fifty shades freed novel in Hindi: मैं ज़रा-सा हिली तो पाया कि वह मेरे पास नहीं था। क्रिस्टियन कहां गया? वह मुझे पलंग के पास पड़ी आरामकुर्सी पर बैठा देख रहा था। उसने झुक कर, कुछ नीचे रखा और फिर मेरे साथ पलंग पर आ गया। वह अपने कट ऑफ और ग्रे टी-शर्ट में है।
“डरो मत सब ठीक है।” उसने मुझ यूं पुचकारा मानो किसी जंगली जानवर को दुलार रहा हो। आजकल मुझे बड़े डरावने सपने आने लगे हैं। उसने मेरे बाल सहला कर तसल्ली दी पर मैं देख सकती थी कि वह अपनी चिता और भय छिपाने की नाकाम कोशिश में था।
“क्रिस्टियन मैं ठीक हूं।” मैंने अपनी दिलकश मुस्कान के साथ कहा। मैं उसे बताना नहीं चाहती थी कि आरसन मामले ने मुझे कितना परेशान कर दिया था। जब वह चार्ली टैंगो के साथ खो गया था तो मेरी क्या हालत हो गई थी। जैसे पल भर में सारी दुनिया ही सूनी हो गई थी। मैं फिर से ऐसा कोई सदमा सह नहीं सकती।
“क्या तुम मुझे नींद में देख रहे थे?”
“हां! तुम बोल रही थीं।”
“मैं क्या कह रही थी।”
“तुम चिंता में थीं।” ओह। क्या मैं इस आदमी से कुछ भी नहीं छिपा सकती। वह आगे झुका और मेरी भवें चूम लीं।
“जब तुम चिंता करती हो तो माथे के बीच एक छोटा-सा बल आ जाता है। मुझे वहां चूमना अच्छा लगता है। तुम चिंता मत करो। तुम्हारे लिए मैं हूं न ।”
“इस बार मैं नहीं बल्कि तुम चिंता में हो।” मैं भुनभुनाई।
“तुम्हारी देख-रेख कौन कर रहा है?”
“मैं इतना बड़ा हूं कि अपने बारे में खुद सोच सकता हूं। अपना ख्याल रख सकता हूं। उठो। हमें घर जाने से पहले एक काम करना बाकी है।” ओह नहीं, अब मुझे घर जाना होगा। उसे उसकी कंपनी और परिवार के साथ बांटना होगा। इतने प्यारे हनीमून के बाद यह झटका काफी बड़ा था। पर मेरे पतिदेव के दिमाग में कुछ और ही चल रहा था। जब वह बिस्तर से उठा तो मुझे भी उठना ही पड़ा।
उसने मेरी कलाई से चाबी बांध दी।
“क्या तुम चाहते हो कि इसे मैं चलाऊं?”
“हां। ये पट्टा ज्यादा कसा तो नहीं है?”
“ये ठीक है। अच्छा तभी तुम लाइफ जैकेट पहन रहे हो।” मैंने भौं नचाई।
“हां”
मेरा हंसी रोकना मुश्किल हो गया। “मेरी क्षमताओं में इतना भरोसा मि. ग्रे?”
“जी हां।”
“ खैर मुझे इस दौरान भाषण मत पिलाना”
“हम यही बातें करते रहेंगे या पानी में भी उतरेंगे?”
“हां, ये तो सही कहा।”
मैं और मेरा पति जैट स्की पर…याहू!!!
जब वह मेरे पास जैट स्की पर आ कर बैठा तो टेलर और बाकी लोग कौतुक से देखने लगे। क्रिस्टियन ने मुझे अपनी बांह से लपेटा और अपनी जांघें मेरे साथ सटा दीं। हां, मुझे इस सवारी में यही सबसे ज्यादा पसंद है। मैंने उसे चालू किया तो इंजन का स्वर गूंज उठा।
जैट स्की धीरे-धीरे पानी में उतरी तो उसकी गलबांही कसती चली गई। मैंने गैस खींची और हम आगे बढ़ गए।
“वाउ! ” हम खुशी के मारे चिल्लाए। मैं खुले पानी में आ गई। रात को वहीं पास धरती पर किसी जहाज के उतरने की आवाज सुनाई दी थी। हमने तय किया कि उसी ओर जा कर देखेंगे।
हम उस ओर चल दिए। मुझे खुशी है कि मेरे पति ने मुझे स्की चलाने का मौका दिया। पिछले दो दिन की सारी चिंता गायब हो गई।
“अगली बार हम अलग-अलग चलाएंगे और फिर मुकाबला होगा। बड़ा मजा आएगा।” क्रिस्टियन ने कहा। तभी एक तेज आवाज से मेरा हाथ कांपा। मैं डर गई और एक साथ दो बटन दबा दिए। ब्रेक लगने की बजाए स्की उछली और हम खुद को संभाल नहीं सके।
मैं अचानक ही गहरे पानी में डूबी और बाहर आई तो मुंह में ठंडा पानी भरा था। लाइफ जैकेट के कारण बाहर आने में देर नहीं लगी। मैंने आंखें मली तो पाया कि वह भी पानी में गिरा था और तैरते हुए मेरी ओर आ रहा था। हमारी स्की कुछ दूरी पर थी और उसका इंजन बंद हो गया था।
“तुम ठीक हो।” उसकी आंखों में डर था।
हां, तुम ठीक हो। देखा, जैट स्की चलाते समय इससे ज्यादा बुरा कुछ नहीं हो सकता और हम दोनों बिल्कुल ठीक हैं।
“ये उतना भी बुरा नहीं रहा”
“हां बस मेरे कपड़े भीग गए हैं।”
“मैं भी भीग गई हूं।”
“मुझे तुम ऐसे अच्छी लगती हो।”
“क्रिस्टियन!!! ” मैंने उसे फटकारते हुए इंजन चालू किया। उसने आगे बढ़ कर मुझे चूमा और बेदम कर दिया।
“अब मैं चलाता हूं। चलो, हमें जा कर नहाना होगा।”
हम हीथ्रो पर ब्रिटिश एयरवेज के पहले दर्जे के प्रतीक्षालय में ऊंघ रहे हैं। इसके बाद सिएटल की उड़ान भरनी है। वह फाइनेंशियल टाइम्स के साथ व्यस्त है। मैंने कैमरा निकाला ताकि अपने सेक्सी और दिल फेंक दिख रहे पति की कुछ तस्वीरें ले लूं। वह लाइट से चौंका और मुझे अपनी लजीली मुस्कान दी। पट्ठा अपनी लिनन की कमीज और जींस में कितना जबर्दस्त दिखता है। धूप के चश्मे से रही-सही कसर पूरी हो जाती है।
