Friday Fast Importance: सप्ताह में कुल सात दिन होते हैं और हिंदू धर्म में हर दिन किसी-न-किसी देवी व देवता को समर्पित होता है और उस दिन का अपना एक विशेष महत्व भी होता है। जैसे सोमवार भगवान शंकर को और मंगलवार हनुमानजी को समर्पित है, ठीक इसी तरह से शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी, संतोषी माता और शुक्र ग्रह से जुड़ा हुआ है। ऐसी मान्यता है कि शुक्रवार के दिन व्रत रखने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और वैवाहिक जीवन सुखमय होता है। वैसे तो शुक्रवार का व्रत महिलाएं ही रखती हैं, लेकिन अगर पुरुष चाहें तो वे भी रख सकते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं कि शुक्रवार व्रत का क्या महत्व है और जीवन में इस व्रत के क्या लाभ होते हैं।
क्या है शुक्रवार के व्रत का धार्मिक महत्व

शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी का व्रत रखा जाता है। माता लक्ष्मी धन, ऐश्वर्य और सुख- समृद्धि की देवी हैं। ऐसी मान्यता है कि इसके व्रत से जीवन की सभी दरिद्रता दूर होती है और घर में भी माता लक्ष्मी का वास होता है। माता लक्ष्मी के अलावा शुक्रवार के दिन माँ संतोषी का भी व्रत रखा जाता है, जो लोग मां संतोषी का व्रत रखते हैं उनके जीवन से पारिवारिक कलह दूर होते हैं और घर में सुख-शांति बनी रहती है।
क्या है शुक्रवार के व्रत की विधि

शुक्रवार का व्रत करने के लिए इस दिन सुबह स्नान करने के बाद स्वच्छ सफेद या फिर गुलाबी रंग का वस्त्र धारण करना चाहिए। इसके बाद व्रत का संकल्प लेकर घर में माता लक्ष्मी या माँ संतोषी की तस्वीर या मूर्ति के सामने गाय के घी का दीपक जलाना चाहिए। माता को सफेद फूल और सफेद मिठाई या खीर व बर्फी का भोग लगाना चाहिए। इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि माँ संतोषी के व्रत में खट्टी चीजें जैसे नींबू, दही, इमली चीजों का का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर आप इनका सेवन करते हैं तो आपका व्रत टूट जाता है। इस व्रत में दिन भर फलाहार करना चाहिए या फिर एक समय भोजन करके भी व्रत रखा जा सकता है। व्रत के अगले दिन व्रत खोलते समय किसी गरीब या जरूरतमंद को भोजन कराना और वस्त्र दान करना भी अच्छा माना जाता है।
क्या है शुक्रवार के व्रत का लाभ

- शुक्रवार का व्रत करने से घर में आर्थिक समृद्धि आती है और घर की दरिद्रता दूर होती है। साथ ही पति-पत्नी के बीच का संबंध अच्छा होता है और उनके बीच प्रेम बढ़ता है। अगर किसी के विवाह में काफी अड़चन आ रही है तो इस व्रत को करने से सारी परेशानियाँ दूर होती हैं।
- संतान प्राप्ति के लिए भी यह व्रत लाभकारी माना गया है, जिन महिलाओं को संतान की प्राप्ति नहीं होती है, उन्हें इस व्रत को करने संतान सुख मिलता है।
- शुक्रवार के व्रत में इन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए
- शुक्रवार के व्रत में मन और अपनी वाणी पर संयम रखना चाहिए और दूसरों के लिए कुछ भी गलत नहीं कहना चाहिए। इस व्रत के बाद दान अवश्य ही करना चाहिए खासकर कन्याओं व महिलाओं को सफेद वस्त्र, सफेद मिठाई या फिर चने का प्रसाद देना चाहिए।
