धनु राशिफल – Dhanu Rashifal 2022 – 1 नवम्बर से 7 नवम्बर
Sagittarius Horoscope

ये, यो, भा, भी मूल-4

भू, धा, फा, ढ़ा पूर्वाषाढ़ा-1

भे उत्तराषाढ़ा-4


ग्रह स्थिति

मासारम्भ में चंद्रमा+शनि मकर राशि का द्वितीय भाव में, गुरु मीन राशि का चतुर्थ भाव में, राहु मेष राशि का पंचम भाव में, मंगल मिथुन राशि का सप्तम भाव में, सूर्य+केतु+शुक्र+बुध तुला राशि का ग्यारहवें भाव में चलायमान है।


1 नवम्बर से 7 नवम्बर तक

दिनांक 1, 2 को मानसिक संतोषप्रद समय रहेगा। आपकी पुरानी बीमारी ठीक हो जाएगी। सामाजिक जमावड़ों का समय है। विचारों और सूचनाओं के आदान-प्रदान करने का योग है। भाई-बहिन, रिश्तेदार अहम् भूमिका निभाएंगे। 3, 4 को धनप्रदायक दिवस रहेगा। आप उत्तम स्वास्थ्य का लाभ लेंगे। आप काम में सही लक्ष्य पकड़ेंगे। धन कमाने के अवसर प्राप्त होंगे। इस समय अचानक भाग्य के द्वार खुल सकते हैं। कुछ निश्चित कारणों से आप व्यस्त महसूस करेंगे। मानसिक रूप से आप हर कार्य करने के लिए तैयार रहेंगे। वरिष्ठजन आपको व्यर्थ की भागदौड़ में उलझा सकते हैं। 5, 6 को चतुर्थ चंद्रमा कष्टकारी रहेगा। इस समय अपने ही आपके विरोध में आ जाएंगे। आपको सब पराए लगने लगेंगे। 7 को ज्ञानवर्धक समय रहेगा। नया सीखेंगे।

धनु राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें

2022शुभ तारीख़ेंसावधानी रखने योग्य अशुभ तारीख़ें
जनवरी2, 3, 6, 7, 24, 25, 26, 29, 308, 9, 10, 18, 19, 20, 27, 28
फरवरी2, 3, 21, 22, 26, 275, 6, 14, 15, 16, 24
मार्च1, 2, 20, 21, 25, 26, 29, 304, 5, 13, 14, 15, 23, 31
अप्रैल16, 17, 18, 21, 22, 25, 261, 2, 10, 11, 12, 19, 20, 28, 29
मई14, 15, 18, 19, 22, 23, 247, 8, 9, 16, 17, 25, 26
जून10, 11, 15, 16, 18, 19, 203, 4, 5, 13, 14, 21, 22, 30
जुलाई8, 9, 12, 13, 16, 171, 2, 10, 11, 18, 19, 20, 28, 29, 30
अगस्त4, 5, 9, 10, 12, 13, 317, 15, 16, 24, 25, 26
सितम्बर1, 5, 6, 9, 10, 27, 28, 293, 4, 11, 12, 20, 21, 22, 30
अक्टूबर2, 3, 4, 6, 7, 25, 26, 30, 311, 9, 10, 18, 19, 20, 27, 28
नवम्बर2, 3, 21, 22, 26, 27, 29, 305, 6, 14, 15, 16, 24
दिसम्बर1, 19, 20, 23, 24, 27, 282, 3, 11, 12, 13, 21, 22, 29, 30, 31

