पलकों का कम घना होना व कमजोर होना प्रकृति की देन है। लेकिन आज के समय में कई ऐसे ब्यूटी प्रोडक्ट मौजूद हैं, जिसके चलते कम घनी पलकों वाली महिलाएं भी अपनी आंखों के सौंदर्य को बनाए रख सकती हैं। आपकी सुंदरता में कोई कमी ना रहे इसलिए सिजलर सैलून की ब्यूटी एक्सपर्ट शिखा बता रहीं हैं कुछ ऐसे टिप्स, जिससे आप पलकों को घना कर खोई हुई खूबसूरती को वापस पा सकती हैं।
जमाना है आर्टिफिशयल आईलैशेज का
अगर आपकी पलकें हल्की हैं तो आप फौल्स आई लैशेज यानी कृत्रिम पलकों का इस्तेमाल कर सकती हैं। वैसे भी आजकल बाजार में कई प्रकार की आईलैशेज मिलती हैं, जिन्हें आप अपनी जरूरत के अनुरूप इस्तेमाल कर सकती हैं। इन पलकों का उपयोग अपनी आंखों के आकार के अनुरूप किया जा सकता है जैसे-
- छोटी आंखें- आंखें छोटी हैं तो आप थ्री क्वार्टर लैशेज लगाएं। इन लैशेज को आंखों के कॉर्नर पर लगाया जाता है इसलिए इसे कॉर्नरी लैशेज के नाम से भी जाना जाता है।
- बड़ी आंखें- अगर आंखें बड़ी हैं तो स्ट्रिप लैशेज लगाएं। इसका इस्तेमाल आंखों की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए किया जाता है।
- सामान्य आंखें- जिनकी आंखें सामान्य आकार की हैं मतलब ना ज्यादा छोटी और ना ज्यादा बड़ी वो महिलाएं इंडिविजुअल लैशेज का इस्तेमाल कर सकती हैं।
- साधारण आंखें- ऐसी आंखों वाली महिलाएं क्लस्टर लैशेज लगाएं। इस लैशेज को असली लैशेज के बीचों बीच लगाया जाता है ताकि पलकें घनी दिखें।
कैसे लगाएं आर्टिफिशयल आईलैशेज
आईलैशेज अगर आंखों से ज्यादा लंबी हैं तो उन्हें अपनी आंखों के साइज के अनुसार ट्रिम करें। अपनी उंगली में ग्लू लगाएं और आर्टिफिशयल आईलैशेज को उसी पर थोड़ी देर तक दबाकर रखें। इसके बाद पलकों वाली क्लिप से आई लैशज को उठाएं और आंखों के पास लाएं और उसे उंगली से चिपका दें। फिर उंगली को धीरे से हटा लें। इस बात का ध्यान रखें कि चिपकाते वक्त लैशेज पर प्रेशर ना डालें नहीं तो चिपकने के बजाए लैशेज हाथ में रह जाएंगी।

आईलैशेज एक्सटेंशन
अगर आप चाहती हैं कि आपकी पलकें घनी रहें तो आप आई लैशेज एक्सटेंशन भी करवा सकती हैं। यह लंबे समय तक आपकी पलकों की खूबसूरती को कायम रखता है और इसे रोज हटाने की जरूरत भी नहीं। इसमें लगभग 40 सिंथेटिक बालों को एक लिक्विड की सहायता से प्राकृतिक पलकों से जोड़ दिया जाता है। इसमें आप जिस तरह की पलकें चाहती हैं, उसके अनुरूप पलकें आपको मिलती हैं। इस प्रक्रिया में लगभग 2 घंटे का समय लगता है। अगर लागत की बात करें तो इसे कराने में 8 से 10 हजार रुपये लगते हैं। इसको कराने के बाद 24 से 48 घंटे तक इसमें पानी ना लगने दें और ना ही स्टीम रूम में बैठें और ना ही हॉट योगा करें। लैशेज को बार-बार टच ना करें। एक बात का ध्यान रखें समय-समय पर इसे रीफिल कराते रहें। जब भी इसे निकालने का मन करे तो खुद ना निकालें बल्कि प्रोफेशनल से निकलवाएं।
कैसे लगाएं मस्कारा
मस्कारा हमेशा ऊपर की तरफ देखते हुए लगाएं। पलकों को मस्कारे की ब्रश में रोल करते हुए लगाएं। मस्कारे का एक कोट लगने के बाद दूसरा कोट तब ही लगाएं जब मस्कारा सूख जाए। अगर मस्कारा लगाने के बाद आईलैशेज चिपक जाएं तो आंखों के ब्रश से कुछ देर बाद चिपकी पलकों को अलग कर लें। पलकें अगर बाहर की तरफ मुड़ी हुई नहीं हैं तो आईलैश कर्ल की सहायता से पलकों को कर्ल करें फिर मस्कारा लगाएं। पलकें बहुत पतली हैं तो आईलैशज कर्ल का प्रयोग करने से पहले प्राइमर लगाएं। अगर आपकी आंखों के बीच की दूरी कम है तो मस्कारा आउटर कॉर्नर पर इनरकॉर्नर से एक कोट ज्यादा लगाएं। अगर आंखें बहुत उभरी हुई हैं तो 2 या 3 कोट मस्कारे के लगाएं।
मस्कारे से बनाएं पलकों को घना
वैसे तो अधिकतर महिलाएं पलकों को घना व लंबा बनाए रखने के लिए मस्कारे का इस्तेमाल करती हैं। अगर आप इसमें कुछ नया करना चाहती हैं तो आजकल बाजार में कई तरह के मस्कारे मौजूद हैं, जैसे- लेंथ एडिग मस्कारा वॉल्यूमाइजिंग मस्कारा, ट्रांसपेरेंट मस्कारा और वॉल्यूम बूस्टिंग मस्कारा अपनाकर आप पलकों को निखार सकती हैं। सिर्फ इतना ही नहीं इसमें आपको कई रंग जैसे- कॉपर, गोल्डन, बरगंडी, ब्राउन, ब्लैक और नेवी ब्लू आदि भी मिलेंगे। मतलब आप अपनी ड्रेस को ध्यान में रखकर मस्कारे के कलर का चुनाव कर सकती हैं।
किस बात का ध्यान रखें
मस्कारा लगाते समय टिश्यू पेपर अपने हाथ में रखें ताकि ज्यादा लगाने पर उसे तुंरत हटाया जा सके। अगर आंखों के पास डार्क सर्कल हैं तो नीचे की पलकों पर मस्कारा ना लगाएं। क्योंकि इससे डार्क सर्कल ज्यादा दिखता है। हमेशा ब्रांडेड मस्कारे का इस्तेमाल करें। सूख जाने पर मस्कारे का इस्तेमाल ना करे। सोने से पहले मस्कारा हटा लें। कभी भी मस्कारे को रगड़ कर ना हटाएं, ऐसा करने से पलकें टूट जाती हैं। जब भी मस्कारा लगाएं तो आंखों को साफ जरूर कर लें। अगर नकली आईलैशेज लगाई हैं तो आंखों पर हाथ कम रखें। मस्कारा हटाने के लिए इयर बड प्रयोग करें।
