खुशी से किस करने के फायदे जानकर रह जाएंगे दंग: Consensual Kissing Benefits
Consensual Kissing Benefits

Consensual Kissing Benefits: क्या आप जानते हैं खुशी-खुशी साथी के साथ संबंध बनाना या किसी भी तरह से यौन क्रियाओं में लिप्त होना, यहां तक की किस करने से भी आपको सेहत संबंधी कई फायदे होते हैं। जी हां, कई बार असहमति से किए हुआ चुंबन आपको असहज महसूस करवा सकता है, लेकिन इसके किसी के विपरीत यदि साथी की सहमति से किया गया चुंबन ना तो अपराध है बल्कि उसके आपको और आपके साथी को दोनों को ही कई फायदे हो सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कंसेंशुअल (Consensual) यानी सहमति से किए गए चुंबन या पैशनेट किस के क्या फायदे हैं।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

“किसिंग: एवरीथिंग यू एवर वांटेड टू नो अबाउट वन ऑफ वन ऑफ लाइफ्स स्वीटेस्ट प्लेजर्स” की ऑथर एंड्रिया डेमिरजियन का कहना है कि शारीरिक संबंध बनाना जितना अद्भुत है, उतना ही असहज भी हो सकता है। लेकिन चुंबन इंटीमेट होता है। ये आपके दिल और आत्मा की गहराई तक पहुंच जाता है क्योंकि ये प्यार करने, प्यार जताने और प्यार पाने का सबसे सुंदर तरीका है। दिन में एक बार चुंबन वास्तव में आपको डॉक्टर से दूर रख सकता है।+0

पैशनेट किस के फायदे

पैशनेट किस साथी को चुनने में करता है मदद

Consensual Kissing
Consensual Kissing

आपको बेशक पढ़कर अटपटा लगे लेकिन यह बात सही है कि पैशनेट किस साथी को चुनने में मदद कर सकता है। कई शोधों में ये बात साबित हो चुकी है कि सही हमसफर के चयन में चुंबन एक अहम भूमिका निभा सकता है। ऐसा शोध में कहा गया है कि चुंबन के जरिए आप अपने साथी के इतने करीब चले जाते हैं कि अनजाने में ही आपकी इंद्रियां अनुकूल और प्रतिकूल का आकलन कर पाती हैं। हमारी सूंघने की क्षमता या घ्राण प्रणाली जिसे संवेदी प्रणाली भी कहा जाता है, उन विशेष इंद्रियों में से एक है जो किसी व्यक्ति के करीब जाते ही फेरोमोन हार्मोन प्रोड्यूस करने लगती हैं। कई शोध यह बताते हैं कि यह फेरोमोन हार्मोन यह निर्धारित करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं कि आपका साथी आपके लिए कितना आकर्षक है या हो सकता है।

इस संबंध में नेचुरोपैथी फिजीशियन जोलेन ब्राइटन, एन.डी. का कहना है कि पैशनेट किसिंग से लार का आदान-प्रदान होता है जिससे आप अपने साथी के अनुवांशिक गुणों के बारे में जान सकते हैं। कई शोध भी साबित कर चुके हैं कि चुंबन के जरिए साथी के अनुवांशिक गुणों को पता लगाया जा सकता है और ये भी जाना जा सकता है कि आपका साथी आपके लिए परफेक्ट है या नहीं। अल्बानी यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च में एक मजेदार फैक्ट सामने आया था कि पुरुषों की तुलना में महिलाएं अपने साथी को खराब चुंबन की वजह से अधिक रिजेक्ट करती हैं।

उत्तेजना बढ़ा सकता है चुंबन

आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन बहुत से लोगों को पैशनेट किस करने से ही उत्तेजना होने लगती है। वहीं बहुत से लोग शारीरिक संबंध बनाने की शुरुआत किसिंग से ही करते हैं। कई रिसर्च ये दावा करती हैं कि कुछ लोगों को चुंबन से ही ऑर्गेज्म हो जाता है। इसीलिए, होठों को एक इरोजनल जोन यानी उत्तेजित करने वाला माना जाता है।

ओबी/गायनोकोलॉजिस्ट जेसिका ए शेफर्ड, एम.डी., एमबीए के अनुसार, ऐसा इसलिए है क्योंकि चुंबन शरीर पर कई अच्छे और उत्तेजक प्रभाव पैदा करता है। चुंबन के दौरान ऑक्सीटोसिन, वैसोप्रेसिन, डोपामाइन, सेरोटोनिन, कोर्टिसोल और टेस्टोस्टेरोन जैसे हार्मोन प्रोड्यूस होते हैं। साथ ही अन्य स्ट्रेस हार्मोन रिलीज होते हैं। किसिंग से शरीर में होने वाले इतने सारे केमिकल बदलावों के कारण ब्रेन की कुछ नर्व्स एक्टिव हो जाती हैं जो कि आपको अपने साथी से बॉन्डिंग बनाने और प्यार करने की तरफ उकसाती हैं।

