Short Story in Hindi: मेट्रो की भीड़भाड़ वाली ट्रेन में खड़े होना एक आम बात थी, लेकिन आज कुछ अलग था। आज मुझे एक अनजान चेहरे से नजरें मिलीं और जैसे ही हमारी आंखें मिलीं, मेरा दिल धड़कने लगा। वह एक लड़की थी, जिसके बाल काले और आंखें बड़ी-बड़ी थीं। वह मेरे सामने खड़ी थी, […]
Author Archives: दीप्ति गर्ग
Posted inलघु कहानी - Short Stories in Hindi, हाय मै शर्म से लाल हुई, हिंदी कहानियाँ
मैं कपड़े उतार कर आ रही हूं— हाय मैं शर्म से लाल हुई
Hindi Funny Story: हां मेरे साथ ऐसा एक वाक्य हुआ,है तो छोटा सा, यह शब्द में और कहीं तो नहीं डाल सकती लेकिन गृह लक्ष्मी औरतों की मैगजीन है ,इसलिए लिख रही हूं, एक बार में बालकनी में, मैं सूखे कपड़े उतार रही थी ….इस समय दरवाजे की घंटी बजी मैं दरवाजा खोलने गई, अंदर […]
