मिक्सी, टोस्टर और माइक्रोवेव आदि के बिना किचन की कल्पना करना काफी मुश्किल है। ये आरामदेह किचन एप्लाइंसेज़ केवल हमारे काम को ही आसान नहीं बनाते हैं, बल्कि कई बार समय की भी बचत करते हैं। लेकिन ये एप्लाइंसेज़ हमारे लिए तभी तक प्रभावकारी हैं जब तक हम इसका इस्तेमाल व रख-रखाव सही ढंग से करें, ताकि यह लंबे समय तक आपका साथ निभाएं।

जरूरी है साफ-सफाई

किचन एप्लाइंसेज़ का इस्तेमाल करते समय एक बात का खास ध्यान रखें कि जिन एप्लाइंसेज़ का इस्तेमाल आप करती हैं उनकी सफाई नियमित रूप से हो क्योंकि रोजाना किचन में इस्तेमाल किए जाने वाले एप्लाइंसेज में कई खाद्य पदार्थ चिपके रह जाते हैं, जो तुरंत साफ न करने पर बैक्टीरिया का रूप ले लेते हैं। इससे हमारा स्वास्थ्य प्रभावित होता है।

रेफ्रिजेटर

– फ्रिज का फूड स्टोरेज के लिए अधिक इस्तेमाल किया जाता है। यहां पर कीटाणुओं के पनपने का खतरा भी ज्यादा होता है। इसलिए सप्ताह में एक बार फ्रिज की सफाई जरूर करें।
– फ्रिज की सफाई करने से पहले उसे खाली कर लें और मेन स्विच बंद कर दें। फ्रिज के कैबिनेट के अंदर अक्सर गिरे हुए खाद्यपदार्थ चिपके रहे जाते हैं, इसलिए इसकी विशेष साफ-सफाई आवश्यक है। इसे साफ करने के लिए आप टूथ ब्रश और लिक्विड डिटर्जेंट का इस्तेमाल करें। फिर गर्म पानी में कपड़ा भिगोकर उसे पोछ लें।

– इवैपोरेटर के चारों तरफ जमने वाली बर्फ को एक-चौथाई इंच से अधिक नहीं जमने देना चाहिये। इसे साफ करने से पहले फ्रिज से सभी सामान निकालकर तापमान को न्यूनतम कर दें। इससे जमी हुई बर्फ पिघल जायेगी और ड्रिप्पिंग ट्रे या इवैपोरेटर के नीचे लगी ट्रे पर गिरेगी। जिन रेफ्रिजरेटर में ऑटोमैटिक डिफ्रॉस्टिंग की तकनीक उपलब्ध होती है, उनमें ऐसा करने की जरूरत नहीं होती।
– फ्रिज की बदबू दूर करने के लिए सफाई के दौरान बेकिंग सोडा का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे बदबू दूर हो जाएगी। फ्रिज के अंदर की सफाई के साथ ऊपरी सफाई का भी विशेष ध्यान रखें।
– फ्रिज को घर में धूप आने वाली जगह पर न रखें, इससे फ्रिज का कंप्रेसर जल्दी खराब हो सकता है। इसके अलावा अक्सर घरों में जगह की कमी के वजह से फ्रिज को दीवारों से चिपका कर रखा जाता है, जोकि गलत है।
– फ्रिज को पानी वाले हिस्से से दूर रखें, क्योंकि पहले के रेफ्रिजरेटर में कॉयल फ्रिज के पीछे लगी होती थी लेकिन अब के मॉडल्स में कॉयल फ्रिज के नीचे लगी होती है, जो अधिक पानी पडऩे से प्रभावित हो सकते है। वर्ष में एक या दो बार कॉयल की सफाई भी करवाएं।