“मिसेज ग्रे! कैसी हैं?” उसने पूछा
“घर नहीं जाना। तुम्हारे साथ रहना है।”
उसने मेरा हाथ थाम कर चूमा और बोला, “मुझे भी! ”
“पर।”
“पर जाना तो होगा। वैसे मैं चाहता हूं कि हमारे घर में घुसपैठ करने और आग लगाने वाला पकड़ा जाए ताकि तुम सुरक्षित हो जाओ।
ओह
वह अब भी मेरे लिए चिंतित है।
अगर दोबारा ऐसा हुआ तो मैं वेल्क की जान निकाल दूंगा। उसकी सुर सुन कर मैं कांप उठी। मैंने हम दोनों के बीच छिटक आए तनाव को भगाने के लिए कैमरा उठा लिया और तस्वीरें लेने लगी।
“हे! नींद की शहजादी! उठो घर आ गया।”
हम्म- मैं अब भी अपने सपनों से बाहर नहीं आना चाहती। मैं उसके साथ क्यूं बगीचों में पिकनिक मना रही थी। मैं बहुत थक गई हूं। पहले दर्जे के बावजूद थकान हो रही है। हम अठारह घंटों से सफर में हैं।
क्रिस्टियन ने मुझे बांहों में भर कर कहा, “मैं तुम्हें उठाकर घर में ले जाऊंगा”
“क्या तीसवीं मंजिल तक?”
“वैसे आपको बता दूं कि इन दिनों आपका वजन बढ़ गया है इसलिए हम लिफ्ट से चलेंगे।” उसने हंस कर कहा
टेलर ने एस्काला की लॉबी का दरवाजा खोलकर मुस्कान दी। “मि. व मिसेज ग्रे! घर में आपका स्वागत है।”
“थैंक्स टेलर।” क्रिस्टियन ने कहा
मैंने भी टेलर को छोटी सी मुस्कान दी और उसे ऑडी के पास जाते देखा जहां स्वेयर उसकी प्रतीक्षा में था।
“तुम कहना चाहते हो कि मैं मोटी हो गई हूं?”
उसने मुझे अपने से और सटा लिया
“कुछ नहीं, जब तुम मुझे छोड़ कर गई थीं तो तुम्हारा वजन बहुत कम हो गया था।” उसके चेहरे का रंग स्याह हो गया था।
“हे! अगर मैं उस दिन न गई होती तो आज हम दोनों यहां इस अवस्था में न होते।”
उसकी आंखें पिघल आईं और उसने मुझे अपनी लजीली मुस्कान से चित्त कर दिया।
“मिसेज ग्रे! यह तो आपने सही कहा पर मुझे आपको सुरक्षित रखना है। यह मेरे लिए बहुत मायने रखता है।”
“वैसे मुझे तुम्हें चिढ़ाने में मजा आता है।”
“जी मैडम! मैं भी जानता हूं।” उसने भी दिल्लगी की।
“तुम खुश हो न?”
“बहुत खुश हूं।” उसने कहा और मुझे बरामदे में उतार दिया। मैं हाल ही में मिले चुंबन से बेदम थी। पतिदेव ने मुझे कमरे में उतार कर कहा। “मिसेज ग्रे! आपका स्वागत है।”
“मि. ग्रे! आपका भी स्वागत है।”
उसने मुझे फिर से उठाया और रसोई की शेल्फ पर बिठाकर, अंदर से ठंडी शैंपेन निकाल लाया। मेरी मनपसंद शैंपेन और दो गिलास हाजिर थे। हमने आपस में जाम टकराए। और उसने मुझे एक प्यारे से चुंबन के साथ एहसास दिलाया कि अब मैं उसकी पत्नी थी और उसके घर में, एक पत्नी के रूप में, मेरा पहला दिन था। सिएटल में अभी शाम है। मैं बहुत थकी हुई हूं पर उसके बावजूद मैं उसके लिए तरसी हुई हूं।
वह मेरी छाती पर हाथ रखे ऊंघ रहा है और मैं जाग चुकी हूं। बाहर से हल्की उजास आ रही है। शायद जैट लॉग का असर है। मुझे नींद नहीं आ रही।
सब कुछ कितनी जल्दी हो गया। मुझे तो यकीन ही नहीं होता। फिर मैंने अपने पति का चेहरा देखा। वह अक्सर मुझे नींद में देखता है पर मुझे ऐसा मौका कम ही मिल पाता है। वह नींद में कितना निश्चिंत और बेपरवाह दिखता है। चेहरे पर हल्की दाढ़ी उग आई है। मैं उसे चूमना चाहती हूं। उसके बालों में हाथ फिराना चाहती हूं पर मैंने किसी तरह अपने-आप को रोक लिया। उसकी नींद खराब नहीं करना चाहती। हम्म…वैसे अपने दांतों से उसकी कनपटी का स्वाद तो ले ही सकती हूं। मेरे भीतर बैठी सयानी लड़की ने अपनी मोटी किताबों से मुंह हटा कर, अपने चश्मों के भीतर से आंखें तरेर कर कहा, एना! बेचारे को चैन से सोने दो।
मुझे सोमवार को काम पर जाना है। हमारे पास अपने रूटीन में आने के लिए केवल आज का दिन बाकी हे। पिछले तीन सप्ताह एक साथ बिताने के बाद काम पर जाने में दिक्कत होगी पर आदत तो डालनी ही है। मैंने उसके साथ बिताए हर पल का आनंद लिया है फिर चाहे वह हमारे बीच की लड़ाई या बहस ही क्यों न रही हो।
फिर अचानक मेरा ध्यान दूसरी ओर चला गया। ऐसा कौन है जो उसे नुकसान पहुंचाना चाहता है। कोई ऑफिस में है या कोई बाहरी व्यक्ति है? और वह अपने बारे में सोचना छोड़ कर, मेरे बारे में सोचता रहता है। मेरे राजकुमार को मेरी ही चिंता लगी रहती है। अगर उसे कुछ हो गया तो… मैं कांप उठी।
अचानक देखा कि दो आंखें मुझे ही देख रही थीं। वह उठ गया था।
“क्या हुआ”
“कुछ नहीं, तुम सो जाओ।”
“नींद नहीं आ रही?”
