- योनि संक्रमण में अजीब सी गंध आती है, इसे अप्रिय गंध भी कह सकते हैं।
- असामान्य प्रकार से योनि में स्राव होता है, कभी-कभी यह निरंतर होता रहता है।
- योनि के बाहर यानी योनि के चारों तरफ खुजली होती है।
- सेक्स संबंध बनाने के दौरान पीड़ा और बेचैनी होती है, इसके कारण आप सेक्स संबंध बनाने के दौरान सहज महसूस नहीं करते।
- योनि में जलन और दर्द होना भी योनि संक्रमण का लक्षण है, कभी-कभी यह जलन और दर्द असहनीय हो जाता है।
योनि संक्रमण से बचाव
- योनि संक्रमण से बचने के लिए आप चिकित्सक की सलाह से दवाइयों या जैल का इस्तेमाल कर सकती हैं। ये दवाइयां योनि में जलन और दर्द से राहत दिलाती हैं।
- योनि में संक्रमण होने पर मीठे खाद्य पदार्थों से परहेज करें, क्योंकि इसके कारण योनि में इनकी संख्या बढ़ सकती है।
- नीम के पत्तों को पानी में उबालकर उसी पानी से योनि की सफाई करें।
- यदि संक्रमण के कारण योनि में खुजली हो रही है तो नारियल के तेल में कपूर मिलाकर योनि पर लगाने से खुजली दूर होती है।
- हमेशा कॉटन की अंडरवियर पहनें, जिससे वह जल्दी सूख जाए। इसके अलावा इसे दिन में कम से कम दो बार अवश्य बदलें।
- बाजार के किसी भी प्रकार के उत्पाद का इस्तेमाल करने से बचें। कोई भी तेज गंध वाला परफ्यूम, लोशन या साबुन का इस्तेमाल करने से संक्रमण बढ़ सकता है।
- साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें, योनि की सफाई करते वक्त साफ तौलिये का प्रयोग करें।
- योनि में संक्रमण होने पर इसे हल्क में न लें, यदि यह स्थिति कई दिनों से बनी है तो इसे बिलकुल भी नजरअंदाज न करें। यदि आपकी जलन और पीड़ा असहनीय हो तो चिकित्सक के पास जाकर इसका इलाज करायें।