माइक्रोवेव

– भारतीय रसोई में आजकल माइक्रोवेव का अधिक इस्तेमाल खाना पकाने से ज्यादा खाने को गर्म करने के लिए किया जा रहा है। यानी अब माइक्रोवेव का इस्तेमाल रोजाना होने लगा है। इसमें अक्सर चिकनाई और खाद्यपदार्थ गिरे रह जाने के कारण धाग-धब्बे जम जाते हैं, जो खाने को बैक्टीरिया युक्त बना सकते हैं। स्वास्थ्य को देखते हुए इसकी नियमित रूप से सफाई आवश्यक है।
-माइक्रोवेव में कुछ भी बनाने के बाद उसके अंदर के ग्लास की प्लेट या स्टैंड को तुरंत साफ करें। इसी तरह ओवन में कुछ भी पकाने के बाद रैक्स, ग्रिल, और उसके बर्तन को निकालकर अच्छी तरह से साफ करें। इनकी सफाई के लिए आप कॉस्टिक सोडे का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। यह जल्द ही चिकनाई को साफ कर देता है।
-अवन व माइक्रोवेव की सफाई के लिए नीबू भी एक अच्छा माध्यम है। यह जटिल से कीटाणुओं का नाश भी करता है। मोइक्रोवेव से खाद्यपदार्थों की महक को खत्म करने के लिए आप एक बाउल में पानी के साथ नीबू का रस डालकर रख दें। फिर 2 मिनट के लिए माइक्रोवेव चलाएं और इसके बाद कुछ देर के लिए उसका दरवाजा खुला छोड़ दें। इसके अलावा एक स्प्रे वाली बोतल में आप गुनगुने पानी में नीबू का रस मिलाकर रख दें फिर इसे माइक्रोवेव में छिड़क कर सूखे कपड़े से साफ करें। इसी तरह ओवन में भी करें। नीबू की जगह आप पोदीने का भी इस्तेमाल कर सकती हैं।
– माइक्रोवेव या अवन के बर्तन धोने के बाद पोछकर सूखी और सुरक्षित जगह पर ही रखें। इसके अलावा माइक्रोवेव के आसपास की जगह को साफ रखें ताकि वहां कॉक्रोच न पैदा हों। ध्यान रखें कि कॉक्रोच माइक्रोवेव के अंदर न जाएं क्योंकि मेग्नाटॉन, ट्रांसफार्मर और पॉवर कंट्रोल बोर्ड आदि माइक्रोवेव के मुख्य पार्ट होते हैं। इसमें कॉक्रोच जाने से मेग्नाटॉन होकर खराब हो सकता है। जिसे आसानी से ठीक नहीं कराया जा सकता है। इसे बदलवाना ही पड़ता है।
– माइक्रोवेव के पास मोबाइल न रखें क्योंकि मोबाइल की तरंगे मेग्नाटॉन से निकलने वाली वेब्स को प्रभावित करती हैं। अत: इसके परिणाम खतरनाक हो सकते हैं।

फूड प्रॉसेसर

-फूड प्रॉसेसर आपके किचन के कई काम को आसान बना देता है। लेकिन यह तभी तक सुविधाजनक होता है जब इसका इस्तेमाल सही ढंग से किया जाए। इसे बार-बार सैट करने में कई तरह की दिक्कतें आती है इसलिए इसकी एक निश्चित जगह बना दें।
– जैसा कि फूड प्रॉसेसर का ग्राइंड करने, आटा गूंधने से लेकर सब्जी काटने तक में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसलिए इन सभी के लिए अलग-अलग ब्लेड्स दिए गए होते हैं, जिसके मैनुअल को पढ़कर आपको सही ब्लेड्स का इस्तेमाल करना पड़ता है क्योंकि गलत ब्लेड का इस्तेमाल आपके फूड प्रॉसेसर को खराब कर सकता है।
-मिक्सी के कंटेनर के इस्तेमाल के बाद उसे तुरंत साफ करें। ब्लेड को खास तौर से साफ करें, क्योंकि कई बार खाद्यपदार्थ ब्लेड के नीचे चिपके रह जाते हैं, जो कीटाणुओं के रूप में पनपने लगते हैं। इसके इस्तेमाल के बाद इसे उल्टा रख दें।
– मिक्सर ग्रांइडर को वाइप्स और लिक्विड स्प्रे क्लींजर के माध्यम से सप्ताह में एक बार साफ करें। ग्राइंडर के जार के ढक्कन में लगे रबर के नीचे अक्सर खाद्यपदार्थ चिपके रह जाते हैं। इसलिए रबर निकालकर ब्रश से उसे साफ करें।

फूड कंटेनर
किचन में फूड स्टोरेज के लिए कंटनेर यानी प्लास्टिक के डब्बों का इस्तेमाल किया जाता है। कंटेनर को भी समय-समय पर साफ करते रहें। इन्हें धोने के लिए आप गर्म पानी और बेकिंग सोडा का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। दाग-धब्बों को साफ करने के लिए नीबू का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इन्हें धोने बाद सूखे कपड़े से पोछ लें और न्यूजपेपर लगाकर ही सामान रखें। फूड कंटेनर के साथ कैबिनेट को समय-समय पर साफ करते रहें।