संस्कारों के माध्यम से व्यक्ति का शुद्धिकरण किया जाता है और व्यक्ति को नैतिक मूल्यों, कर्तव्य और उत्तरदायित्व का बोध कराया जाता है। इन संस्कारों का अनुसरण करने से व्यक्ति रोगमुक्त और दीर्घायु जीवन जीता है। हिंदू धर्म में गर्भाधान पहला संस्कार और अंत्येष्टि अंतिम संस्कार माना गया है।