धनु राशि का वार्षिक भविष्यफल

धनु राशिफल – Dhanu Rashifal 2022 – 1 नवम्बर से 7 नवम्बर
धनु राशि

धनुराशि पर इस वर्ष शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा। अप्रैल तक शनि महाराज दूसरे स्थान में गतिशील होकर आपके लिए मुसीबतें खड़ी करेंगे। आर्थिक स्थिति व पक्ष को लेकर भी काफी दिक्कतें आएंगी। स्वास्थ्य में परेशानियां वर्ष की शुरूआत में रहेंगी, लेकिन धीमे-धीमे परिस्थितियां सुधर जाएंगी। शनि दूसरे स्थान में है। सिरदर्द, माईग्रेन, हाइपरटेंशन जैसी बीमारियां रखेगा। पेट से सम्बंधित व्याधि रह सकती है। शत्रु व विरोधी हावी तो रहेंगे, परंतु अहित कुछ नहीं कर पाएंगे। धन आगम के प्रबल स्रोत बनेंगे। जिस काम को करने के लिए आप प्रतीक्षारत थे वह काम आपका हो जाएगा। व्यापार में आप नई तकनीक व नए हुनर का प्रयोग करके मुनाफे को बढ़ा देंगे। काम-काज के शुरूआत में दिक्कतें आएंगी, लेकिन बाद में वे दिक्कतें समाप्त हो जाएंगी। नौकरी में आप पूरी लगन, ईमानदारी तथा मेहनत से काम करेंगे, जिसका परिणाम व प्रतिफल आगे चलकर अच्छा मिलेगा। आर्थिक रूप से आप सक्षम व सुदृढ़ स्थिति में रहेंगे। बारहवें स्थान में मंगल+चंद्रमा का योग है। अतः धन का खर्च भी खूब होगा। किसी सरकारी कर्मचारी व अधिकारी को रिश्वत देनी पड़ सकती है। लेकिन सावधान, कहीं ऐसा नहीं हो कि रिश्वत के पैसे भी जाएं और आपका काम भी नहीं हो।
शनि दूसरे स्थान में अप्रैल, 2022 तक चलायमान हैं। अतः दो नम्बर के व अनुचित कार्यों को फिलहाल टालना चाहिए। समय गति आपके पक्ष में नहीं है। बृहस्पति तीसरे स्थान में हैं, अतः कोई झूठा आरोप व प्रत्यारोप आप पर लगा सकता है। आप आलोचना व निंदा की बिलकुल परवाह नहीं करेंगे। प्रशंसा भी आपको अधिक हर्षित नहीं करेगी। व्यवसाय से जुड़े जातक खूब मेहनत व परिश्रम कर अनुकूल फलों को प्राप्त कर ही लेंगे। अपनी बुद्धिमत्ता व क्षमता का इस्तेमाल कर आप किसी बड़े व्यक्ति से अपना काम निकलवा ही लेंगे। मंगल बारहवें स्थान में स्वगृही हैं तथा बृहस्पति भी शनि की राशि में है। किसी बड़े ऑर्डर को पूरा करने के लिए आप ऋण लेंगे। कोर्ट-केश व कानूनी पेचीदगियों से दूर रहने में ही आपका फायदा है। हालांकि 13 अप्रैल से बृहस्पति मीन राशि में चौथे स्थान में आकर व्यापारियों को लाभ दिला सकता है। विद्यार्थी अपने अध्ययन के प्रति पूर्ण समर्पित व एकाग्र हो जाएंगे। साक्षात्कार देते समय आप पूर्ण रूप से आत्मविश्वास से ओत-प्रोत रहेंगे। प्रतियोगी परीक्षा, विभागीय परीक्षा, जांच से सम्बंधित परीक्षा का परिणाम आपके पक्ष में आएगा।
इस वर्ष शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव 29 अप्रैल से 12 जुलाई के मध्य क्षीण हो जाएगा। इस समयावधि में आप घर में किसी नवीन वस्तु की खरीददारी कर सकते हैं। वाहन, भूमि, भूखण्ड आदि की प्राप्ति का योग है। वाहन, भूमि, भूखण्ड आदि खरीदते समय दस्तावेज की अच्छी तरह से जांच कर लें। इस वर्ष किसी रिश्तेदार, मित्र या घनिष्ठ व्यक्ति से सम्बंधित कोई अशुभ समाचार प्राप्त हो सकता है। बिना पढ़े किसी भी दस्तावेज या कागज पर हस्ताक्षर नहीं करें।

धनु राशिकैसी रहेगी 2022 में आपकी सेहत?