“बेबी! मेरे पास तुम्हारे हर रोग का इलाज है।” उसने कहा और मैं सब भुला कर उससे लिपट गई।
हम ऑडी आर 8 में उसके माता-पिता के घर, दोपहर के खाने पर जा रहे हैं। यह हमारे स्वागत में रखा गया है। सारा परिवार वहीं होगा। कितने दिन से हम अकेले हैं इसलिए सबके साथ बैठने में संकोच-सा हो रहा है। वैसे भी वह सुबह से स्टडी में मग्न था इसलिए हमारे बीच बात भी नहीं हो सकी। उसने कहा कि मिसेज जोंस कर लेंगीं पर मैं ऐसे कामों के लिए मदद लेने की आदी नहीं हूं।
“मैंने कार को देख कर कहा, क्या तुम मुझे इसे चलाने दोगे?”
“बेशक। जो मेरा है, वह तुम्हारा भी है। अगर तुमने इस पर डेंट डाला तो मैं तुम्हें अपने पीड़ादायी लाल कमरे में ले जाऊंगा……”
शिट! क्या ये कोई मजाक था?
“अच्छा!!!क्या तुम एक कार के लिए मुझे सजा दोगे? क्या मुझसे ज्यादा कार प्यारी है?”
“हां, पर ये मुझे रात को गरमा नहीं सकती”
“उसका भी इंतजाम हो जाएगा। रात को इसमें ही सो जाना।” मैंने चुटकी ली।
“अभी घर आए, एक दिन भी नहीं हुआ और मुझे अभी से घर से निकाला जा रहा है?”
आज वह बहुत अच्छे मूड में है और मुझे उसका ये रूप बहुत पसंद है। कौन जाने! मुझे आगे चल कर उसका और संवरा हुआ रूप देखने को मिले!
वैसे इतना तो मैं जान गई हूं कि उसे खिझाना आसान है क्योंकि उसे इसकी आदत नहीं है। मुझे यह भी हैरानी हुई कि अभी हम दोनों को एक-दूसरे के बारे में कितना कुछ जानना और सीखना बाकी है।
कैरिक आज बारबेक्यू पर हैं और अपने हैट और एप्रन के साथ बड़े मजाकिया दिख रहे हैं। उन्हें देखते ही मेरे चेहरे पर मुस्कान आ जाती है। हम सब ग्रे परिवार के साथ मेज पर हैं। ग्रेस और ईया मेज पर सलाद लगा रही हैं। बाकी लोग हमारे नए घर की बातें कर रहे हैं। ईथन और केट हनीमून की बातें निकलवा रहे हैं। पतिदेव ने मेरा हाथ थाम रखा है और मेरी अंगुली में पड़ी अंगूठी से खेल रहे हैं।
“तो अगर जिआ के साथ योजना बन जाए तो हम जल्दी ही काम शुरू कर सकते हैं।” इलियट ने केट के कंधे पर हाथ रखते हुए कहा
“शायद वह कल शाम आएगी। हम मिल कर सब तय कर लेंगे।” क्रिस्टियन ने कहा
ओह…ये तो खबर है। वह कल आ रही है।
“हां, क्यों नहीं।” मैं भी मुस्कुराईं। वह मुझे बिना बताए ऐसे फैसले क्यों लेता है? या मैं जिआ की भरी हुई छातियों, दामी कपड़ों व इत्र और उसके स्तर से घबरा कर ऐसी बातें कर रही हूं?
मैंने अपने पति को मीठी सी मुस्कान दी और खुद को समझाया कि जलन वाली कोई बात नहीं है। मुझे हुआ क्या है?
केट ने टोका, “एना! लगता है कि अभी हनीमून पर ही हो।”
“हां।” मैंने एक मुस्कान के साथ कहा
“तुम बहुत प्यारी दिख रही हो।”
“तुम दोनों बहुत प्यारे लग रहे हो।” ग्रेस ने कहा और इलियट ने हमारे गिलास भर दिए।
“ खुशहाल जोड़े के नाम! ” कैरिक मुस्कराए और सबके चेहरों पर उनके ही भाव उतर आए।
“ईथन को भी दाखिले के लिए बधाई हो।” ईया ने कहा
मैं सोचने लगी कि क्या उन दोनों के बीच कुछ चल रहा है।
मेरे पतिदेव पिछले तीन सप्ताह की यात्रा का विवरण देने में व्यस्त हैं। वह आज बहुत ही शांत और सहज लग रहा है मानो अपनी सारी चिंताएं भूल गया हो। वहीं दूसरी ओर मेरा मूड अजीब है। खाना खाने लगी तो याद आया कि उसने कहा था कि मैं पहले से मोटी हो गई हूं। वह तो मजाक कर रहा था। भीतर बैठी लड़की ने फटकारा। इलियट ने गलती से फर्श पर गिलास गिरा कर सबको चौंका दिया और वहां साफ-सफाई के लिए हल्ला मच गया।
“अगर तुमने अपना मूड ठीक नहीं किया तो बोटहाउस में ले जा कर ऐसा फटकारूंगा कि याद रखोगी।” क्रिस्टियन मेरे कान में बोला।
मैंने उसे हैरानी से देखा। हैं!!!! उसने क्या कहा?
