डॉ. वन्दना गूलिया ने अपनी पढ़ाई के दौरान ही ये तय कर लिया था कि अपनी लाइफ के हर 5वे साल वो किसी न किसी सामाजिक मुद्दे से जुड़कर उसके लिए कुछ काम करेंगी। शादी, बच्चे और परिवार को प्राथमिक्ता देने का साथ-साथ वंदना ने कभी नेत्रहीन लोगों से जुड़ी संस्था के लिए काम किया, तो कभी पर्यावरण के लिए। आजकल वंदना अपना ज्यादा समय #NoMoreMissing कैम्पेन के जरिए खोए हुए बच्चों को ढूंढने में लगा रही हैं।
