रोहित की उम्र लगभग दस-बारह साल की होगी। उसका नामांकन जीविका दीदी के सहयोग से गाँव के ही सरकारी विद्यालय में करवाया गया था। उसकी दोस्ती मुहल्ले के कुछ शरारती बालकों से हो गयी थी, जो न तो खुद पढ़ते थे, न ही अपने मित्रों को पढ़ने देते थे। वे अक्सर कक्षा में बस्ता रख, […]