तुम्हारी ऐसी मजाल!!!! मैंने भौं नचा कर देखा पर यह भी पाया कि केट हमें कुछ ज्यादा ही दिलचस्पी से देख रही थी।
“पहले तुम्हें मुझे पकड़ना होगा। आज तो मैंने हील भी नहीं पहनी।”
“मैं कोशिश तो करूंगा।” उसने दुष्टता से भरी मुस्कान से कहा और मुझे लगता है कि वह मजाक कर रहा है।
मैं लजा गई।
अभी हम कुछ मीठा ले रहे थे कि बारिश होने लगी। सभी सामान उठाकर भीतर को लपके।
“ओह! शुक्र है कि हमारा खाना निपट गया था।” ग्रेस ने कहा। क्रिस्टियन पियानो पर जा बैठा और एक धुन बजाने लगा जो मेरे लिए नई थी।
ग्रेस मुझसे सेंट डि पॉल के लिए पूछने लगीं। वे भी अपने हनीमून के समय वहां गई थीं। केट और इलियट अपने में मग्न हैं। कैरिक, ईया और ईथन साइकोलॉजी की चर्चा कर रहे हैं। तभी अचानक ही सभी थम गए। क्रिस्टियन पियानो पर धुन बजाते हुए कुछ गा भी रहा था। मैंने तो उसे पहले भी गाते सुना है। क्या इन लोगों ने नहीं सुना? उस चुप्पी से घबरा कर वह अचानक ही चुप हो गया। केट ने मुझे सवालिया निगाहों से देखा। क्रिस्टियन ने देखा कि सबका ध्यान उसकी ओर है तो वह अपने स्टूल से उठ गया।
“गाओ न! कितना अच्छा गा रहे थे। मैंने तुम्हें कभी गाते नहीं सुना।” वह फिर से गाने लगा। सभी फिर से बातें करने लगे और मैं अपने प्यारे पति को देखती रह गई।
ग्रेस ने नम आंखों से मेरा कंधा थामकर कहा, “प्यारी बिटिया! धन्यवाद, बहुत-बहुत धन्यवाद। यह सुन कर तो ऐसा लगा कि मेरा गला भी रुंध गया हो।
“उम्म……! मैं भी उनके गले से लग गई। उन्होंने मेरे गाल चूमे और बोलीं “मैं चाय बना लाती हूं।”
मैंने ऐसा क्या किया था?
मैं क्रिस्टियन के पास चली गई जो अब खिड़की से बाहर ताक रहा था
“जनाब को कमरे को चुप कराना तो बहुत अच्छा आता है।” मैंने चुटकी ली
“जी हां। मैं तो हमेशा से ऐसा ही करता आया हूं।”
“हां, काम के दौरान। पर इस तरह नहीं।” मैंने कहा
“सच कहा, यहां नहीं।”
“किसी ने तुम्हें गाते नहीं सुना?”
“नहीं सुना होगा। चलो चलें।”
“अच्छा तुम तो मुझे फटकारने वाले थे।”
“मैं तुम्हें चोट नहीं पहुंचाना चाहता पर मुझे इस खेल में बहुत आनंद आता है।”
“अच्छा जी, हम देखेंगे कि इस बारे में क्या कर सकते हैं।”
हम सबसे मिल कर अपनी कार के पास पहुंचे तो क्रिस्टियन ने मेरे हाथ में चाबियां थमा दीं। उसे याद था कि मैं उसकी कार चलाना चाहती थी।
“पक्का! ”
“हां, इससे पहले कि मैं अपना मन बदलूं। तुम आगे आ जाओ।”
मैंने देर नहीं की।
“वाह मिसेज ग्रे! आपकी फुर्ती देख कर तो मजा आ गया।”
मैंने धीरे से कार को सड़क पर उतार दिया। भले ही थोड़ी घबराहट हुई पर मैं पहले भी तो कार चलाती थी।
अचानक ही मैंने गति बढ़ाई तो वह चिल्लाया। “एना! दोनों मारे जाएंगे। धीरे चलाओ।”
मैंने झट से गति धीमी कर दी। “क्या कार है। मक्खन की तरह सड़क पर फिसलती जाती है।”
वैसे हमारे पीछे हमारे अंगरक्षकों की कार नहीं आ रही थी। इसकी बजाए काले शीशों वाली गहरे रंग की कार दिखाई दी। मुझे लगा कि आज तो स्वेयर से रेस करनी चाहिए पर यह भी नहीं चाहती थी कि मेरे पतिदेव परेशान हो जाएं।
अचानक ही उसे फोन आया और वह परेशान हो गया। स्वेयर जानना चाहता था कि क्या कार मैं चला रही थी और उसके बाद उसने क्रिस्टियन को जो भी बताया। वह सारे माहौल को बदलने के लिए काफी था।
“हां…मैं देख रहा हूं। मैं समझ सकता हूं।”
ये हो क्या रहा है। मेरे शरीर में एड्रेनालिन का स्तर बढ़ने लगा।
“अच्छा…ठीक है।”
“एना! तुम देख कर बताओ कि हम किस ओर जा रहे हैं। मैं तुम्हें डराना नहीं चाहता पर चाहता हूं कि जैसे ही हम 520 पर आएं। तुम कार की गति तेज कर देना। कोई हमारा पीछा कर रहा है।”
पीछा। हाय। मेरा कलेजा उछल कर मुंह को आ गया। गले में कांटे से चुभने लगे। हमारा पीछा कौन कर रहा है। वह गहरे रंग की कार अब भी हमारे पीछे थी। हैं! यह भी पता नहीं चल रहा कि उसे चला कौन रहा है?
