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Summary: मलयालम इंडस्ट्री में ड्रग्स पर सख्ती: अब एक्टर्स को साइन करना होगा ‘नो ड्रग्स’ हलफनामा

मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में अब एक्टर्स और क्रू को शूटिंग से पहले 'नो ड्रग्स' हलफनामा साइन करना होगा। KFPA का यह कदम Shine Tom समेत कई कलाकारों के ड्रग्स मामलों के बाद सख्ती से लागू किया गया है।

मलयालम फिल्म इंडस्ट्री यानी ‘मॉलीवुड’ अब ड्रग्स के मुद्दे पर सख्त हो गई है। अब कोई भी एक्टर या तकनीकी सदस्य फिल्म की शूटिंग शुरू करने से पहले सिर्फ फीस का कॉन्ट्रैक्ट नहीं, बल्कि एक खास हलफनामा भी साइन करेगा जिसमें वो लिखित रूप से वादा करेगा कि शूटिंग के दौरान या उससे जुड़े किसी स्थान पर वह ड्रग्स का सेवन नहीं करेगा।

यह ऐतिहासिक कदम 26 जून से लागू होगा, जो कि अंतरराष्ट्रीय नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी विरोधी दिवस  के रूप में मनाया जाता है। इस बदलाव की शुरुआत की है केरल फिल्म प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (KFPA) ने, जो पिछले कुछ महीनों से इंडस्ट्री में ड्रग्स से जुड़े मामलों को लेकर गहरी चिंता में थी।

हाल ही में शाइन टॉम चाको, खालिद रहमान और  और अशरफ हमजा जैसे नामचीन एक्टर्स और डायरेक्टर्स के खिलाफ ड्रग्स से जुड़े मामले सामने आए। शाइन टॉम की गिरफ्तारी तब हुई जब पुलिस ने उनके होटल रूम में रेड की और वह वहां से भाग निकले। बाद में उन्हें जमानत मिल गई लेकिन इंडस्ट्री की छवि को गहरा झटका लगा। उनकी को-एक्ट्रेस विंसी एलोशियस ने भी उन पर सेट पर नशे की हालत में बुरा बर्ताव करने का आरोप लगाया।

इसके अलावा निर्माता हसीब मलाबार ने भी एक्टर श्रीनाथ भासी पर गांजा जैसी ड्रग्स मांगने का आरोप लगाया। और हैरानी की बात यह रही कि कुछ रिपोर्ट्स में यह दावा भी किया गया कि कुछ प्रोड्यूसर्स शूटिंग के दौरान सितारों के लिए ड्रग्स का बजट तक अलग से रखते हैं।

KFPA ने स्पष्ट किया है कि अब से हर एक्टर और क्रू मेंबर को नो ड्रग्स’ हलफनामा साइन करना अनिवार्य होगा। यह सिर्फ एक नैतिक संकल्प नहीं होगा, बल्कि लीगल डॉक्यूमेंट होगा – जिससे अगर कोई नियम तोड़े, तो उस पर अनुशासनात्मक और आर्थिक कार्रवाई की जा सके।

KFPA इस काम में अकेला नहीं है। उन्होंने FEFKA (फिल्म कर्मचारी महासंघ) और AMMA (मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स असोसिएशन) से भी सहयोग मांगा है। FEFKA पहले ही अपनी सहमति दे चुकी है, जबकि AMMA 24 जून को इस प्रस्ताव पर अंतिम निर्णय लेगी।

इस हलफनामे की सबसे खास बात यह है कि यह सिर्फ कागज़ी कार्यवाही नहीं है, बल्कि इंडस्ट्री में एक नैतिक और सामाजिक बदलाव लाने की कोशिश है। इससे नए कलाकारों और टेक्नीशियनों को भी एक स्पष्ट संदेश जाएगा कि ड्रग्स के लिए यहां कोई जगह नहीं है।

ड्रग्स से जुड़ी छवि से बाहर निकलने और एक साफ-सुथरी, पेशेवर और जिम्मेदार इंडस्ट्री बनाने की दिशा में यह कदम मील का पत्थर साबित हो सकता है। अब देखना होगा कि इस नए नियम के बाद मॉलीवुड में कितनी पारदर्शिता और अनुशासन आता है।

राधिका शर्मा को प्रिंट मीडिया, प्रूफ रीडिंग और अनुवाद कार्यों में 15 वर्षों से अधिक का अनुभव है। हिंदी और अंग्रेज़ी भाषा पर अच्छी पकड़ रखती हैं। लेखन और पेंटिंग में गहरी रुचि है। लाइफस्टाइल, हेल्थ, कुकिंग, धर्म और महिला विषयों पर काम...