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दस्तखत – 21 श्रेष्ठ युवामन की कहानियां महाराष्ट्र

वो आहिस्ते-आहिस्ते एक-एक कदम ऑफिस की सीढ़ियों से संभलकर उतर रहा था। नीचे उतरने के बाद उसने लंबी साँस ली। उसे अब मन मस्तिष्क पर का बहुत सारा दबाव उतर जाने का एहसास हुआ। उसके दिल के ठोके की गति धीमी होते जा रही थी। ऑफिस कंपाउंड के बाहर आने पर उसे कुछ अच्छा लगने […]

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