“अपनी आंखें सड़क पर रखो।” वह अक्सर मुझसे बात करते समय इस सुर का प्रयोग नहीं करता। साफ दिख रहा है कि वह भी तनाव में है।
मैंने खुद को संभालने की कोशिश की।
“तुम्हें कैसे पता कि हमारा पीछा हो रहा है?” मेरा सुर कांप रहा था।
“हमारे पीछे वाले बंदे की लाइसेंस प्लेट झूठी है।”
इसे कैसे पता?
बारिश थम चुकी थी पर सड़कें अभी गीली थीं और इतनी कारें नहीं थीं।
मेरे दिमाग में रे की बात गूंज उठी। किसी भी कठिन वक्त में डर ही तुम्हारा सबसे बड़ा दुश्मन होता है। तुम्हें उससे पार पाना चाहिए।
मैंने अपने-आप को संभाल लिया। जो भी पीछे आ रहा है। वह मेरे पति को नुकसान पहुंचाना चाहता है और मुझे अपने पति की सुरक्षा करनी है। मैं इस कार को चलाना चाहती थी और तेज चलाना चाहती थी। आज मुझे वह मौका भी मिल गया है। मैंने हिम्मत कर, कार को अचानक तेज कर दिया और हम झटके से पिछली सीट से टकराए। क्रिस्टियन ने मुझे हैरानी से देखा। हम पचहत्तर की गति तक आ गए थे।
मैं बड़ी होशियारी से कारों के काफिले के बीच से अपनी कार को भगाती ले जा रही थी। हम झील के साथ वाले पुल पर इतने पास थे कि लगता था कि था मानो पानी पर चल रहे हों। मैंने गुस्से से भरे बैठे क्रिस्टियन को अनदेखा किया जो आसपास से जा रहे ड्राइवर के तानों को अनसुना कर रहा था। शायद वह मेरा ध्यान नहीं बंटाना चाहता था।
“गुड गर्ल! अब मैं पीछा करने वाले को नहीं देख पा रहा।” उसने कहा
स्वेयर की आवाज गूंजी। “सर! हम अनसब के ठीक पीछे हैं। वह आपके साथ आना चाह रहा है। आप कोशिश करें कि हम आप दोनों की गाड़ियों के बीच आ जाएं।”
अनसब? ये क्या होता है?
“मिसेज ग्रे! अच्छा संभाल रही हैं। मुझे उम्मीद है कि हम कुछ ही पलों में पुल से उतरने वाले हैं।” क्रिस्टियन ने कहा
अचानक ही मुझे हमारी पहली प्लेरूम मुलाकात याद आ गई। ध्यान बंटने लगा तो मैंने सिर झटक दिया। वह तब भी इतने ही सब्र से पेश आया था।
“हम कहां जा रहे है।” मैंने उससे पूछा। मैं कार को बड़े ही सहज भाव से चला रही हूं। यह कार इतनी गति में भी आराम से चलती है और मैंने इस पर काबू पा लिया है।
“1-5 से होते हुए दक्षिण की ओर चलो। हम देखना चाहते हैं वह पीछा करने के लिए आएगा या नहीं?” जैसे ही हरी बत्ती दिखी, मैंने कार भगा दी।
ज्यों ही हम आगे आए तो बहुत सी करें दिखी। उसका चेहरा उतर गया
“शायद मैंने उसे पहचान लिया। वह करीब दस कार पीछे है।”
“हां। समझ नहीं आया कि ये आदमी है कौन?”
“मैंने भी देखना है कि कौन चला रहा है।”
“नहीं मिसेज ग्रे! ये एक आदमी या औरत, कोई भी हो सकता है। शीशे का रंग गहरा है।” स्वेयर ने कहा
“एक औरत?”
“तुम्हारी मिसेज रॉबिन्सन”
“वह मेरी मिसेज रॉबिन्सन नहीं है। मैंने अपने जन्मदिन के बाद से, उससे बात नहीं की है। ये काम एलीना भी नहीं कर सकती। यह उसका स्टाइल नहीं है।”
“लीला?”
“वह तो अपने माता पिता के साथ है।”
“पक्का?”
“नहीं, पर अगर वह भागेगी तो उसके घर वाले हमें जरूर बता देंगे। हम घर जाकर बात करेंगे तुम कार संभालो।”
“मैं तुम्हारे मामले में किसी तरह का खतरा मोल नहीं ले सकता।”
“वैसे अगर हमें पुलिस ने पकड़ लिया तो? मेरे पास तो लाईसेंस भी नहीं है।”
“वह चिंता तुम मत करो उसे तो मैं संभाल लूंगा।” उसने थोड़े से मजाकिया सुर में कहा
मैंने इस बार फिर कार को दौड़ दिया। वाह! क्या शान है। मैं पचासी तक आ गई। आज तक कभी इतनी तेजी कार नहीं चलाई। बीटल तो पचास से परे नहीं जाती थी।
“वह कारों के काफिले से निकल कर आपकी ओर आ रहा है।” स्वेयर का स्वर आया।
शिट! कार और भगानी होगी! ” मैंने गैस दबाई और कार भगा दिया।
“एना! हिम्मत बनाए रखो।”
तभी पता चला कि वह आदमी सौ की रफ्तार से पीछे आ रहा था। मैं कार को सही भगा रह थी बस एकाध जगह किसी दूसरे ड्राइवर के साथ खींचतान होते-होते बची और हमने चलती कारों से ही अपशब्दों का आदान-प्रदान किया।
“सर! उसने एक सौ दस की गति कर दी है।” यह सुनकर तो मेरी जान ही निकल गई। आज क्या होने वाला है।
“फ्लैशलाइट जला दो”
“लोग मुझे पागल कहेंगे।”
“उन्हें कहने दो।”
“वे कहां हैं।”
“इंडीकेटर को अपनी ओर खींचो।” क्रिस्टियन बोला
मैंने ऐसा ही किया और साथ से जा रहे एक चालक की ओर से मिले गंदे इशारे को भी झेलना पड़ा।
“वह तो गधा है। हरामी……”. क्रिस्टियन ने दांत भींचकर कहा
“हम स्टीवर्ट स्ट्रीट एग्जिट से निकल रहे हैं।” उसने स्वेयर से कहा
“सर, एस्काला की ओर?”