शारीरिक स्वास्थ्य की दृष्टि से इस वर्ष उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। साढ़ेसाती के प्रभाव से मानसिक अवसाद, रक्तचाप, मधुमेह, मौसमी बीमारियां पाचनतंत्र के रोगों से कष्ट की स्थिति रहेगी। स्त्री जातकों को स्त्रीजनित रोगों से परेशानी हो सकती है। 29 जुलाई से 23 अक्टूबर के मध्य शनि दूसरे स्थान में वक्री रहेंगे। इस समयावधि में स्वास्थ्य के प्रति विशेष रूप से सावचेत रहें। डॉक्टर की समय-समय पर सलाह के साथ-साथ औषधि सेवन का भी विशेष ध्यान रखें। रोगनाशक महामृत्युंजय मंत्र का जप करते रहें। पूजा के स्थान पर महामृत्युंजय यंत्र स्थापित करें।

धनु राशिव्यापार, व्यवसाय व धनके लिए कैसा रहेगा आने वाला साल 2022 ?

धनु राशि के जातक लक्ष्य भेदन में चतुर होते हैं। इस वर्ष व्यापार में आपको कई मुश्किलों व चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। आप हर मुश्किल व हर चुनौती का डटकर मुकाबला करेंगे। यह साल व्यापारिक स्तर पर उतार-चढ़ाव व चुनौतियों का है। कार्यकुशलता व कार्यक्षमता में इजाफा होगा। इस दरम्यान आपका सम्पर्क बड़े-बड़े लोगों से बनेगा, जो आगे चलकर लाभप्रद साबित होगा। नया निवेश करने से पूर्व अच्छी तरह पड़ताल कर लें। बॉस व अधिकारी आप पर मेहरबान रहेंगे। आपको कोई नई जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। आय व आमदनी को बढ़ाने के लिए आप नए-नए प्रयोग अमल में लाएंगे। टैक्स से जुड़ी हुई कोई मुश्किल खड़ी हो सकती है। पैसा इस वर्ष रुक-रुक कर आएगा। साथ ही खर्चों में भी वृद्धि होगी। सम्पति से जुड़े हुए विषय का भी निपटारा होगा। विस्तार की योजना कार्यरूप में परिणित होगी। व्यापार में निर्णय दिल की वजाए दिमाग से लें। नौकरी में पदोन्नति के अवसर सुलभ होंगे। बॉस, सहकर्मियों व
अधिकारियों के बीच एक दबंग, ईमानदार व कर्तव्यनिष्ठ व्यक्ति की छाप रहेगी। यही चीज आपके आगे बढ़ने में भी सहायक सिद्ध होगी। रुपयों-पैसों के मामले में किसी पर भी भरोसा नहीं करें। अजनबी व अपरिचित व्यक्तियों से व्यवहार करने से बचें। शेयर्स, एनसीडीएक्स, सट्टा तेजी-मंदी के काम से ताल्लुक रखने वालों को यह ध्यान रखना चाहिए कि लम्बा व मोटा पैसा किसी एक सेक्टर में नहीं डालें अन्यथा नुकसान हो सकता है। कार्यस्थल पर कर्मचारियों पर पूरी निगाह रखें।

जानिए कैसा रहेगा 2022 में आपका घर-परिवार, संतान व रिश्तेदार के साथ सम्बन्ध ?

