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दिल भरता नहीं

माँ की यादों से दिल भरता नहीं,वक्त है कि ज़रा ठहरता नहीं,टूट-टूट कर आती जब यादें उसकी,दिल है कि संभाले सम्हलता नहीं,ध्यान हटता नहीं,मन से जाती नहीं,हर पल मन में समाती रहीं,माँ की यादों से दिल भरता नहीं,खुले आसमां के नीचे सोया करते थे हम,सीता -राम की कहानी सुना करते थे हम,ख्याल आते रहे आंसमा […]

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खालीपन – गृहलक्ष्मी कविता

एक अजीब सी बात हो गई, कुछ अलग सी बात हो गई। यूं तन्हा से जब कर गए, तो जिंदगी वीरान सी हो गई। मेरे ख्यालों को कर गए खाली, और खालीपन सी बात हो गई। अब सिर्फ ख्याल बाकी हैं, और सांस खयालों में खो गई। यह खालीपन रहा होगा कहीं न कहीं तुममें […]