चुंबन से हो सकता है नशा

Consensual Kissing
Consensual Kissing

एक रिसर्च के मुताबिक, यदि कपल पैशनेट किस करते हैं तो उससे हैप्पी हार्मोन डोपामाइन और लव हार्मोन ऑक्सीटोसिन रिलीज होता है जो आपको ठीक उसी तरह से महसूस करवाता है जैसे जैसे ड्रग्स या नशे के सेवन से होता है। दरअसल, किसिंग से रिलीज होने वाले फीलगुड हार्मोन आपको ना सिर्फ नेचुरल नशा देना शुरू कर देते हैं बल्कि पके लिए मूड बूस्टर भी होते हैं और आपको रोमांटिक बनाते हैं।

बिहेवियर ऐन्थ्रपालजस्ट हेलेन फिशर, पीएच.डी. की एक टीम द्वारा किए गए एक शोध से पता चलता है कि पैशनेट किस के जरिए रिलीज हुए डोपामाइन का असर ठीक वैसा ही होता है जो वास्तव में हेरोइन और कोकीन जैसे नशे से होता है।

पैशनेट किस महिलाओं को संभोग में दे सकता है संतुष्टि

2018 में आई एक रिसर्च के मुताबिक, पैशनेट किस के साथ शारीरिक संबंध बनाए जाते हैं तो महिलाओं को ऑर्गेज्म होने की संभावना सबसे अधिक होती है। रिसर्च में पाया गया कि मैन्युअल क्लिटोरल उत्तेजना (ओरल मैथुन) के साथ महिलाओं को संभोग के दौरान अधिक संतुष्टि मिलने की संभावना रहती है। हर किसी को संभोग के दौरान चुंबन पसंद नहीं आता, लेकिन 2007 के एक अन्य शोध में पाया गया कि आधे से अधिक पुरुषों की तुलना में केवल 14% महिलाएं ही बिना किस के शारीरिक संबंध बनाने के लिए तैयार थीं।

पैशनेट किस से होता है फेस वर्कआउट

अमेरिकन जर्नल ऑफ मेडिसिन में, अमेरिकी हृदय रोग विशेषज्ञ जोसेफ एस. अल्परट, एम.डी. ने लिखा था कि एक सामान्य चुम्बन से चेहरे की केवल दो मांसपेशियां ही आदान-प्रदान पैदा करती हैं, लेकिन एक पैशनेट किस से चेहरे की 24 मसल्स और 112 पोस्चरल मसल्स एक्टिव हो जाती हैं। ऐसे में आपको फेस वर्कआउट अलग से करने की जरूरत भी नहीं।

पैशनेट किस से होने वाले अन्य फायदे

Consensual Kissing
Other Benefits of Consensual Kissing
  • रिसर्च के मुताबिक, साथी की सहमति से किए गए या साथी की खुशी से किए गए किस से आपका तनाव और एंजाइटी दूर हो सकती है ।
  • इससे कोलेस्ट्रॉल लेवल भी कंट्रोल रह सकता है। ये हेल्दी हार्ट के लिए माइक्रो वर्कआउट भी हो सकता है।
  • पैशनेट किसिंग से 1 मिनट में 22 से 26 कैलोरी तक कम कर सकते हैं।
  • पैशनेट किस आपके चेहरे की त्वचा में ग्लो लाता है। दरअसल, किसिंग से चेहरे का ब्लड फ्लो बढ़ जाता है
  • रिसर्च के मुताबिक, पैशनेट किसिंग आपकी लाइफ के कुछ साल बढ़ा देता है।
  • पैशनेट किसिंग के दौरान होने वाले सलाइवा के आदान-प्रदान से आपका इम्यून सिस्टम भी स्ट्रांग हो सकता है।
  • किसिंग किसी भी रिलेशनशिप को बढ़ाने और पार्टनर के करीब आने का सबसे बेहतरीन तरीका हो सकता है।
  • कुछ रिसर्च कहती है, कुछ माइल्ड एलर्जी के सिम्टम्स को भी किसिंग के जरिए कम किया जा सकता है।
  • ब्लड प्रेशर को कम करने, सिरदर्द को दूर करने और कैविटी से बचाने जैसी समस्याओं के लिए भी किसिंग एक अहम रोल निभा सकता है।