इस वर्ष रिश्तेदार आपसे नजरें चुराएंगे, वहीं परिवार के लोग ही आपके काम आएंगे। जुलाई से नवम्बर के मध्य आपकी राशि के अधिकारी बृहस्पति वक्र स्थिति में चलायमान रहेंगे, इस दरम्यान दाम्पत्य सम्बंधों में किसी तीसरे व्यक्ति के कारण कुछ गलतफहमी हो सकती है। भाइयों से सम्पति सम्बंधी विवाद उलझ सकता है। हालांकि बाद में सब कुछ ठीक भी हो जाएगा। अविवाहितों के विवाह के प्रस्ताव प्राप्त होंगे। संतान से सम्बंधित,उसके करियर व विद्याध्ययन से सम्बंधित कोई महत्त्वपूर्ण निर्णय 13 अप्रैल से पूर्व हो सकता है। 28 जुलाई तक गुरु का परिभ्रमण शुभ फलदाई रहेगा। आपकी उदारता, वाणी में मधुरता तथा लचीले रुख के कारण समाज में भी आपकी वाहवाही होगी। 28 जुलाई से नवम्बर के मध्य घर के किसी वरिष्ठ व्यक्ति का स्वास्थ्य गड़बड़ा सकता है।

जानिए कैसा रहेगा 2022 में आपका विद्याध्ययन, पढ़ाई व करियर ?

यह वर्ष विद्यार्थियों के लिए शुभता का परिचायक रहेगा। एक ओर जहां देवगुरु 13 अप्रैल के बाद स्वगृही होंगे। वहीं शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव भी 29 अप्रैल के बाद हट जाएगा। आप पूरी गंभीरता से अपने अध्ययन व लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में जुट जाएंगे। प्रेम प्रसंग, सोशल मीडिया व अन्य मनोरंजन से दूरी बनाकर आप अध्ययन करेंगे। तकनीकी शिक्षा, कानूनी शिक्षा, मैनेजमेंट व व्यावसायिक क्षेत्र में अध्ययनरत विद्यार्थियों को सफलता मिलेगी। प्रतियोगी परीक्षा, विभागीय परीक्षा, पदोन्नति की परीक्षा का परिणाम पक्ष में रहेगा। नौकरी में सहकर्मी या शत्रु लोग आपके विरुद्ध कोई गुप्त योजना या षड्यंत्र कारित कर सकते हैं।

जानिए कैसा रहेंगे 2022 में आपके प्रेम-प्रसंग व मित्रता सम्बन्घ ?

मित्रों के मामले में आप इस साल दौलतमंद रहेंगे। मित्रों की संख्या में इजाफा होगा। हालांकि प्रेम-प्रसंगों के मामलों में आपको धोखा मिल सकता है। प्रेम-प्रसंगों का प्रभाव आपके परिवार पर नकारात्मक रूप से पड़ सकता है। मंगल बारहवें स्थान में स्वगृही है। प्रेम-पत्र, फेसबुक, ई-मेल, व्हाट्सएप्प, चैट के माध्यम से आपकी चोरी पकड़ी जा सकती है। आप किसी मुसीबतजदा मित्र की सहायता के लिए हाथ बढ़ाएंगे।

जानिए कैसा रहेंगे 2022 में आपकेवाहन, खर्च व शुभ कार्य?

इस वर्ष संतान से सम्बंधित किसी शुभकार्य की संभावना है। वर्ष के अंत में कोई शुभकार्य व मांगलिक कार्य आयोजित हो सकता है। इस वर्ष वाहन भी बार-बार खराब होने के कारण वाहन से कष्ट की स्थिति रह सकती है। वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं तथा वाहन की समय-समय पर मरम्मत व रख-रखाव करते रहें। खर्च की स्थिति रहेगी। व्यापार में भी काफी खर्च होगा। फिजूलखर्ची पर नियंत्रण की आवश्यकता है। भवन व सम्पत्ति के रख-रखाव पर खर्च होगा।

धनु राशि वाले कैसे बचेहानि, कर्ज व अनहोनी से?

