Hindi Funny Story: बात अभी पिछले महीने की है। कुछ दिन के लिए मैं भैया भाभी के पास उदयपुर गई थी। आने से एक दिन पहले भाभी मुझे बाजार ले कर गई। साथ में मेरी नौ साल भतीजी सारा भी थी। भाभी मुझे साड़ी दिलाने एक दुकान पर ले गई। एक भैया हमें साड़ी दिखा […]
Author Archives: नीलम मुकेश वर्मा
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मां हो कर ही मां को जाना-गृहलक्ष्मी की कविता
Hindi Poem: त्याग, समर्पण, जिम्मेदारी, सबको अब पहचाना है !माँ होती है क्या ? मैंने ये , माँ ही है आधार सृष्टि का, सार है वेद ऋचाओं का […]