मैंने बड़ी आसानी से अपनी कार को उस रास्ते पर उतार दिया। वहां कोई नहीं दिख रहा। आज सड़क इतनी सुनसान क्यों है?
“माना गाड़ियां ज्यादा नहीं हैं पर यही बात हमारा पीछा करने वाले के लिए भी तो अच्छी है। उसे हम तक पहुंचने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। एना! जल्दी से घर चलो।”
मैं डर गई थी। मैं घर का रास्ता याद नहीं कर सकती।
“अच्छा तुम चलती रहो। मैं रास्ता बताता रहूंगा।” मैंने गाड़ी तेज कर दी। सामने से कुछ पीली बत्तियां दिखी तो वह चिल्लाया,
“इन्हें जल्दी से पार कर लो।”
मैंने कार की गति और भी तेज कर दी।
“वह स्टीवर्ट की ओर आ रहा है।” स्वेयर ने कहा
“तुम ल्यूक के साथ रहो।”
“ल्यूक?”
“हां, उसका नाम है।”
मैंने अपने पति की ओर देखा तो वह चिल्लाया। “अपनी आंखें सड़क पर रखो।”
“ल्यूक स्वेयर?”
“हां”
ओह। मुझे तो पता ही नहीं था। पिछले छह सप्ताह से वह बंदा हमारे लिए काम कर रहा है और मुझे उसका नाम तक पता नहीं था।
तभी कार में स्वयेर का स्वर गूंजा और उसने हमें बताया कि वह आदमी तेजी से हमारी ओर आ रहा था
“चलो एना। बात बाद में होती रहेगी।” क्रिस्टियन गुर्राया
फिर मैंने उसके कहने से कार को एक पार्किंग लॉट में मोड़ दिया।
“पर क्यों?”
“तुम्हें जो कहा जा रहा है। बस वही करो।” वह गरजा
फिर उसने अपने लोगों को भी बता दिया कि हम किस पार्किंग लॉट में छिपे थे।”
“तुम ठीक हो।” उसने मुझसे पूछा
“हां, मैं ठीक हूं।” मेरी चिंता मत करो।
तभी कार में स्वर गूंजा, “सर! वह आप लोगों को पार करके आगे निकल गया है और हम उसकी खोज में आगे जा रहे हैं। आप सुरक्षित घर पहुंचें।”
“ठीक है।”
“मिसेज ग्रे! आपने बहुत अच्छी कार चलाई।” क्रिस्टियन ने जैसे ही मेरी पीठ थपथपाई तो मैंने खुल कर सांस ली। घबराहट के मारे हालत खराब थी।
“अच्छा जी तो मेरी ड्राईविंग के बारे में बताने के लिए ही कार रोेकी गई है।” मैं खुल कर हंसी।
“हां जी”
“वैसे थैंक्स! तुमने मुझे ये कार चलाने का मौका दिया। ऐसे हालात में तो कार चलाने का मजा ही दुगुना हो गया।”
“अच्छा! अब मुझे चलाना चाहिए।”
“सच कहूं तो अभी यहां से उतर नहीं सकती। मेरे पैर जाम हो गए हैं।” मैं अचानक ही अनहोनी की आशंका से कांप उठी।
“एना! तुमने तो अपनी बहादुरी से मुझे भी अचंभे में डाल दिया। तुम कभी भी किसी भी टेस्ट में फेल नहीं होतीं। ब्रेवो! ” उसने मेरे गाल सहलाए और उसके चेहरे पर अचानक ही बहुत सारे भाव उमड़ आए। मैं रोने लगी।
“ओह बेबी! प्लीज रोना बंद करो।” वह आगे आया और मुझे अपनी गोद में ले लिया। उसने मेरे बाल सहेजते हुए गर्दन, मुंह, हाथ व कलाई पर चूमा। मैं उसके गले लगकर हौले-हौले सुबकती रही। हम बहुत देर तक यूं ही एक-दूसरे की बांहों में पड़े रहे।
अचानक ही स्वेयर की आवाज गूंजी। “अनसब एस्काला के बाहर कार धीमी कर रहा है। वह ज्वांयट का पीछा कर रहा है।”
“उसका पीछा करो।”
मैंने अपना नाक साफ किया और गला खंखारा।
“मेरी शर्ट का इस्तेमाल करो।” क्रिस्टियन ने अपना कफ आगे कर दिया।
“सॉरी”
“क्यों क्या हुआ? सॉरी क्यों कहा?”
मैंने अपना नाक साफ किया और उसने मेरे होठों पर छोटा सा चुंबन अंकित कर दिया। उसने आगे झुककर जेब से फोन निकाला और दूसरी सीट पर उछाल दिया। एक हाथ से मेरा सिर थामकर चूमने लगा। उसका दूसरा हाथ मेरा चेहरा सहला रहा था। मेरे बदन में एक वासना सुलग उठी। मैंने भी उसका चेहरा थाम लिया और चूमने लगी। मानो मैं उसे पी जाना चाहती थी। उसने मेरी इस प्रतिक्रिया पर गले से एक अजीब-सा गहरा सुर निकाला और मेरे पेट में खलबली-सी होने लगी। एक इच्छा जाग उठी थी। मैं दीवानों की तरह पलटी
आह! वह मुझसे अलग हुआ तो बेदम था।
“क्या?”
