भारत ने आर्थिक विकास के लिए औद्योगिकीकरण में प्रगति की है लेकिन इससे वायु प्रदूषण की गंभीर समस्या बढ़ गई है। पिछले कुछ दशकों में देश में कार्बन उत्सर्जन का स्तर शहरों में यातायात बढ़ने और बिजली की अत्यधिक खपत होने की वजह से कई गुना बढ़ गया है। भारतीय शहरों में प्रदूषण का स्तर डब्ल्यूएचओ के दिशा-निर्देशों के अनुसार सुरक्षित सीमा से परे है। रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया के दस सबसे प्रदूषित शहरों में से सात भारत में ही हैं।
