Emotional Cheating: जब किसी रिश्ते में धोखे की बात आती है तो ज्यादातर लोगों की पहली सोच शारीरिक धोखे की तरफ जाती है। ज्यादातर लोगों का मानना है कि धोखा सिर्फ अपने साथी के अलावा किसी और से शारीरिक संबंध बनाकर ही दिया जा सकता है। लेकिन क्या आपने यह सोचा है, धोखा सिर्फ शारीरिक नहीं भावनात्मक रूप से भी दिया जा सकता है। रिलेशनशिप में भावनात्मक रूप से अपने साथी को धोखा देना इमोशनल चीटिंग कहलाता है। इमोशनल चीटिंग को इमोशनल इन्फिडेलिटी यानी, भावनात्मक बेवफाई भी कह सकते हैं। आइए इस लेख में इसके बारे में और अधिक जानते हैं।
क्या मतलब है इमोशनल चीटिंग का?
जब कोई व्यक्ति अपने रिश्ते में अपने साथी के अलावा किसी और व्यक्ति से भावनात्मक जुड़ाव रखता है। उसका भावनात्मक जुड़ाव इस हद तक हो कि वह अपने साथी से ज्यादा भरोसा या विश्वास उस व्यक्ति पर करता है तथा अपने साथी से ज्यादा उसे दूसरे व्यक्ति से बात करना या फिर उसके साथ समय बिताना पसंद करता है, वह व्यक्ति उसे अपने साथी से खास और महत्वपूर्ण लगने लगता है तो इसे ही हम इमोशनल चीटिंग करना कहते हैं। इमोशनल चीटिंग में व्यक्ति अपने साथी को शारीरिक रूप से नहीं भावनात्मक रूप से धोखा देता है तथा उसके भावनाओं को आहत करता है।

कैसे पहचाने रिश्ते में इमोशनल चीटिंग को?
अगर रिलेशनशिप में आपका साथी किसी व्यक्ति से बात करने के लिए आपसे दूरी बनता है या आपसे छुपकर, दूर जाकर या फिर अकेले में बात करता है।
अगर आपका साथी अपनी हर सीक्रेट बात छोटी से छोटी खुशी, दुख, परेशानी आपसे बताने की बजाय दूसरे व्यक्ति को बताता है।
आपका साथी आपसे सहानुभूति की अपेक्षा ना करके उस व्यक्ति से सहानुभूति चाहता है, जिसके कारण वह आपसे भावनात्मक रूप से दूरी बना रहा है।
आपके बजाए उस व्यक्ति के पास होने या बात करने पर आपके साथी का खुश रहना, बात करते समय या मिलने पर अपना सारा ध्यान उस व्यक्ति पर केंद्रित करना।
यह कुछ छोटे-छोटे संकेत है, जिससे आप पहचान सकते हैं की भावनात्मक रूप से आपका साथी आपसे दूर हो रहा है तथा आपको इमोशनली चीट कर रहा है।
इमोशनल चीटिंग के कारण
जब रिश्ते में पार्टनर्स के बीच आपसी बातचीत, समझ कम होने लगती है तो साथी का जुड़ाव भी कम होने लगता है। ऐसी स्थिति में अगर व्यक्ति के भावना को कोई समझने वाला मिल जाए तो वह भावनात्मक रूप से उसकी तरफ झुक जाता है।
कई बार पार्टनर्स का एक दूसरे के प्रति प्यार, इज्जत तथा भावनाओं को समझने में कमी आ जाती है, जिसकी तलाश व्यक्ति किसी और से भावनात्मक संबंध बनाकर करता है।
इस तरह बचाएं अपने रिश्ते को
अगर आपको लगता है आपका साथी आप से भावनात्मक रूप से दूरी बना रहा है तो इसका समाधान तुरंत करें, इससे पहले की यह दूरी इमोशनल चैटिंग में बदल जाए।
अपने साथी से खुलकर बात करें, एक दूसरे की फिलिंग्स को समझे, गलतियों को स्वीकार करने से पीछे ना हटें, अपने रिश्ते में शब्दों की मर्यादा का ध्यान रखें, ताकि आपका साथी आपके अप शब्द से दुखी महसूस ना करें। अपने साथी के पर्सनल स्पेस का भी ख्याल रखें।
यह छोटी-छोटी मगर जरूरी बातें ध्यान रखकर आप अपने रिश्ते को बचा सकते हैं।
