Aamir Khan
Aamir Khan

Summary : खर्ते पर काबू नहीं रख पाएं आमिर और गड़बड़ हो गई

लाल सिंह चड्ढा काफी महंगी बनी और आमिर भी जानते थे कि यह फिल्म इतना धन नहीं कमा सकती...

Aamir Spent on Laal Singh Chaddha: आमिर खान ने 2001 की लगान (जो उनकी बतौर निर्माता पहली फिल्म भी थी) के बाद कोई फ्लॉप नहीं दी थी। इन सालों में उन्होंने दिल चाहता है, मंगल पांडे, रंग दे बसंती, तारे जमीन पर, फना, गजनी, थ्री इडियट्स, धूम 3, पीके, दंगल और सीक्रेट सुपरस्टार जैसी हिट फिल्में दीं। लेकिन 2018 की ‘ठग्स ऑफ हिंदोस्तान’ की असफलता के बाद उनका फ्लॉप सिलसिला 2022 की लाल सिंह चड्ढा तक जारी रहा।

हाल ही में एक इंटरव्यू में आमिर ने माना कि उनके ओवरकॉन्फिडेंस ने फिल्म को मार दिया। उन्होंने कहा कि फिल्म बहुत महंगी बन गई थी। उन्होंने खुलासा किया कि इस फिल्म का बजट 200 करोड़ तक पहुंच गया, जबकि इसे आधे से भी कम में पूरा होना चाहिए था।

कोमल नाहटा से यूट्यूब शो गेम चेंजर्स पर बातचीत में आमिर ने कहा, “मेरी आदत है कि मैं हर फिल्म को आर्थिक फिल्टर से गुजारता हूं। मैं ये नहीं सोचता कि फिल्म कितनी कमाई करेगी, बल्कि ये देखता हूं कि उसमें घाटा न हो। लेकिन दुर्भाग्य से मैंने लाल सिंह चड्ढा पर ऐसा नहीं किया।” उन्होंने आगे कहा, “मुझे लगा कि मैंने लगातार इतनी हिट फिल्में दी हैं कि ये भी चल जाएगी। वहीं मैं गलती कर गया। मैंने फिल्म पर कोई आर्थिक सीमा नहीं लगाई।”

आमिर ने माना कि उन्हें पहले से पता था कि लाल सिंह चड्ढा एक मुख्यधारा फिल्म नहीं है, फिर भी उस पर 200 करोड़ खर्च हो गए। वे कहते हैं, “मुझे मालूम था कि ये फिल्म दंगल का एक-तिहाई ही कमाएगी। दंगल ने 385 करोड़ कमाए थे, तो मुझे पता था कि लाल सिंह चड्ढा 100 से 120 करोड़ तक ही कमा पाएगी। उसी हिसाब से मुझे बजट 80 करोड़ से ज्यादा नहीं रखना चाहिए था। आदर्श रूप से बजट 50-60 करोड़ के बीच होना चाहिए था। लेकिन हमने 200 करोड़ खर्च कर दिए।” दंगल ने भारत में 385 करोड़ कमाए थे और दुनियाभर में 2000 करोड़ से अधिक की कमाई की थी। वहीं लाल सिंह चड्ढा भारत में सिर्फ 11 करोड़ की ओपनिंग ले सकी और वर्ल्डवाइड मात्र 133.5 करोड़ पर सिमट गई।

आमिर ने बताया कि महामारी ने लागत और बढ़ा दी। “हमें कोविड-19 ने बुरी तरह प्रभावित किया। उस दौरान मुझे भारी नुकसान उठाना पड़ा क्योंकि मैंने अपने वर्कर्स की पेमेंट बंद नहीं की। मुझे लगा एक प्रोड्यूसर के तौर पर मैं उन्हें बिना तनख्वाह छोड़ नहीं सकता। इससे हमारी लागत और बढ़ गई। एक और गलती थी शूटिंग विदेश में करने की। हमें लगा कि सिर्फ भारत में कोरोना फैला है, इसलिए हमने सोचा कि बाकी फिल्म विदेश जाकर शूट कर लेते हैं। हम वहां गए, लेकिन फिल्म फिर भी फंस गई। बहुत सारा पैसा यात्रा पर खर्च हो गया और वो सब बर्बाद हो गया।” उन्होंने बताया कि उन्होंने चीन में एक बड़ा टेबल टेनिस वाला सीन शूट किया था। वो सीन फाइनल कट में आया ही नहीं। इस तरह का पूरा खर्च बेकार चला गया और कोविड ने इसे और भी खराब कर दिया।

ढाई दशक से पत्रकारिता में हैं। दैनिक भास्कर, नई दुनिया और जागरण में कई वर्षों तक काम किया। हर हफ्ते 'पहले दिन पहले शो' का अगर कोई रिकॉर्ड होता तो शायद इनके नाम होता। 2001 से अभी तक यह क्रम जारी है और विभिन्न प्लेटफॉर्म के लिए फिल्म समीक्षा...