Funny Story: बात आज से 30 वर्ष पूर्व की है। मेरी शादी वाला दिन था। फेरे वगैरा सब हो चुके थे। सब तरफ हंसी खुशी का माहौल था और मजाक आदि चल रहा था। मुझे और मेरे पति को एक कमरे लाकर बिठा दिया गया। हमारे चारों तरफ नंदे, भांजे, बुआ जी आदि सब बैठे […]
Author Archives: लक्ष्मी कानोडिया
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शिव सती और सावन-गृहलक्ष्मी की कविता
Sawan Poem: सावन की ऋतु आई है,चारों ओर हरियाली छाई है। घनघोर बादल छाए है, मोर पपीहे गीत गाएँ है। सावन में भोले बाबा आते हैं, सब मंदिरों की शान बढ़ाते हैं। शिव के भक्तों का उमड़ा जन सैलाब है, कावड़ियों की टोली जय जय कार करती है।हर हर महादेव से गूंजता हर द्वार है।भक्ति दर्शन करने आते हैं,भक्ति में लीन […]