किसी रिश्तेदार, मित्र या घनिष्ठ व्यक्ति के साथ कोई अनहोनी हो सकती है। भूमि, भवन व वाहन आदि पर आप कर्जा ले सकते हैं। जहां तक हानि की बात है, हानि की परिस्थितियों से आप वर्ष पर्यंत जूझेंगे। जुलाई से नवम्बर के मध्य व्यापार में या नौकरी में आपको तगड़ा झटका लग सकता है। शेयर्स, लॉटरी, जुआ, सट्टे आदि से बचें। व्यापार में उधार नहीं दें, अन्यथा वापस निकलवाने में आपको पसीने आ सकते हैं। किसी मित्र, सम्बंधी या घनिष्ठ व्यक्ति से आपका बिछोह हो सकता है। किसी बात को दिल पर नहीं लगाएं व बीते समय पर अधिक विचार नहीं करें।

जानिए कैसा रहेंगे 2022 मेंआपका यात्रा योग?

इस वर्ष यात्राओं का कोई विशेष योग नहीं है। रोजमर्रा की भागदौड़ व दौड़ धूप से परेशान होकर कई बार मन में विचार आएगा कि सब कुछ छोड़-छाड़ कर तीर्थ यात्रा पर निकल जाएं, लेकिन ऐसा नहीं हो पाएगा। छोटी-मोटी यात्राएं काम को लेकर होंगी।

कैसे बनाये धनु राशि वाले 2022 को लाभकारी ?

वर्ष की अनुकूलता बढ़ाने के लिए “विष्णु सहस्त्र नाम स्त्रोत” का पाठ करें। रविवार व मंगलवार के अतिरिक्त नित्य पीपल को सींचे, जल दें। सुनैलायुक्त “गुरुयंत्र” चांदी में जड़वाकर गले में धारण करें। गौ सेवा करें। रोटी में गुड़ डालकर नित्य गाय को दें।

