केसर न सिर्फ अपनी भीनी खुशबू से तन-मन को ताजगी से भर देता है, बल्कि त्वचा की रंगत में निखार भी लाता है। त्वचा को गोरा बनाने के लिये केसर एक बहुत प्रभावशाली और गुणकारी सामग्री है। केसर में मौजूद प्राकृति एंटीबैक्टीरियल और एक्सफोलिएटिंग तत्व प्रदूषण से पनपे बैक्टीरिया का अंत कर त्वचा को बेदाग, गोरा व चमकदार बनाते हैं। साथ ही केसर में पोटेशियम पाया जाता है जोकि त्वचा के सेल निर्माण में काफी उपयोगी होता है। तभी तो बहुत से सौंदर्यवर्धक उत्पादों में केसर का उपयोग किया जाता है
बेदाग व समान रंगतवाली त्वचा :- गोरी त्वचा का मतलब केवल कॉम्पलेक्शन का हल्का होना ही नहीं होता है बल्कि त्वचा का बेदाग और एकसमान रंगत होना भी है। और केसर आपको वही पाने में मदद करता है। अपने एंटी-फंगल गुणों के चलते यह आपको ब्लैकहैड्स और झाइयों से छुटकारा दिलाने में भी सहायता करता है और देता है बेदाग व एकसमान त्वचा।
कोमल त्वचा :- मौसम का भी त्वचा पर बुरा असर पड़ता है। सर्द हवाएं और तपती गर्मी त्वचा को रूखा बनाती है, लेकिन केसर का रोज इस्तेमाल त्वचा की रंगत सुधारकर उसे कोमल बनाए रखता है।
कुदरती निखार :- घर से बाहर निकलने या कहीं भी यात्रा करने के दौरान हमारी त्वचा धूल-धुएं प्रदूषण व सूरज की हानिकारक किरणों का सामना करती है, जो त्वचा को रूखा व बेजान बना देती है। ऐसे में केसर का इस्तेमाल त्वचा पर आश्चर्यजनक रूप से काम करता है और कुदरती निखार जगाता है।
त्वचा का पोषण :- प्रतिदिन हमारी त्वचा जरूरी पोषण खोती रहती है। केसर में विटामिन ए, विटामिन सी, फोलिक एसिड और नियासिन भरपूर मात्रा में होते हैं जोकि त्वचा के पोषण के लिए जरूरी होते हैं। ऐसे में केसर त्वचा को खिली-खिली और जवां बनाए रखता है। केसर हमेशा से ही एक ऐसे तत्व के रूप में जाना जाता है, जो खाने में जादू जगाता है। कुछ ही दशकों पहले महिलाओं ने पाया कि इसमे त्वचा को गोरा बनाने वाले गुण भी मौजूद होते हैं। अपनी त्वचा की देखभाल और पोषण के लिए केसर को महत्वपूर्ण रूप से शामिल करने के और भी बहुत से कारण हैं।
