झड़ते बालों से हैं परेशान, तो इन 5 कारणों पर दें ध्यान
आजकल बालों का झड़ना एक आम समस्या हो गई है। मौसम चाहें कोई भी हो लेकिन बालों का झड़ना टेंशन में डाल देता है। पुरुष हों या महिलाएं, हर कोई इस समस्या से परेशान है। बाजार में मौजूद तमाम प्रोडक्ट्स और घरेलू नुस्खों को आजमाने के बावजूद भी बालों का झड़ना रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
Reason of Hair Fall: आजकल बालों का झड़ना एक आम समस्या हो गई है। मौसम चाहें कोई भी हो लेकिन बालों का झड़ना टेंशन में डाल देता है। पुरुष हों या महिलाएं, हर कोई इस समस्या से परेशान है। बाजार में मौजूद तमाम प्रोडक्ट्स और घरेलू नुस्खों को आजमाने के बावजूद भी बालों का झड़ना रुकने का नाम नहीं ले रहा है।हालांकि, लोग इस बात को भूल जाते हैं कि मजबूत बालों के लिए खान-पान से जुड़ी चीजों पर भी ध्यान देना होता है। अगर आप भी झड़ते बालों से परेशान हैं तो कुछ चीजों को अपने आहार और हेयर केयर रूटीन का हिस्सा बनाकर बढ़ते हेयर फॉल को कम करने में मदद कर सकते हैं।
अनहेल्दी डाइट
अगर आपकी डाइट में प्रोटीन, आयरन, जिंक, विटामिन-डी और ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे पोषक तत्वों की कमी है, तो बालों का झड़ना रुकना मुश्किल हो जाता है। बालों के लिए जरूरी पोषक तत्वों की कमी से बाल कमजोर हो जाते हैं और उनका झड़ना बढ़ जाता है। बालों का स्वास्थ्य सीधे तौर पर आपकी डाइट से जुड़ा होता है। घरेलू नुस्खे और बाहरी प्रोडक्ट्स तभी काम करते हैं जब शरीर को अंदर से पोषण मिल रहा हो।
स्ट्रेस
बालों के झड़ने का एक बड़ा कारण तनाव है। जब आप तनाव में होते हैं, तो शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का लेवल बढ़ जाता है। जो बालों के ग्रोथ साइकिल को प्रभावित करता है। इससे बालों का झड़ना बढ़ सकता है। तनाव के कारण होने वाले हेयर फॉल को रोकने के लिए केवल बाहरी इलाज काफी नहीं हैं। मेंटल हेल्थ को सुधारने और तनाव कम करने के लिए योग और पूरी नींद लेना बहुत जरूरी है।
स्वास्थ्य समस्याएं

कई बार बालों का झड़ना किसी छिपी हुई स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है। डायबिटीज, ऑटोइम्यून डिसऑर्डर या स्कैल्प इंफेक्शन जैसी समस्याएं बालों के झड़ने को बढ़ा सकती हैं। ऐसे में केवल बाहरी इलाज काम नहीं करते। अगर बालों का झड़ना लगातार जारी है, तो डॉक्टर से जांच कराना और इस समस्या का इलाज कराना जरूरी है।
हार्मोनल असंतुलन
बालों के झड़ने का एक बड़ा कारण हार्मोनल असंतुलन भी है। थायरॉइड की समस्या, पीसीओएस या मेनोपॉज के दौरान हार्मोनल बदलाव बालों के झड़ने को बढ़ा सकते हैं। इन मामलों में घरेलू नुस्खे और सामान्य हेयर केयर प्रोडक्ट्स काम नहीं करते। ऐसे में हार्मोनल समस्या का इलाज कराना जरूरी होता है।

सर्जरी
कई बार सर्जरी के बाद भी हेयर फॉल की समस्या हो जाती है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि सर्जरी कितनी बड़ी रही और दवाओं का सेवन कितने समय तक चला। साथ ही डायट में न्यूट्रिशनल वैल्यू कितनी है यह भी हेयर फॉल की क्वांटिटी तय करता है।
गलत प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करना
बाजार में हेयर केयर के तमाम प्रोडक्ट्स मौजूद है। इनमें केमिकल्स की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जो बालों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। सल्फेट, पैराबेन्स और सिलिकॉन जैसे केमिकल्स बालों को कमजोर बना देते हैं और उनका झड़ना बढ़ा देते हैं। इसके अलावा, गलत शैंपू, कंडीशनर या हेयर स्टाइलिंग प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल भी बालों के लिए हानिकारक हो सकता है। हमेशा बालों के लिए सही प्रोडक्ट चुनना जरूरी है।