धनु राशि की चारित्रिक विशेषताएं

धनु राशि के स्वामी बृहस्पति हैं। बृहस्पति देवगुरु माने जाते हैं। बृहस्पति बुद्धि व शासन क्षमता का परिचायक ग्रह है, जो कि जातक को विलक्षण प्रतिभा देता है। ऐसे जातकों में बुद्धि, शासन करने की योग्यता व क्षमता उच्च कोटि की होती है।
आपकी राशि धनु है। ‘धनुष लिए हुए व्यक्ति आधा घोड़ा तथा आधा मनुष्य’ आपकी राशि का निशान है। ऐसे व्यक्ति पति को अपने जीवन में विशेष स्थान देते हैं। कुछ उतावले व अति उत्साही प्रवृत्ति के होते हैं। आपका जन्म धनु राशि में हुआ है, तो आप विशेष प्रभावशाली व्यक्ति होने के साथ-साथ बुद्धिमान, ईमानदार तथा उदार हृदय के हैं। आप बिना प्रत्युपकार की भावना से दूसरों की भलाई करते रहते हैं। आप सामाजिक कार्यों में सक्रिय हिस्सा लेते हैं। बृहस्पति से प्रभावित व्यक्तियों में बड़े गजब की नेतृत्व शक्ति होती है। यदि आप राजनैतिक कार्य-कलापों में सक्रिय हिस्सा लें, तो शीघ्र ही आप उच्च पदस्थ नेता बन सकते हैं।
धनु राशि के व्यक्ति, अल्पसंतति व दिवाबली होते हैं। इस राशि का चिह्न ‘प्रत्यंचा चढ़ा हुआ धनुष’ है। ऐसे व्यक्ति लक्ष्य भेदन में पटु होते हैं। ये अपने जीवन के लक्ष्यों को बड़े दत्तचित्त होकर एकाग्रता के साथ अपने कार्य को सफल बनाने में प्रयत्नशील रहते हैं। ये श्रेष्ठतर मित्र साबित होते हैं।
धनु राशि कांचन वर्ण, द्विस्वभाव व अर्द्धजल राशि है। इसका प्राकृतिक स्वभाव अधिकारप्रिय, करुणामय और मर्यादा इच्छुक है। इस राशि वाले व्यक्ति विशेषतः गेहुएं रंग, बड़ी-बड़ी आंखें, उन्नत ललाट व गाल फूले हुए बुद्धिजीवी होते हैं। अध्ययन व अध्यापन कराते हुए पठन-पाठन में रुचि लेने वाले होते हैं। स्वाभावानुसार धार्मिक होते हैं।
धनु राशि में उत्पन्न जातक स्वस्थ एवं बलवान होते हैं। स्वभाव से यद्यपि शांत होते हैं, परंतु यदा-कदा अभिमान के भाव का भी प्रदर्शन करते हैं। ये अत्यंत ही बुद्धिमत्ता से अपने सांसारिक कार्यों को संपन्न करके उनमें सफलता अर्जित करते हैं, फलतः जीवन में धनैश्वर्य-वैभव एवं सुख-संसाधनों को अर्जित करने में समर्थ रहते हैं। ये आदर्शवाद एवं आध्यात्मिकता के मध्य प्रवृत्त होकर भौतिक सुखों के प्रति आकृष्ट होकर उनका उपयोग करते हैं। ये अपने समस्त कार्यों को नियमानुसार संपन्न करते हैं। लोगों के विश्वासपात्र होते हैं, परंतु स्वयं दूसरे पर कम ही विश्वास करते हैं। राजनीति, कानून, गणित और ज्योतिष आदि विषयों में इनकी रुचि रहती है तथा परिश्रमपूर्वक इन क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करते हैं। इनको प्रेम से ही वश में किया जा सकता है, अन्य प्रलोभनों से नहीं।
आप एक अध्ययनशील पुरुष के रूप में जीवन संघर्ष करेंगे तथा किसी के प्रति भी मन में अनावश्यक द्वेष या ईर्ष्या का भाव नहीं रखेंगे। फलतः समाज में आप आदरणीय होंगे। शत्रु एवं विरोधी पक्ष से भी आप उदारता का व्यवहार करके उनको प्रभावित करेंगे। साथ ही अपनी व्यवहार कुशलता एवं धैर्ययुक्त प्रवृत्ति से कार्यक्षेत्र में उन्नति के मार्ग पर प्रशस्त होकर सुखपूर्वक जीवन व्यतीत करेंगे।
आप एक बुद्धिमान पुरुष होंगे तथा बुद्धिमत्तापूर्वक सांसारिक कार्यों में सफलता अर्जित करके धन-ऐश्वर्य एवं सुख-संसाधनों को अर्जित करेंगे। आप में उदारता का भाव भी विद्यमान होगा तथा अवसरानुकूल अन्य जनों की सेवा तथा सहायता करने को तत्पर होंगे। आर्थिक रूप से आपकी स्थिति दृढ़ होगी तथा प्रचुर मात्रा में धन-लाभ अर्जित करने में आपको सफलता मिलेगी।
आप में तेजस्विता का भाव विद्यमान होगा। यदा-कदा उग्रता का भी प्रदर्शन करेंगे। राजकार्य या सरकारी सेवा में आप तत्पर रहेंगे तथा राजनीति के क्षेत्र में भी आपको सफलता की प्राप्ति हो सकती है। आपकी श्रेष्ठ कार्यों में रुचि रहेगी तथा इन्हीं कार्यकलापों से आपकी प्रतिष्ठा बनेगी।
आप एक आस्तिक व्यक्ति होंगे तथा धर्म के प्रति आपके मन में पूर्ण श्रद्धा रहेगी। आप निष्ठापूर्वक धार्मिक कार्य-कलापों को सम्पन्न करेंगे, साथ ही तीर्थ यात्राएं भी आप समय-समय पर करते रहेंगे। मित्र एवं बंधु वर्ग के आप प्रिय एवं आदरणीय होंगे तथा उनसे इच्छित लाभ एवं सहयोग प्राप्त होता रहेगा। इस प्रकार आप उदार, दानशील, तेजस्वी, महत्त्वाकांक्षी एवं व्यवहार कुशल व्यक्ति होंगे तथा आनन्दपूर्वक भौतिक सुखों का उपयोग करते हुए अपना समय व्यतीत करेंगे।
यदि आपका जन्म धनु राशि के ‘मूल नक्षत्र’ (ये, यो, भा, भी) में हुआ है, तो आपका जन्म 7 वर्ष की केतु की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-श्वान, गण-राक्षस, वर्ण-क्षत्रिय, हंसक-अग्नि, नाड़ी-आद्य, पाया-तांबा इस नक्षत्र के प्रथम दो चरण का वर्ग-हिरण तथा अंतिम दो चरण का वर्ग-मूषक है। यह अण्डमूल नक्षत्र के हैं। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक बड़ा तेजस्वी, धनी व सुखी होता है।
यदि आपका जन्म धनु राशि के ‘पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र’ (भू, धा, फा, ढ़ा) में हुआ है, तो आपका जन्म 20 वर्ष की शुक्र की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-कपि, गण-मनुष्य, वर्ण-क्षत्रिय, हंसक-अग्नि, नाड़ी-मध्य, पाया-तांबा तथा वर्ग-मूषक है। यह जल नक्षत्र है। इस नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति शीतल स्वभाव के, किन्तु स्वाभिमानी होते हैं। इनमें बार-बार पेय पदार्थ या पानी पीने की आदत होती है।
यदि आपका जन्म धनु राशि के ‘उत्तराषाढ़ा नक्षत्र’ के प्रथम चरण (भे) में हुआ है, तो आपका जन्म 6 वर्ष की सूर्य की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-नकुल, गण-मनुष्य, वर्ण-क्षत्रिय, हंसक-अग्नि, नाड़ी-अन्त्य, पाया-तांबा एवं वर्ग-मूषक है। इस नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति धर्मभीरू एवं कृतज्ञ होते हैं। अधिक मित्र बनाना इनकी आदत में होता है।

