Beauty Tips: तनाव हमारे शरीर और मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालता है, शायद आपको ना पता हो की तनाव का सीधा असर हमारी त्वचा पर भी दिखाई देने लगता है। जब हम तनाव में होते हैं, तो हमारे शरीर में कई तरह के बदलाव होने लगते हैं जो हमारी त्वचा की स्थिति को पूरी तरह प्रभावित करते हैं। चेहरे पर फाइन लाइन्स और पिंपल्स जैसी समस्याएं अक्सर तनाव से जुड़ी होती हैं। तनाव की वजह से हमारी नींद भी पूरी नहीं होती है, और यही वक़्त होता है जब हमारी त्वचा अपनी मरम्मत करती है, नींद पूरी ना होने की वजह से हमारी त्वचा काफी बेजान नज़र आने लगती है। तनाव के चलते हमारे शरीर में एंटीऑक्सिडेंट्स का स्तर तेज़ी से कम होने लगता है ,
एंटीऑक्सिडेंट्स त्वचा की कोशिकाओं को डैमेज से बचाने का काम करते हैं।
फाइन लाइन्स और स्ट्रेस

फाइन लाइन्स या झुर्रियां आमतौर पर उम्र बढ़ने के साथ ही शुरू होती हैं, लेकिन तनाव के चलते ये और तेज़ी से बढ़ने लगती हैं। जब हम तनाव महसूस करते हैं, तो शरीर में कोर्टिसोल का स्तर बढ़ने लगता है, जो त्वचा में कोलेजन और इलास्टिन के निर्माण के ऊपर काफी असर डालता है।
पिंपल्स और तनाव
तनाव के रहते शरीर में कोर्टिसोल का स्तर बढ़ने लगता है, जो त्वचा में सीबम नामक तेल का उत्पादन बढ़ाता है। जब त्वचा पर अधिक तेल जमा होने लगता है , तो यह त्वचा के रोम छिद्रों को बंद कर देता है, और इसके चलते पिंपल्स बढ़ने लगते हैं।
तनाव के अन्य प्रभाव

तनाव का असर केवल कोर्टिसोल और हार्मोनल असंतुलन तक सीमित नहीं है, बल्कि जब हम तनाव में होते हैं, तो अक्सर अपनी त्वचा की देखभाल को नज़रअंदाज़ कर देते हैं। यह सब त्वचा के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।
बचाव के उपाय
योग देगा राहत
तनाव को कम करने के लिए योग और प्राणायाम बेहतरीन उपाय में से एक है। यह न केवल मानसिक शांति पहुंचाते हैं, बल्कि त्वचा के लिए भी फायदेमंद साबित होते हैं। श्वास को नियंत्रित करने से शरीर में रक्त संचार काफी सहज रूप से कम करता है, जिससे त्वचा को गहराई से पोषण मिलने लगता है और तनाव से जुड़ी समस्याएं धीरे धीरे काम होने लगती हैं।
संतुलित आहार

तनाव के दौरान सही आहार लेना बेहद महत्वपूर्ण है। विटामिन E, C और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर फल और सब्जियां त्वचा के लिए फायदेमंद साबित होती हैं। इसके अलावा, उचित मात्रा में पानी पीना भी त्वचा के निखार के लिए बहुत जरूरी है।
नींद
तनाव से बचने के लिए पूरी नींद लेना बहुत जरुरी है। पर्याप्त नींद से शरीर और त्वचा कीसही समय पर पूरी तरह से मरम्मत होती है, और तनाव का असर काफी कम होता है।
स्किनकेयर

चेहरे की सही तरीके और हल्की मालिश करने से रक्त संचार बेहतर होता जाता है और इसके परिणामस्वरूप त्वचा की झुर्रियां कम होने लगती हैं। साथ ही, सही स्किनकेयर रूटीन अपनाने से पिंपल्स और एक्ने की समस्या को भी काफी हद तक कम किया जा सकता है।
मनोबल बनाए रखें
तनाव को मानसिक रूप से संभालने के लिए सकारात्मक सोच और आत्म-प्रेरणा का अभ्यास करें। इससे न केवल मानसिक स्थिति सुधरेगी, बल्कि त्वचा पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