“एना! हम सिएटल के कार लॉट में हैं।”
“तो?”
“मैं अभी तुम्हारे साथ शारीरिक संबंध बनाना चाहता हूं और तुम बेचैनी से मेरी गोद में पहलू बदल रही हो।”
ये क्या! उसे मेरे मन की बात कैसे पता चल गई।
“ठीक है! मैं भी तैयार हूं।” मैंने उसके मुंह का कोना चूमते हुए कहा
कार की घटना ने मुझे बहुत उत्तेजित कर दिया था और शायद यही कारण था कि भीतर सोई वासना भी सुलग उठी थी। उसने झुक कर मुझे देखा तो उसकी आंखों में भी वही प्यास दिखाई दी।
“यहां?”
मेरा मुंह सूख गया। यह मुझे कैसे अपने कुछ शब्दों से दीवाना कर देता है।
“हां. मैं तुम्हें अभी और यहीं चाहता हूं।”
उसने अपना सिर एक ओर झुकाया और एक पल के लिए मुझे ताकता रहा।
“मिसेज ग्रे! लगता है कि आप भी यह चाहती थीं।” उसके हाथ फिर से मेरे बालों पर था और हमारे मुंह आपस में जुड़ चुके थे। उसका दूसरा हाथ मेरे बदन के निचले हिस्से पर आ गया था। मेरी अंगुलियां उसके लंबे बालों से खेल रही थीं।
“मुझे खुशी है कि तुम स्कर्ट में हो। काम आसान हो जाएगा।” उसने हौले से कहा और स्कर्ट के भीतर हाथ डाल कर मुझे सहलाने लगा।
मैंने हिलना चाहा तो उसने मुझे स्थिर कर दिया। उसका हाथ अपने ठिकाने पर जा पहुंचा और उसके बाद मुझे किसी भी चीज का हिसाब रखने की सुध ही कहां थी। मैं उसकी गोद में एक बार फिर हिली तो इस बार उसका तीव्र स्वर आया। ‘हिलो मत’ उसके हाथ अब मेरे वक्ष तक आ पहुंचे थे और मेरे भीतर मानो कहीं बिजली का झटका सा लगा।
उसने मुझे छूते ही जान लिया था कि मैं भी उसके लिए तरस रही थी। मेरे अंतर्वस्त्र से अपने हाथ निकालते हुए बोला, “क्या कार वाली घटना ने तुम्हें उत्तेजित कर दिया है?”
“मैं नहीं जानती। इस समय मैं कुछ नहीं जानती। केवल इतना जानती हूं कि मुझे तुम्हारी जरूरत है।” मैंने कहा।
उसने मुझे उठाकर घुमा दिया और इस तरह मेरा मुंह विंडशील्ड के सामने हो गया। उसके कहने से मैंने दोनों टांगें उसकी टांगों के आसपास फैला दीं।
“अपने दोनों हाथ मेरे घुटनों पर टिका कर आगे की ओर झुक जाओ। अपने सिर का ध्यान रखना।”
शिट! क्या हम सचमुच एक सार्वजनिक जगह पर ये करने जा रहे हैं। मैंने झट से यहां-वहां देखा और रोमांच की एक लहर दौड़ गई। ये सब कितना हॉट है। मैंने उसकी पैंट की जिप खुलने की आवाज सुनी। उसने एक हाथ से मेरी कमर जकड़ी और दूसरे हाथ से कपड़े खिसकाते हुए, बड़ी आसानी से मेरे भीतर चला गया।
ओह! मैंने हल्की सी आह भरी!!! उसने मुझे गर्दन के पास से पकड़ रखा है। उसने मुझे एक ओर झुकाया ताकि मेरी गर्दन चूम सके। उसके दूसरे हाथ ने मेरे नितंब को थामा और हम एक साथ झूमने लगे।
मैंने भी पैरों से जोर लगाया और वह मेरे भीतर……ओह……मेरे मुंह से सिसकारी निकल ही गई। मेरा दांया हाथ दरवाजे के पास है। उसके दांत मेरी कनपटी कुतर रहे हैं और वह बार-बार गहराई से भीतर आ-जा रहा है। हमारे बीच एक ताल-सी बन गई है। वह अपना हाथ आगे की ओर से मेरे अंतर्वस्त्रों पर फिराने लगा।
आह!
“एना! हमें यह सब जल्दी ही करना होगा।” उसने भिंचे दांतों के साथ कहा
मुझे अपने भीतर से वही जाना-पहचाना एहसास बाहर आता महसूस हुआ और मैंने खुद को उसके हाल पर छोड़ दिया। कुछ पलों के बाद तंद्रा टूटी तो ऐसा लगा कि पोर-पोर हल्का हो गया था।
ओह एना!…..
वह बार-बार पीछे से मेरे बदन के हिस्सों को चूमने लगा।
और हम कुछ क्षणों तक यूं ही बैठे रहे।
“मिसेज ग्रे! तनाव छूमंतर हुआ?”
मैं बुरी तरह से पस्त था और अचानक ही बाहर नजर गई। कहीं किसी ने देखा तो नहीं?
“तुम्हें क्या लगा कि मैं किसी को अपनी पत्नी को इस रूप में देखने की इजाजत दूंगा।” उसने प्यार से मेरी पीठ सहलाई।
“कार सेक्स! ” मैंने उत्साहित सुर में कहा
उसने मेरे बालों की लट पीछे कर दी। “चलो घर चलें। कार मैं चलाता हूं।”
उसने दरवाजा खोला तो मैं गोद से उतार कर पार्किंग लॉट में आ गई। वह उतरा और झट से अपनी जिप बंद करते हुए, दूसरी ओर चल दिया। हम कार में बैठे तो उसने फोन निकाल कर एक फोन मिलाया।
“स्वेयर कहां है। वह आदमी कहां है? स्वेयर कहां गया”
वह रेयान की बात सुनता रहा।
“वह? उसके साथ रहो।” उसने फोन रख दिया।
“क्या वह कार कोई लड़की चला रही थी। वह कौन हो सकती है? एलीना या लीला?”