धनु राशि वालों के लिए उपाय

4 1/4 रत्ती का पुखराज रत्न ‘गुरु यंत्र’ में जड़वाकर धारण करें। पुखराज के अलावा सुनैला रत्न भी धारण कर सकते हैं। नित्य हल्दीयुक्त दूध का सेवन करें। विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। घर के बड़े-बुजुर्गों व वृद्ध आदमी की सेवा करें, उनका आशीर्वाद लें। वट वृक्ष (बडले के वृक्ष) को सींचे।

धनु राशि की प्रमुख विशेषताएं

  1. राशि ‒ धनु
    1. राशि चिह्न ‒ आधा मानव व आधा अश्व रूपी दो हाथ और चार पैर वाला धनुर्धारी
    2. राशि स्वामी ‒ बृहस्पति
    3. राशि तत्त्व ‒ अग्नि तत्त्व
    4. राशि स्वरूप ‒ द्विस्वभाव
    5. राशि दिशा ‒ पूर्व
    6. राशि लिंग व गुण ‒ पुरुष, सतोगुणी
    7. राशि जाति ‒ क्षत्रिय
    8. राशि प्रकृति व स्वभाव ‒ क्रूर स्वभाव, पित्त प्रकृति
    9. राशि का अंग ‒ उरू (जांघ)
      1. अनुकूल रत्न ‒ पुखराज
      2. अनुकूल रंग ‒ पीला
      3. अनुकूल उपरत्न ‒ सुनैला, टोपाज
      4. अनुकूल धातु ‒ सोना
      5. शुभ दिवस ‒ गुरुवार
      6. अनुकूल देवता ‒ विष्णु
      7. व्रत, उपवास ‒ गुरुवार
      8. अनुकूल अंक ‒ 3
      9. अनुकूल तारीख़ें ‒ 3/12/30
      10. मित्र राशियां ‒ मेष, सिंह
      11. शत्रु राशियां ‒ कर्क, वृश्चिक, मीन
      12. व्यक्तित्व ‒ गुणग्राही प्रवृत्ति, अध्ययनप्रियता
      13. सकारात्मक तथ्य ‒ बुद्धिमान, तर्कवादी, दृढ़ निश्चयी लक्ष्यपटु
      14. नकारात्मक तथ्य ‒ अतिधूर्तता, अव्यावहारिकता

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