आज गृहलक्ष्मी ऑफ द डे में हम बात करेंगे गुजरात की 78 साल की यूट्यूबर #gujjubennanasta और रेस्त्रां ओनर उर्मिला बेन आशेर की जिनके गुजराती कुजींस मुंबई में बहुत पसंद की जाती हैं।
जीवन आगे बढ़ने का नाम है। परेशानियों का क्या है वो तो आती हैं और जाती हैं। लेकिन अगर इंसान हौसले के साथ खड़ा हो जाए तो वह जीत ही जाता है। इन सभी बातों को सच में चरितार्थ किया उर्मिला ने। उनकी उम्र 78 साल है लेकिन जब पोते ने उन्हें आइडिया दिया क्यों न गुजराती नाश्ते का रेस्त्रा खोला जाए तो वह झट से तैयार हो गईं। आज वह एक बेहद सफल बिजनेस वुमन है। आज उनका बिजनेस लाखों का है। आप उन्हें मास्टरशेफ में भी देख सकते हैं।
ऐसा नहीं है कि उनकी जिंदगी बेहद आसान और सहज है। अपने तीन बच्चों को खोने के बाद भी बस हिम्मत और आशा की डगर पर वह चलती चली गईं। उनके जीवन की एक ही फिलॉसफी है जीवन चलते रहने का नाम है। कहती हैं कि अभी तो मुझे बुहत कुछ करना बाकी है। उर्मिला दादी के इस हौसले को सलाम। हालांकि वो डाइबिटीज से पीड़त हैं और उन्हें दो हार्ट अटैक भी हो चुके हैं। लेकिन अपनी परेशानियों को अपनी मुस्कुराहट से हरना वे बखूबी जानती हैं आशा है कि उनकी तरह ही हर गृहलक्ष्मी अपने जीवन की डगर पर इसी हौसले और जज्बे से चल पाए।
मैं तूफानों से लड़ने वाली गृहलक्ष्मी हूं।