“लड़की पीछा कर रही थी।”
“ऐसा लग रहा है।” उसने कहा
उसके चेहरे पर गुस्सा था। “चलो घर चलें”
“वैसे अनसब क्या होता है। बड़ा अजीब शब्द है।”
“इसका मतलब है अननोन सब्जैक्ट! रेयान पहले एफबीआई में था।”
“हैं!! ”
“जी हां।” वह अपने में ही मग्न था।
ओह हम कुछ ही पलों में कहां से कहां पहुंच गए हैं। वह जुनून कहां गया। यह तो कोई दूसरा ही आदमी है। मैं चुपचाप बैठ कर उसका मूड संभलने का इंतजार करने लगी। फिर मैंने अपना हाथ उसकी जींस पर रखा ही था कि वह खीझा
“नहीं, कुछ मत करो। मैं नहीं चाहता कि घर से तीन ब्लॉक की दूरी पर हमारे साथ कुछ बुरा घट जाए। आराम से संभल कर बैठो।” ओह मेरा फिफ्टी… मुझे ऐसा लग रहा था जैसे किसी बिगड़ी हुई जिद्दी बच्ची को फटकारा जा रहा हो। मैंने अपना हाथ हटा लिया।
ये उपन्यास ‘फिफ्टी शेड्स फ्रीड’ किताब से ली गई है, इसकी और उपन्यास पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जाएं – fifty shades freed (फिफ्टी शेड्स फ्रीड)
“कोई औरत थी?”
“हां, ऐसा लग रहा है।”
उसने कार गैराज में लगाई तो मैं बोली, मुझे यह कार पसंद आई
“मुझे भी पसंद आया कि तुमने कितनी खूबसूरती से, इसे चोट पहुंचाए बिना हम दोनों की जान बचा ली।”
“तो मेरे जन्मदिन पर एक ले कर दे सकते हो।”
उसका मुंह खुला का खुला रह गया
“सफेद रंग में ले देना।” मैंने आगे कहा
वह मुस्कराया, “एना! तुम हमेशा अपने रवैए से मुझे हैरानी में डालती रहती हो।”
मैं इतरा कर आगे चल दी। वह पीछे से आ कर बोला, “तुम्हें कार पसंद आई। मुझे कार पसंद आई। हमने कार में मजा लिया और शायद कभी इस कार पर भी हम…”.मैंने उसे धकेला और आगे चल दी। इसके दिमाग का कुछ पता नहीं चलता। जाने कब क्या करने को राजी हो जाए।
तभी वह बोला, “शायद हमें कंपनी देने के लिए कोई है।”
मेरी नजर वहां खड़ी बीएमडब्ल्यू पर पड़ी। उसमें से एक नौजवान निकलकर हमारे साथ चल दिया। हमें अभिवादन करने के बाद उसने बताया कि वह अपार्टमेंट नंबर सोलह में आया था। दिखने में तो कोई मीडिया वाला लगता था।
उसने क्रिस्टियन को पहचान लिया। भला कौन नहीं जानता।
उसने अपना हाथ आगे किया। नोहा लोगान। क्रिस्टियन ने भी बेमन से हाथ मिला लिया।
“कहां जाएंगे?”
“मुझे कोड डालना है।”
ओह
“पेंटहाउस”
“अच्छा। बेशक।”
उसने आठवीं मंजिल के लिए बटन दबाया और मेरी ओर हाथ करते हुए बोला। “शायद आप मिसेज ग्रे हैं।” मैंने हाथ मिलाया और मेरे आसपास मेरे पति की पकड़ और भी कस गई।
“आप कब आए ”
“पिछले सप्ताह। जगह बहुत अच्छी है।”
हमारे बीच बड़ी देर खामोशी छाई रही।
जब उसके उतरने की बारी आई तो उसने दोनों से हाथ मिलाया। “आप लोगों से मिल कर अच्छा लगा।”
“हमें भी खुशी हुई।”
“मुझे आज तक किसी पड़ोसी से मिलने का मौका ही नहीं मिला”
“मुझे ऐसे ही पसंद है।”
“क्या तुम कोई राजा हो”
राजा?
“हां, वह हाथी दांत से बने महल में अकेला रहता था”
“मिसेज ग्रे! अब आप भी वहीं रहती हैं और शायद आपके प्रशंसकों की सूची में एक और नाम शामिल हो गया है।”
मैंने आंखें नचाई, “तुम्हें हमेशा ऐसा क्यों लगता है?”
“क्या तुम मुझे आंखें दिखा रही हो?”
मेरी धड़कन तेज हो गई और मैंने हामी दी।
उसने अपना सिर एक ओर किया और बोला, “हमें इस बारे में क्या करना होगा?”
“कुछ रफ हो जाए? ”
“क्या सचमुच?”
“जी हां।”
“तुम और चाहती हो?”
मैंने धीमे से हामी भर दी।
“घर भी आ गया था।”
“कितना रफ?” उसने अंदर जाते हुए पूछा
मैंने कोई जवाब नहीं दिया। जब हम अंदर गए तो स्वेयर दिखाई दिया।
“स्वेयर! मुझे एक घंटे में जवाब चाहिए।”
“जी सर”
हमारे पास एक घंटा है!
क्रिस्टियन ने मुझे देखा। “रफ?”
“मिसेज ग्रे! आज आपकी किस्मत अच्छी है। हम पूरे मूड में हैं।”
